Black Sea की गहराई में डूबा पुतिन का गुरूर, रूसी वॉरशिप में परमाणु हथियार होने का शक

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

Russia - Ukraine War: असल में रूस का मिसाइल दागने वाला वॉरशिप मस्कवा ब्लैक सी यानी काला सागर की गहराइयों में समा चुका है। अगर रूस की डिफेंस मिनिस्ट्री की तरफ से जारी किए गए बयानों पर यक़ीन करें तो यूक्रेन के हमले से रूसी वॉरशिप बुरी तरह से टूट गया था, और उसका इंजन भी काम नहीं कर रहा था।

लेकिन डूबा वो इसलिए क्योंकि जिस वक़्त उसे बांधकर वापस रूस ले जाया जा रहा था तो रास्ते में रस्सी टूट गई और गहरे समंदर में वो डूबता चला गया। हालांकि यूक्रेन की सेना के अधिकारियों के हवाले से दावा किया गया था कि वॉरशिप मस्कवा को यूक्रेन की नेप्च्यून एंटी शिप मिसाइलों ने तबाह कर दिया। दावा तो यहां तक किया गया कि मिसाइल की मार से तबाह होने के बाद ही शिप डूबने लगा था।

मगर रूस का ये वॉरशिप डूबने के साथ ही सारी दुनिया के माथे पर हैरानी और परेशानी की सिलवटें भी छोड़ गया है। रूस का ये शिप न्यूक्लियर हथियार ले जाने और उन्हें दाग़ने में सक्षम था। ऐसे में ये आशंका अब सिर उठाने लगी है कि कहीं इस शिप में रूस की परमाणु हथियारों वाली मिसाइलें न हों। अगर ऐसा हुआ तो ये किसी बड़ी तबाही का सबब भी बन सकता है।

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

Russia - Ukraine War: लेकिन रूसी अधिकारी ये कहते नहीं थक रहे हैं कि यूक्रेन की मिसाइल से नहीं बल्कि इंजन में आग लगने की वजह से वॉरशिप ख़राब हुआ। लिहाजा रूस के सेना अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि आखिर शिप में आग लगी कैसे।

इधर यूक्रेन लगातार रूस को चोट पहुँचाने का दावा करके जंग में जान की बाजी लगा रहे यूक्रेन के सैनिकों का हौसला बढ़ाने की कोशिश में लगा हुआ है जबकि इसके उलट रूसी सेना यूक्रेन के शहरों पर बम बरसाना नहीं छोड़ रही। आलम ये है कि यूक्रेन के क़रीब क़रीब तमाम शहरों में हवाई हमलों का अलर्ट रह रहकर बजता रहा। कीव से निकलने वाले अखबार कीव इंडिपेंडेंट में छपी खबरों पर यकीन किया जाए तो शुक्रवार की सुबह से ही हवाई अलर्ट के अलार्म बजते रहे और सुबह सुबह तीन धमाकों की इत्तेला भी मिली।

ADVERTISEMENT

उधर जंग के मैदान से हज़ारों मील दूर बैठे अमेरिकी अधिकारियों ने साइक्लोजिकल खेल खेलना जारी रखा। जंग को लेकर अमेरिकी अधिकारियों के बयान सामने आते ही ये समझ में आ जाता है कि अमेरिका किसी भी सूरत में रूस के ख़िलाफ़ कुछ अपने हक़ माहौल बनाता दिखाई दे रहा है।

ADVERTISEMENT

Russia - Ukraine War: CIA की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति अब दिमाग़ी तौर पर पूरी तरह से थक चुके हैं। असल में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जो मंशा यूक्रेन पर जीत हासिल करने की थी वो पूरी नहीं हो सकी है । CIA के डायरेक्टर विलियम्स जे बर्न्स ने कहा कि अपनी खीज को छुपाने के चक्कर में ही व्लादिमीर पुतिन अब परमाणु हथियारों के इस्तेमाल करने की बात कहकर अपनी ही खींची लकीर को छोटा करने की कोशिश में हैं।

ये बात ग़ौर तलब है कि विलियम्स जे बर्न्स रूस में अमेरिका के राजदूत के तौर पर काम कर चुके हैं लिहाजा रूस की मानसिकता का उन्हें अच्छी तरह से अंदाज़ा है।

रूस को एक तगड़ा झटका उसके तेल के निर्यात पर भी पड़ा है। रूसी समाचार एजेंसी के हवाले से कहा गया है कि व्लादिमीर पुतिन ने इस बात को माना भी है कि यूरोप की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से तेल और गैस सेक्टर को जबरदस्त नुकसान पहुँचा है। तेल और गैस इंडस्ट्री में लागत तो बढ़ गई जबकि एक्पोर्ट कम हुआ है

Russia - Ukraine War: इसी बीच ब्रिटेन ने एक बार फिर रूसी कारोबारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने का इरादा ज़ाहिर किया है। बताया जा रहा हैकि रूसी अरबपति रोमन अब्रामोविच के साथ कारोबार करने वाले दो रूसी कारोबारियों की संपत्ति ज़ब्त करने का इरादा ज़ाहिर किया है।

जिन कारोबारियों के ख़िलाफ ब्रिटेन कार्रवाई करने वाला है उनके नाम यूजिन तेत्येनबाम और डेविड डेविडोविच बताए जा रहे हैं। ब्रिटेन के समाचार पत्रों में छपी ख़बरों के मुताबिक ब्रिटेन के अधिकारियों ने इन दोनों कारोबारियों की 13 अरब डॉलर से ज़्यादा की सम्पत्ति को ज़ब्त किया जा चुका है।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT