नफे सिंह की हत्या की सीबीआई जांच होगी, कत्ल में कई हाईटेक हथियारों का इस्तेमाल, कातिलों की कार का नंबर निकला फर्जी

ADVERTISEMENT

जांच में जुटी पुलिस
जांच में जुटी पुलिस
social share
google news

प्रथम शर्मा के साथ अरविंद ओझा की रिपोर्ट

Haryana murder Case: हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या से ना सिर्फ बवाल है बल्कि सवालों का भी अंबार है। दिल्ली से सटे बहादुरगढ़ में अज्ञात हमलावरों ने नफे सिंह के शरीर को गोलियों से छलनी तो किया ही साथ ही कानून व्यवस्था को भी ठेंगा दिखाय। हालांकि बहादुरगढ़ के पूर्व विधायक रह चुके नफे सिंह राठी का अंतिम संस्कार हो चुका है लेकिन समर्थकों के विरोध, परिवार के आरोप और मर्डर के तरीके को देखते हुए हरियाणा सरकार ने हत्याकांड की CBI जांच की सिफारिश कर दी है और अब केस को केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपा गया है।  

CBI को सौंपी गई जांच

रविवार की शाम को बराही रेलवे फाटक के पास नफे सिंह राठी पर कम से कम 30 से 40 राउंड की ताबड़तोड़ फायरिंग की जानकारी आ रही है। नफे सिंह राठी के गर्दन, कमर और पैर में लगी गोलियों ने उनकी सांसों पर लगाम लगा दी। आईएनएलडी के महासचिव अभय चौटाला और नफेसिंह के परिजनों ने पुलिस को 7 दिन का वक्त दिया है। परिजनों ने कहा है कि अगर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो कोई बड़ा फैसला लिया जाएगा। नफे सिंह हत्याकांड में पुलिस ने फिलहाल 2 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए राउंड अप किया गया है। मामले की तफ्तीश के लिए कई टीमों को लगाया गया है। जानकारी के मुताबिक अलग अलग तरह के हथियारों से नफे सिंह राठी पर गोलियां चलाई गईं हैं। मौके पर अलग अलग के कारतूस बरामद हुए हैं। दिल्ली के तिहाड़ जेल में कुछ गैगस्टर्स से हरियाणा पुलिस पूछताछ करने पहुंची है। दिल्ली के अलावा कुछ और राज्यों की जेल में भी हरियाणा पुलिस गैंगस्टर्स से पूछताछ की जा रही है। 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

हरियाणा पुलिस ने किया बड़ा खुलासा

नफे सिंह राठी हरियाणा के एक कद्दावर नेता थे। हरियाणा विधानसभा के सत्र में भी इस सनसनीखेज हत्याकांड की गूंज सुनाई दी। बयानों का घमासान हुआ। आरोपों का शोर मचा। मनोहर लाल सरकार ने हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने का दावा किया तो विपक्ष ने बीजेपी सरकार को घेरने में रत्ती भर वक्त बर्बाद नहीं किया। नफे सिंह हत्याकांड में दर्ज FIR में पूर्व विधायक नरेश कौशिक समेत 7 लोगों का नाम दिया गया है। केस में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 25-27- 54-59 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामला बेहद हाईप्रोफाइल है और जिस पेशेवर तरीके से इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है...जाहिर है पुलिस और जांच एजेंसियां एक खास एंगल को भी टटोलने की कोशिश में होंगी

हमलावरों ने गोली मारकर की राठी की हत्या

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने विपक्ष के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। विज ने हरियाणा की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कांग्रेस द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर कहा, 'यदि सदन केवल सीबीआई जांच से संतुष्ट है, तो मैं सदस्यों को आश्वासन देता हूं कि हम मामला सीबीआई को दिया जा रहा है।' विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने स्थगन प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और कांग्रेस ने राठी की हत्या की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की। प्रश्नकाल के तुरंत बाद, कांग्रेस सदस्यों ने राठी की हत्या का मुद्दा उठाया और कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग की। 

ADVERTISEMENT

हिरासत में लिए गए 2 संदिग्ध

रविवार को दिल्ली के पास बहादुरगढ़ में अज्ञात हमलावरों ने राठी के स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) पर अंधाधुंध गोलीबारी की जिससे राठी और इनेलो के एक कार्यकर्ता की मृत्यु हो गई। लोकसभा चुनाव से दो महीने से भी कम समय पहले हुए इस हमले पर भाजपा शासित राज्य में विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पुलिस ने कहा कि राठी की हत्या के सिलसिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक नरेश कौशिक सहित बारह लोगों के खिलाफ सोमवार को मामला दर्ज किया गया। विज ने विधानसभा में कहा कि पुलिस घटना की उचित तरीके से जांच कर रही है, लेकिन जब विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मामले में कई पहलू शामिल हो सकते हैं, जिनकी जांच केवल केंद्रीय एजेंसी ही कर सकती है, तो गृहमंत्री ने कहा कि सीबीआई जांच की घोषणा की जाएगी।

ADVERTISEMENT

12 लोगों पर मुकदमा दर्ज 

कांग्रेस नेता रघुवीर सिंह कादियान ने विधानसभाध्यक्ष से उनकी पार्टी द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा की अनुमति देने की मांग की। विधानसभाध्यक्ष ने स्थगन प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जिसके बाद सदन ने इस मुद्दे पर चर्चा की। कादियान ने राठी की हत्या को ‘‘राज्य की पहली राजनीतिक हत्या’’ करार दिया और उच्च न्यायालय के किसी न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग की। उनकी मांग का हुड्डा ने समर्थन किया। कादियान ने कहा कि राठी को धमकियां मिलने के बावजूद सुरक्षा प्रदान नहीं की गई। विज ने राठी की हत्या को बेहद दुखद घटना बताया। उन्होंने कहा, 'मैंने तुरंत संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मैंने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), झज्जर पुलिस अधीक्षक (एसपी) और विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के प्रमुख से बात की और उन्हें दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने का निर्देश दिया।' 

विज बोले, आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा

विज ने कहा कि कार के पंजीकरण नंबर की जांच की जा रही है। कानून-व्यवस्था के कथित तौर पर ध्वस्त होने को लेकर विपक्ष द्वारा भाजपा पर निशाना साधने पर उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कहा जा रहा है कि राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी ध्वस्त हो गयी है, जो सच नहीं है।’’ गृह मंत्री विज ने कहा, राठी की हत्या के पीछे जो लोग हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें ऐसी सजा दी जाएगी जो मिसाल बनेगी। इससे पहले, हरियाणा विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी और राठी को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान कादियान ने राठी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इनेलो नेता की मृत्यु स्वाभाविक नहीं थी।

राठी हत्याकांड को लेकर बीजेपी की जमकर आलोचना

कांग्रेस नेता ने कहा, 'यह एक राजनीतिक हत्या है और (1966 में) अलग राज्य बनने के बाद हरियाणा में यह पहली राजनीतिक हत्या है।' मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में सदन ने राठी को श्रद्धांजलि दी। कादियान ने कहा कि राठी एक किसान परिवार से थे और जीवन में काफी संघर्ष के बाद विधायक बने। उन्होंने कहा, ''हम घटना की उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की निगरानी में सीबीआई जांच की मांग करते हैं।'' कादियान ने कहा कि राठी को अपनी जान का खतरा था और उन्होंने अपने लिए सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने कहा, 'सवाल यह उठता है कि राठी को सुरक्षा क्यों नहीं मुहैया कराई गई।' 

राठी को सुरक्षा क्यों नहीं मुहैया कराई 

कांग्रेस नेता ने दावा किया, चूंकि घटना के संबंध में दर्ज की गई प्राथमिकी में राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले कुछ आरोपियों के नाम हैं, इसलिए यह एक 'राजनीतिक हत्या' है। हुड्डा ने कहा कि पहले भी कई विधायकों को धमकियां मिली हैं, वहीं कांग्रेस नेता बी बी बत्रा ने कहा कि 'राज्य के नागरिकों में असुरक्षा की भावना व्याप्त है।’’ हुड्डा ने कहा, 'आज हालात ऐसे हैं कि हरियाणा में हर नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहा है। यहां तक कि अतीत में विधायकों को भी धमकियों का सामना करना पड़ा है। अगर हमारा राज्य असुरक्षित है, तो विकास नहीं हो सकता, कोई निवेश नहीं आएगा।'

यह एक 'राजनीतिक हत्या' 

कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने कहा, 'हरियाणा की कानून-व्यवस्था उत्तर प्रदेश और बिहार से भी बदतर है... घटना (राठी की हत्या) के बाद राज्य में डर का माहौल है।' कांग्रेस नेता गीता भुक्कल ने कहा, 'आपराधिक तत्व इतने दुस्साहसी हो गए हैं कि व्यापारियों को धमकियां मिल रही हैं और हत्या और अन्य जघन्य अपराध की घटनाएं आम हो गई हैं। हरियाणा असुरक्षित हो गया है क्योंकि कानून व्यवस्था चरमरा गई है।' कांग्रेस के नीरज शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार विधायकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के बजाय उनकी गतिविधियों पर नजर रखने में व्यस्त है। 

सरकार ने दिया सख्त कार्यवाई का आश्वासन

कांग्रेस सदस्य कुलदीप वत्स ने कहा कि अतीत में ऐसे मामले सामने आए हैं जब विधायकों को धमकियां मिलीं, जबकि उनकी पार्टी के सहयोगी जगबीर मलिक ने राठी की हत्या को एक गंभीर घटना बताया। मलिक ने कहा, ''कल, हममें से कोई भी हो सकता है।'' नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने कहा कि हरियाणा में कभी राजनीतिक हत्याएं नहीं देखी गईं। खट्टर ने रविवार को कहा था कि मामले में एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस को आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने भाजपा-जजपा सरकार पर राठी की जान को खतरा होने के बावजूद उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने घटना की सीबीआई से जांच कराने की भी मांग की। आम आदमी पार्टी (आप) ने भी इस घटना को लेकर खट्टर सरकार पर निशाना साधा है।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT