लव मैरिज को ठुकरा ये महिला सिपाही चली थी फेसबुक फ्रेंड से शादी करने, फिर ऐसे हुई सनसनीखेज हत्या

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UP Constable Ruchi Singh Murder Mystery : फेसबुक पर दोस्ती. दोस्ती से प्यार का परवान. फिर खुद की शादीशुदा जिंदगी में दरार. आखिर में नए रिश्ते की शुरुआत से पहले ही ख़ौफ़नाक हत्या. क़त्ल भी ऐसा जिसमें भाड़े के हत्यारों को बुलाया गया. शव को नाले में छुपाया गया. फिर जब केस की परतें खुलीं तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. ये मामला है यूपी पुलिस में 2019 में सिपाही भर्ती हुई रुचि सिंह की हत्या का.

सिपाही रुचि सिंह (Sipahi Ruchi Murder Case) यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस मुख्यालय में तैनात थी. ये महिला सिपाही 12 फरवरी की रात से ही अचानक लापता हो गई थी. 13 फरवरी को परिवार के लोगों ने इस बारे लखनऊ पुलिस को जानकारी दी थी. जिसके बाद उसकी तलाश शुरू हुई थी. इसी बीच, 17 फरवरी को महिला सिपाही का शव नाले में मिला था. इसके बाद पुलिस ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की.

इसके बाद पुलिस ने अब रानीगंज तहसील में तैनात तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव, इसकी पत्नी और एक अन्य साथी को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि तहसीलदार खुद शादीशुदा था लेकिन महिला सिपाही ने जब उस पर शादी करने का दबाव बनाया तो उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. इसके लिए उसने एक ऐसे शख्स को साजिश में शामिल किया जो एक काम के सिलसिले में आए दिन उसी के ऑफिस में चक्कर काटता रहता था. फिर उसी के साथ मिलकर सिपाही रुचि की हत्या कर दी थी.

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महिला सिपाही ने पहले की थी लव मैरिज

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महिला सिपाही रुचि सिंह (Mahila Sipahi Ruchi Murder Case) मूलरूप से यूपी के बिजनौर की रहने वाली थी. साल 2019 में वो बतौर सिपाही यूपी पुलिस में भर्ती हुई थी. रुचि की शादी सिपाही नीरज से हुई थी. उस समय रुचि ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर सिपाही नीरज से प्रेम विवाह किया था. इस वजह से रुचि से उसके परिवारवालों ने नाता भी तोड़ लिया था. हालांकि, बीच-बीच में बात करते रहते थे.

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लेकिन एक साल बाद ही दोनों में विवाद शुरू हो गया. दोनों में मनमुटाव ऐसा हुआ कि दोनों एक तरह से अलग-अलग रहने लगे थे. करीब दो साल पहले रुचि की दोस्ती फेसबुक के जरिए तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव से हुई थी. इसी बीच, पति नीरज से मनमुटाव बढ़ने की वजह से रुचि का झुकाव पद्मेश की तरफ चला गया. दोनों एक दूसरे से मिलने-जुलने भी लगे थे.

रुचि के भाई के बयान से मिला सुराग

रुचि के भाई शुभम ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वो 28 अगस्त 2021 को लखनऊ में आया था. उस समय बहन रुचि ने बताया था कि वो अपने पति नीरज को तलाक दे रही है. ये भी बताया कि वो तलाक मामले को कोर्ट में फाइल भी कर चुकी है. तलाक के बाद आगे क्या करना है, इस बारे में भाई ने पूछा तो रुचि ने तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव के बारे में बताया था.

उसी समय भाई को तहसीलदार पद्मेश के बारे में जानकारी हुई थी. इस बारे में पुलिस को जानकारी हुई तब पुलिस ने शक के आधार पर तहसीलदार की पड़ताल शुरू की थी. पुलिस की जांच में ये भी पता चला कि महिला सिपाही रुचि कई बार तहसीलदार पद्मेश के सरकारी आवास पर मिलने भी जा चुकी थी.

पहले पति से तलाक की बात सुन तहसीलदार ने रची साजिश

पुलिस की जांच में ये सामने आया है कि रुचि ने पहले पति से तलाक लेने के लिए केस फाइल करने की जानकारी तहसीलदार को दी थी. ये जानकारी मिलने के बाद से ही तहसीलदार परेशान हो गया था. क्योंकि वो खुद शादीशुदा था. ऐसे में वो अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहता था. फिर सवाल था कि वो रुचि से कैसे शादी कर सकता था.

जांच में ये भी पता चला कि तहसीलदार को भी वो तलाक लेकर शादी करने का दबाव बना रही थी. कई बार इसे लेकर दोनों में कहासुनी भी हो गई थी. लेकिन बार-बार पद्मेश शादी की बात से पल्ला झाड़ ले रहा था. रुचि ने जब कई बार दबाव बनाया तो आरोपी तहसीलदार ने कहा था कि ठीक है वो शादी के बाद लखनऊ में फ्लैट लेकर साथ में रहेगा.

तहसीलदार की पत्नी से भी फोन पर हुई थी कहासुनी

पुलिस की जांच में ये भी सामने आया है कि रुचि और तहसीलदार पद्मेश की पत्नी के बीच भी कहासुनी हो चुकी थी. दरअसल, हाल में ही शादी करने को लेकर रुचि आए दिन तहसीलदार को फोन कर रही थी. एक दिन रुचि ने पद्मेश को फोन किया तो उसकी पत्नी प्रगति ने फोन उठा लिया था. फिर दोनों में जमकर कहासुनी हुई थी.

बताया जाता है कि तहसीलदार की पत्नी ने महिला सिपाही को धमकाया भी था. ये भी कहा था कि अब कभी मेरे पति को कभी कॉल नहीं करना. इसके बाद तहसीलदार से भी उसकी पत्नी प्रगति की लड़ाई हुई थी. प्रगति प्रयागराज में जॉब करती है. पुलिस का दावा है कि तहसीलदार को उसकी पत्नी ने भी महिला सिपाही रुचि को रास्ते से हटाने के लिए दबाव बनाया था.

नशीला जूस पिलाकर दिया था हत्या को अंजाम

पुलिस की जांच में पता चला है कि तहसीलदार पद्मेश ने रुचि की हत्या कराने के लिए अपने पहचान के एक शख्स नामवर को बुलाया था. दरअसल, नामवर को पद्मेश से एक जरूरी काम का था. जिसके लिए वो पिछले काफी समय से तहसीलदार के चक्कर काट रहा था. इसलिए उसकी बातों में आकर नामवर भी हत्या के लिए तैयार हो गया.

साजिश के तहत, तहसीलदार ने रुचि को 12 फरवरी को मिलने के लिए बुलाया था. अर्जुनगंज स्थित किराए के मकान से महिला सिपाही पीजीआई के पास पहुंची. वहां पहले से पद्मेश कार लेकर मौजूद था. उसने रुचि को कार में बैठाया और फिर पीने के लिए जूस दिया.

उस जूस में पहले से ही नशीला पदार्थ मिला दिया था. जिसे पीकर रुचि बेहोश हो गई. इसके बाद नामवर के साथ मिलकर पद्मेश ने उसकी गला घोंटकर हत्या की और फिर शव को नाले में फेंक दिया था. पुलिस ने इस केस में पद्मेश, नामवर और तहसीलदार की पत्नी प्रगति तीनों को गिरफ्तार किया है.

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