हाथ में हंसिया और आधी कटी गर्दन के साथ पहुँचा पुलिस कंट्रोल रूम, हत्यारा फरार

ADVERTISEMENT

शिमला में पुलिस हेडक्वार्टर के सामने मर्डर
शिमला में पुलिस हेडक्वार्टर के सामने मर्डर
social share
google news

Himachal Murder Case: कुछ अरसा पहले एक फिल्म आई थी, A Wednesday! इस फिल्म का एक सबसे रोचक पहलू ये था कि फिल्म का एक किरदार पुलिस हेडक्वार्टर में जाकर बम प्लांट कर देता है, और जैसे ही इस बात का खुलासा होता है तो पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मच जाता है। बात है भी चौंकानें वाली आखिर पुलिस की नाक के नीचे किसी अपराधी की इतनी हिम्मत कैसे हो सकती है कि वो पुलिस हेडक्वार्टर में ही जाकर बम जैसी खतरनाक चीज प्लांट करके बड़ी ही सफाई से वहां से बाहर निकल आए। 

शिमला में फिल्मी कहानी से भी खतरनाक मर्डर

ये तो फिल्मी कहानी थी, लेकिन शिमला में पिछली रात जो हुआ उसके आगे फिल्मी कहानियां भी पानी भरती दिखाई देंगी। असल में शिमला में बीती रात जो कुछ हुआ वैसा इससे पहले वहां की पुलिस ने न तो कभी देखा और न ही कभी सुना था। यहां एक शख्स अपनी ही कटी हुई गर्दन से साथ पुलिस कंट्रोल रूम पहुँचा, उसके हाथ में हंसिया था और इससे पहले पुलिसवाले कुछ समझ पाते वो ढेर हो गया। 

पुलिस कंट्रोल रूम के बाहर एक लड़के की मौत के बाद हैरान परेशान पुलिसवाले

शिमला के मालरोड की भीड़

शिमला का सबसे मशहूर और सबसे व्यस्त इलाका है मालरोड। जहां लोकल के साथ साथ शिमला घूमने आने वाले सैलानियों का जमघट हरदम लगा ही रहता है। इसी मॉलरोड पर मौजूद है पुलिस कंट्रोल रूम। मालरोड की एक पट्टी पर कंट्रोल रूम है और दूसरी पट्टी पर सड़क किनारे होटलों की कतारें। और इसी वजह से यहां अक्सर भीड़ बनी ही रहती है। 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

पुलिस अफसर के दफ्तर की तोड़ी खिड़की

रविवार को आधी रात के बाद करीब दो बजे एक शख्स बुरी तरह से लहुलुहान हालत में एक हसिया जैसी चीज से पुलिस हेडक्वार्टर में एक पुलिस अफसर के दफ्तर के बाहर का शीशा तोड़ता है। शीशा टूटने की आवाज सुनकर पुलिस हेडक्वार्टर में मौजूद सिपाही उस आवाज की दिशा में दौड़ते हैं तो देखते हैं कि वहां खिड़की के नीचे एक शख्स गिरा पड़ा और उसके हाथ में हंसिया जैसी चीज है लेकिन वो बुरी तरह से लहुलुहान है। उसकी गर्दन पर घाव का गहरा निशान था और खून बह रहा था। 

लड़के की मौत के बाद बिलखते परिजन

इलाज से पहले मौत, सवालों का खड़ा ढेर

पुलिस वाले उस लड़के को देखकर बुरी तरह से हैरत में पड़  जाते हैं और फिर कंबल डालकर उसे फौरन पास के एक अस्पताल में ले जाते हैं। लेकिन इलाज मिलने से पहले ही उसकी मौत हो जाती है। अब पुलिस के सामने सबसे पहला सवाल यही था कि आखिर ये शख्स है कौन, जिसने रात में हंसिया से पुलिस हेडक्वार्टर में पुलिस अफसर के दफ्तर की खिड़की का शीशा क्यों तोड़ा। क्या ये शख्स चोर है जो चोरी के इरादे से आया था। लेकिन अगर वो चोर था और चोरी के इरादे से आया था तो फिर उसकी गर्दन में ये घाव किसने किया। जिसमें से लगातार खून बहने की वजह से उसकी मौत हो गई। 

ADVERTISEMENT

मरने वाला कौन ?

एक और सवाल उठ रहा था कि क्या उस शख्स ने खुद उस हंसिये से खुदकुशी कर ली और उसके बाद पुलिसवालों को इसकी इत्तेला देने के लिएही उसने ये सब किया। इन्हीं सवालों में उलझी पुलिस ने अपने हेडक्वार्टर के सामने से ही तफ्तीश शुरू की। उन्हें जल्दी ही ये पता चल गया कि वो लड़का कौन है? और उसके साथ हुआ क्या?

ADVERTISEMENT

पुलिस हैडक्वार्टर के सामने हुई लड़के की मौत

आधी रात के बाद हुआ कातिलाना हमला

पुलिस को पता चला कि मरने वाले उस लड़के का नाम मनीष हो जो सामने के एक रेस्टोरेंट में काम करता था। लेकिन रविवार को आधी रात के बाद उसके पास कुछ लोग आए थे । खुलासा ये हुआ है कि वो रात में जब रेस्टोरेंट में ही सो रहा था तभी उस पर कुछ अनजान लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। और उसी हमले के बाद वो उन बदमाशों का हथियार छीनकर पुलिस हेडक्वार्टर की तरफ मदद के लिए भागा था, मगर शायद खून ज्यादा बहने की वजह से वो जिंदा नहीं रह सका। 

पुलिस को कैसा पता चला?

सवाल यही है कि आखिर पुलिस को ये सब कैसे पता चला, क्योंकि जिसने किया वो तो फरार हो गया और जिसके साथ हुआ वो अब बताने के लिए दुनिया में नहीं। तो फिर पुलिस ये सब कैसे जान गई। 

होटल के लड़के ने देखा

तो असल में बीती रात करीब दो बजे जब इस मनीष के साथ कुछ लोग हाथा पायी कर रहे थे तो वहीं पास के एक होटल में काम करने वाले लड़के ने देखा था, मगर वो ये समझा कि वहां अक्सर लोग ऐसे झगड़े करते रहते हैं लिहाजा उसने इसे रोज मर्रा का किस्सा समझकर नज़रअंदाज कर दिया था। थोड़ी देर में ही मनीष भी उन हमलावरों का हथियार छीनकर वहां से भाग निकला था लिहाजा उस होटल कर्मचारी को लगा कि सब मामला रफा दफा हो गया और मार खाने वाला मौके से भाग निकला। लिहाजा वो चुपचाप वहां से जाकर कंबल में दुबककर सो गया। लेकिन जब सुबह उसने पुलिस को तफ्तीश करते देखा तब जाकर उसने पुलिस को पूरी बात बता दी। 

अब तलाश है कातिल की

यानी पुलिस को अब मरने वाला लड़का और उसकी पहचान तो मिल गई। पुलिस ये भी जान गई कि उसके साथ क्या हादसा हुआ। लेकिन अब पुलिस के पास और भी कई सवाल हैं जिनके जवाब उसे जल्दी ही तलाश करने हैं।  आखिर शिमला के रहने वाले 21 साल के मनीष उपमंडल चौपाल पर जानलेवा हमला करने वाला कौन था? क्या दोनों की कोई पुरानी रंजिश थी? या फिर मनीष ने कुछ ऐसा किया जिसकी वजह से उसने बदला लेने के लिए मनीष पर कातिलाना हमला कर दिया। फिलहाल पुलिस अब आस पास के तमाम होटलों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि फरार आरोपी की पहचान करके उसकी तलाश की जा सके। 

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT