moose wala death: पंजाब पुलिस के कसते शिकंजे से डरने लगा है गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई

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Siddhu Moose Wala Death: एक तरफ पंजाब पुलिस (Punjab Police) सिद्धू मूसेवाला (Siddhu Moosewala) के क़ातिलों पर शिकंजा कसने के लिए अपना क़ानून (Legal Action) का पंजा और मजबूत कर रही है, तो वहीं पंजाब के गैंगस्टर (GangSters) अपने बचने के लिए अलग अलग पैंतरे आजमा रहे हैं।

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मामले में अभी तक गैंगस्टरों के बीच सोशल मीडिया पर अपने नाम का जयकारा लगवाने वाले मास्टर माइंड लॉरेंस बिश्नोई की सिट्टी-पिट्टी गुम है। पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई और तेजी को देखकर अचानक उसे उसे अपनी जान का डर सताने लगा है। उसको ये खौफ खाये जा रहा है कि कहीं पंजाब पुलिस इस धरपकड़ और अफ़रा तफ़री के बीच उसी का काम तमाम न करवा दे।

लिहाजा पंजाब पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए लारेंस बिश्नोई ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में एक अर्जी डाली थी। लारेंस ने कोर्ट से मांग की थी कि मूसेवाला मर्डर केस में उससे किसी भी तरह की पूछतआछ दिल्ली के तिहाड़ जेल में ही हो और वो भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए।

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उसे पूछताछ के लिए पंजाब ना भेजा जाए क्य़ोंकि पंजाब की ज़मीन में पुलिस कस्टडी में रहते हुए उसकी जान को खतरा हो सकता है। गैंगस्टर की इस गुहार के पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने ठुकरा दिया। यानी अब लॉरेंस के लिए अपने डर से बचने की एक खिड़की बंद हो गई।

Lawrence Bishnoi Gang: फिलहाल बिश्नोई दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल की रिमांड पर है। दो दिन पहले तक वो तिहाड़ जेल में सुरक्षित था। तिहाड़ की सुरक्षा पर उसे भरोसा था इसलिए वो चाहता था कि पूछताछ तिहाड़ में ही हो. अब वो गिड़गिडा रहा है कि सोशल मीडिया पर उसके हवाले से जो कुछ लिखा गया उसके बारे में उसे कुछ पता ही नहीं।

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दरअसल हत्याकांड के बाद जिम्मेदारी लेने में उसका नाम सोशल मीडिया से ही पुलिस के सामने आया था. उसका नाम गोल्डी बरार के जिम्मेदारी लेने के बाद उछला था।

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Gangs Of Punjab: इसी बीच पंजाब पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाने के लिए और क़ानून के हाथ की पहुँच को और भी लंबा करने के लिए न सिर्फ STF को नए सिरे से गठित कर दिया है। साथ अब हिन्दुस्तान की हदों से बाहर बैठे पंजाब के गैंगस्टरों को क़ानून के शिकंजे में लाने के लिए सेंट्रल एजेंसियों के सहारे इंटरपोल की मदद लेने की कोशिश में लग गई है ताकि रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाए जा सकें।

असल में ये सारी कवायद गोल्डी बराड़ को शिकंजे में लाने की भी है क्योंकि गोल्डी बराड़ इस वक़्त कनाडा में रहकर अपना गैंग चला रहा है और सात समंदर पार बैठने के बावजूद सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में उसका नाम बढ़चढ़ कर लिया जा रहा है। लिहाजा पुलिस उसे अपनी गिरफ़्त में लेना चाहती है। ताकि पंजाब के मुहाने में बैठा गैंगवॉर का खौफ टाला जा सके।

Punjab Police Action: इसी बीच पंजाब पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाने के लिए और क़ानून के हाथ की पहुँच को और भी लंबा करने के लिए न सिर्फ STF को नए सिरे से गठित कर दिया है। साथ अब हिन्दुस्तान की हदों से बाहर बैठे पंजाब के गैंगस्टरों को क़ानून के शिकंजे में लाने के लिए सेंट्रल एजेंसियों के सहारे इंटरपोल की मदद लेने की कोशिश में लग गई है ताकि रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाए जा सकें।

असल में ये सारी कवायद गोल्डी बराड़ को शिकंजे में लाने की भी है क्योंकि गोल्डी बराड़ इस वक़्त कनाडा में रहकर अपना गैंग चला रहा है और सात समंदर पार बैठने के बावजूद सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में उसका नाम बढ़चढ़ कर लिया जा रहा है। लिहाजा पुलिस उसे अपनी गिरफ़्त में लेना चाहती है। ताकि पंजाब के मुहाने में बैठा गैंगवॉर का खौफ टाला जा सके।

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