वाराणसी में IS की 'काले पाउडर' की साज़िश का पर्दाफ़ाश, NIA के हाथ लगा IS का आतंकी!

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वाराणसी में IS की 'काले पाउडर' की साज़िश का पर्दाफ़ाश, NIA के हाथ लगा IS का आतंकी!
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NIA Action: काशी में रची जा रही काले पाउडर की साज़िश का हो गया पर्दाफाश। जी हां केंद्रीय जांच एजेंसी को उस वक्त बड़ी कामयाबी हाथ लगी जब NIA ने IS के लिए काम करने वाले एक आतंकी को पकड़ने में सफलता पाई।

वाराणसी के लालपुर थाना इलाक़े में मकबूल आलम रोड से जांच एजेंसी ने 24 साल के बासित कलाम सिद्दीकी को गिरफ्तार किया है। और जब उसके घर की तलाशी ली गई तो वहां से जो मिला उसे देखकर केंद्रीय जांच एजेंसी के अफसर खुद चौंक गए। जांच एजेंसी को बासित के घर से आतंकवाद का लिट्रेचर के अलावा IED बनाने का फॉर्म्यूला हाथ लगा।

इसके अलावा उसका लेपटॉप, बासित का मोबाइल फोन और पेन ड्राइव भी जांच एजेंसी ने अपने कब्ज़े में ले ली।इतना ही नहीं जांच एजेंसी ने बासित के पिता और भाई को भी हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।

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Arrest Mastermind: असल में करीब चार महीने पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने ISIS के वॉयस आफ हिंद मॉड्यूल के खिलाफ एक मामला दर्ज करके जांच शुरू की थी। और उस सिलसिले में NIA ने उमर निसार उर्फ क़ासिम खुरासानी को पहले ही उठा चुकी है। उसके अलावा छह और लोगों को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है।

और उन लोगों से पूछताछ के दौरान जो पता चला उसी आधार पर एनआईए के रडार पर बासित कलाम कई दिनों से था। जांच एजेंसी को पकड़े गए लोगों के लिंक दिल्ली और वाराणसी में मिल रहे थे।

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गुरुवार की सुबह एनआईए ने आखिरकार मकबूल आलम रोड में मौजूद बासित कलाम के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया क़रीब छह घंटे तक केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम उसके घर की तलाशी लेती रही। जिसमें उसे उसके खिलाफ कई अहम सबूत हाथ लगे।

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Varanasi Terrorist Arrest: उसी तलाशी के दौरान ये भी पता चला है कि बासित कलाम उत्तर प्रदेश में IS खुरासान के मॉड्यूल के तौर पर सक्रिय था। खुलासा है कि उसने वॉयस ऑफ खुरासान मैगजीन के जरिए ऑनलाइन ट्रेनिंग देने का काम अपने ज़िम्मे ले रखा था।

वो नौजवानों को भड़काने के साथ साथ सोशल मीडिया के टेलीग्राम चैनल के ज़रिए लड़कों को काले पाउडर को बम में तब्दील करने की खतरनाक ट्रेनिंग भी दे रहा था। एनआईए को उसके घर में तलाशी के दौरान कई ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं जिससे पता चलता है कि उसने धमाके का सामान तैयार करने के लिए ही उन्हें अपने पास रखा था।

केंद्रीय जांच एजेंसियों का खुलासा है कि बासित कलाम यूं तो इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था लेकिन असल में वो अफग़ानिस्तान में बैठे IS खुरासान के आकाओं के संपर्क में बना हुआ था।

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