Hijab controversy : सियासत का नया चटपटा मसाला बना हिजाब का बवाल, प्रियंका और मलाला भी कूद पड़ीं ज़ुबानी जंग में

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अंतरराष्ट्रीय बवाल बन गया 'हिजाब'

Latest Crime News: कर्नाटक के एक छोटे से शहर उडुपी के एक कॉलेज से शुरु हुआ हिजाब का बवाल अब हदों से पार निकलने लगा है। पहले ये सिर्फ कर्नाटक के एक हिस्से तक ही रहा, लेकिन मीडिया और सोशल मीडिया में बनी सुर्खियों ने इस बवाल को देखते ही देखते पहले अंतरराज्यीय और फिर इसे अंतरराष्ट्रीय बवाल में तब्दील कर दिया।

आलम ये है कि अपने भाषण और सोच के लिए दुनिया भर के बुद्धिजीवियों की आदर्श बन चुकी मलाला युसुफज़ई भी इस बवाल के लिए मची जुबानी जंग में कूद पड़ीं।

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सियासी मसाले से भरपूर है हिजाब का बवाल

Crime News Update: सबसे चौंकाने वाला पहलू यही है कि बातों के बतंगड़ से ज़्यादा कुछ नहीं ये बवाल ऐसे वक़्त में जंगल की आग की तरफ भड़क रहा है जब पांच राज्यों में विधान सभा के चुनाव अपने चरम पर पहुँच रहे हैं। कर्नाटक के कॉलेज के एक गेट के सामने से निकला ये बवाल अब बवंडर बनकर दिल्ली और महाराष्ट्र की सड़कों पर आवारा घूमता दिखाई देने लगा है।

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सबसे दिलचस्प ये है कि बवाल में ड्रामा भी है, एक्शन भी है, इमोशन भी है, और ट्रेजडी भी है। यानी वो सारा मसाला है जिस पर मुल्क में सियासत करने वाले तबीयत से चटकारे लेकर अपनी सियासी रोटी सेंक भी सकते हैं।

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इसीलिए इस बात की आशंका भी ज़ाहिर की जा रही है कि पांच राज्यों में चुनाव के दौरान भड़की इस हिजाब की आग के पीछे कहीं कोई गहरी साज़िश तो नहीं, ताकि हालात और माहौल दोनों ही खराब हों और रिश्तों के बीच तल्खियां हावी हो जाएं।

सियासत को रास आने लगा हिजाब का बवाल

Crime News in Hindi: इस हिजाब के विवाद में कांग्रेस की प्रियंका गांधी भी अपने हिस्से की सियासत करने से नहीं चूकीं जब उन्होंने एक ट्वीट करके लिखा लड़की चाहे बिकनी में हो, घूंघट हो या फिर जींस या हिजाब, ये महिला को तय करना है कि उसे क्या पहनना चाहिए।

कांग्रेस महासचिव ने ट्वीट में लिखा कि महिलाओं को अपने हिसाब और पंसद के कपड़े पहनने का हक़ है, और ये हक़ उन्हें संविधान से मिला है। अपने इस ट्वीट के साथ प्रियंका गांधी ने लड़की हूं लड़ सकती हूं का हैशटैग भी चस्पा कर दिया।

सरहदों को लांघने लगी हिजाब की साज़िश

Hijab Row : हिजाब के इस बवाल ने देखते ही देखते अंतरराष्ट्रीय हदों को भी लांघ लिया। नोबल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफज़ई ने भी इस मामले में एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि लड़कों को पढ़ाई और हिजाब के बीच किसी एक के चुनाव के लिए मजबूर किया जा रहा है। यानी हिजाब की वजह से ही मुस्लिम छात्राओं को शिक्षा और तालीम से दूर किया जा रहा है।

देश की राजधानी दिल्ली में हिजाब को लेकर छात्र प्रदर्शन करते दिखाई दिये जबकि महाराष्ट्र में लोगों ने हस्ताक्षर अभियान चला रखा है। इस बीच माहौल को बिगड़ता देखकर कर्नाटक के तीन शहरों में अदालत के फैसले के बाद स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। और कर्नाटक हाईकोर्ट इस मामले में बेहद गंभीर है।

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