Shraddha Case : 'वो मुझे मार डालेगा, वो मुझे पीटता है, मैं नर्क में जी रही हूं, प्लीज, मुझे बचा लो'
Shraddha Case : आफताब के साथ रहते हुए श्रद्धा को हर पल अपनी जिंदगी का डर सता रहा था, लेकिन वो उसे छोड़ भी नहीं पा रही थी। उसने अपने दोस्तों को बताया था कि वो रिलेशनशिप में फंस गई है ।
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मुंबई में दिव्येश सिंह, हिमांशु मिश्रा और चिराग गोठी की रिपोर्ट
Shraddha Case : आफताब की कई बातों को लेकर श्रद्धा से बहस होती थी। बहस धीरे-धीरे मारपीट तक पहुंच जाती थी। ये एक बार नहीं, बल्कि कई मर्तबा हुआ। ये बात कई बार श्रद्धा के दोस्तों तक पहुंची और उसके दोस्तों ने दोनों का कई बार सुलहनामा भी करवाया। लेकिन हद तो तब पार हो गई, जब श्रद्धा का उसके दोस्तों से संपर्क टूट गया और अपनी परेशानियां वो किसी से शेयर नहीं कर पाई। इसी दौरान आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी।
श्रद्धा को हर पल अपनी जिंदगी का डर सता रहा था, लेकिन वो उसे छोड़ भी नहीं पा रही थी। उसने अपने दोस्तों को बताया था कि वो एक ऐसी रिलेशनशिप में फंस गई है जहां उसके साथ मारपीट होती है। अपना घर छोड़ते ही आफताब के साथ उसका रिश्ता पूरी तरह बदल गया।
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आफताब न केवल शक्की था बल्कि बेहद गुस्सैल भी था। एक बार श्रद्धा से उसका झगड़ा इस हद तक पहुंच गया कि श्रद्धा को अपनी जान बचाने के लिए अपने दोस्तों को बुलाना पड़ा।
उस रात श्रद्धा को उसके दोस्तों ने आफताब से बचा लिया। वहीं, आफताब को चेतावनी दी कि अगर उसने श्रद्धा से मारपीट की तो पुलिस में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज की जाएगी। उस रात तो श्रद्धा अपने दोस्तों के साथ चली गई, लेकिन दो दिन बाद फिर से वो आफताब के पास लौट आई। एक तरफ श्रद्धा अपने दोस्तों को बताती थी कि वो अपनी रिलेशनशिप में बुरी तरह फंस चुकी है तो दूसरी तरफ वो आफताब को छोड़ भी नहीं पाती थी। उसके दोस्त आज तक नहीं समझ पाए कि आखिर ऐसा क्या था कि श्रद्धा ने आफताब के लिए अपने मां-बाप और दोस्तों को छोड़ दिया? अपने शहर को भी छोड़ दिया?
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जुलाई 2021 में झगड़ा हुआ था जिसके बाद श्रद्धा ने दोस्त लक्ष्मण को बुलाया था। इस साल मार्च में रिश्ते को बेहतर बनाने के लिए दोनों ने उत्तराखंड और हिमाचल घूमने का फैसला किया। दोनों ने हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी और हिमाचल के हिल स्टेशन की सैर की।
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दिल्ली आने के बाद श्रद्धा का संपर्क अपने दोस्तों से कट गया और जिसका डर था वही हुआ। पुलिस के मुताबिक 18 मई को ऐसा झगड़ा हुआ कि आफताब ने गला दबाकर श्रद्धा की हत्या कर दी।
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