Gangsters Weapon: पाकिस्तान कनेक्शन से उड़ी पुलिस की नींद, ऐसे लाए जाते हैं रशियन मेड हथियार

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

Gangsters Weapon: 29 मई को सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) के मर्डर में जिन हथियारों (Weapon) का इस्तेमाल हुआ...वो किसी भी लिहाज से मामूली हथियार नहीं हैं। इसके अलावा दो रोज पहले जिन हथियारों के ज़खीरे के ज़िक्र दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के स्पेशल सेल (Special Cell) के स्पेशल कमिश्नर HGS धालीवाल ने किया वो भी बेहद ख़तरनाक होने के साथ साथ आमतौर पर मिलने वाले हथियारों से कहीं ज़्यादा आधुनिक (Sophisticated) हैं.

आमतौर पर हिन्दुस्तान में अब तक जितने भी गैंग सामने आए हैं...उनके शूटरों के पास से इतने आधुनिक हथियार कभी पुलिस ने बरामद नहीं किए। ऐसे में इस सवाल का उठना लाजमी हो जाता है कि आखिर पंजाब के गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के पास इतने तगड़े और आधुनिक हथियार कहां से आए।

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर के सिलसिले में जिन शूटरों को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ में हथियारों के बारे में जो कुछ भी सामने आया, उसे सुनकर खुद पुलिस के होश फाख्ता हो गए। क्योंकि लॉरेंस के गैंग के पास ऐसे ऐसे हथियारों का लेखा जोखा पुलिस को पता चला जो पंजाब पुलिस या दिल्ली पुलिस के पास भी शायद नहीं हैं। जाहिर है ये सवाल लाजमी है कि ये हथियार किसने कब और कैसे हासिल किए।

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

Police Investigation: इससे पहले इस सवाल की पड़ताल में आगे बढ़ें...ज़रा दिल्ली पुलिस ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर मामले में पकड़े गए शूटरों खासकर प्रियव्रत उर्फ फौजी से मालूम पड़े हथियारों की उस लिस्ट पर एक नज़र दौड़ा लेते हैं जिसने खुद दिल्ली पुलिस के होश उड़ा दिए हैं।

8 हाई एक्सप्लोसिव ग्रेनेड्स

ADVERTISEMENT

अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर्स

ADVERTISEMENT

एके-47 राइफल से माउंट होने वाले लॉन्चर

9 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर

असॉल्ट राइफल, 20 राउंड

3 पिस्टल स्टार पिस्टल .30 बोर

36 राउंड 7.62 मिमी के कारतूस

एके राइफल का एक हिस्सा

हथियारों की ये लिस्ट देखकर कोई भी चौंक सकता है, क्योंकि हिन्दुस्तान के इतिहास में किसी भी एक आदमी को मारने के लिए ऐसे ऐसे हथियार कभी इस्तेमाल हुए ही नहीं।

ये बस बानगी भर है। देश के इतिहास में शायद ये पहला मौका है जब किसी एक शख़्स को मारने के लिए हथियारों का पूरा ज़ख़ीरा ही इकट्ठा कर लिया गया हो। हालांकि अभी भी हथियारों की ये तस्वीर अधूरी है। क्योंकि जिन 8 शूटरों ने मूसेवाला पर गोली चलाई, उनमें से चार से छह शूटरों का पकड़ा जाना अभी बाक़ी है। यानी जब वो पकड़े जाएंगे, तब उनके हथियार भी इन हथियारों में शामिल होंगे। जिनमें AK-47 भी है। पर पहले इन हथियारों की बात करते हैं। पिस्टल गोली तो आप पहचान ही गए।

RUSSIAN MADE WEAPON: पर जानते हैं इस लिस्ट में हैंड ग्रेनेड भी है। और वो भी रशियन मेड। इस ग्रेनेड पर बाक़ायदा इसका मार्क और नंबर भी है। ग्रेनेड के साथ पिन भी है। ज़ाहिर है ऐसे हथियारों का इस्तेमाल अमूमन देश के किसी भी हिस्से में कोई भी गैंगस्टर किसी को मारने के लिए नहीं करता है। लेकिन लॉरेंस गैंग किसी भी क़ीमत पर सिद्धू मूसेवाला को मारना चाहता था। और इसीलिए उसने हर तरह के हथियारों के इंतज़ाम किए थे।

गिरफ्तार प्रियव्रत फौजी से पूछताछ के बाद जिस तरह के हथियार, ग्रेनेड लांचर, हैंड ग्रेनेड, इलेक्ट्रोनिक डेटोनेटर और AK-47 जैसी दिखने वाली रायफल बरामद हुआ, ये सभी हथियार इंडियन मेड नहीं है। ज़ाहिर है रशियन मेड हथियार हिन्दुस्तान में मिल रहे हैं तो कहीं न कहीं से इन्हें लाया गया होगा...और किसी न किसी रास्ते से इन्हें पंजाब के गैंग्स्टर के पास तक पहुँचाया भी गया होगा।

सवाल उठता है कि यहां तक पहुंचने का रास्ता क्या है और किसने इन गैंग्स्टर के पास इतने ताकतवर और आधुनिक हथियार पहुँचाए।

Moose Wale Murder Case: अगर पुलिस सूत्रों की बातों पर यकीन किया जाए तो ये और ऐसे तमाम हथियार आमतौर पर पाकिस्तान के रास्ते ही भारत तक पहुँचाए जाते हैं...लेकिन कैसे...क्योंकि इस सवाल के जवाब में सुरक्षा एजेंसियों के मुंह पर ताले लग जाते हैं...वजह साफ है कि अगर इस रास्ते का खुलासा होता है तो सीधे तौर पर सुरक्षा एजेंसियों के बंदोबस्त पर भी सवाल खड़े हो जाते हैं। लेकिन यहां एक सवाल तो उठ ही खड़ा हुआ...और वो ये कि ये रशियन मेड हथियार हिन्दुस्तान तक कैसे पहुँचे।

पुलिस के सूत्रों से ये तो पता चल ही गया कि बिहार में मुंगेर और मध्य प्रदेश के विदिशा में बनी हथियारों की अवैध फैक्ट्रियां ही दिल्ली और पंजाब के गैंग्स्टरों की असलहों की खुराक को पूरा करती रहती हैं। लेकिन जो हथियार और गोला बारूद सिद्धू मूसेवाला के शूटर प्रियव्रत फौजी की गिरफ़्तारी के साथ साथ बरामद किया गया है...वो कम से कम मुंगेर या विदिशा में तो तैयार नहीं होता है।

Lawrence Bishnoi Pakistan Connection: खुलासा यही है कि लॉरेंस बिश्नोई का पाकिस्तान में अच्छा खासा नेटवर्क है। इसके अलावा पंजाब का गैंग्स्टर जग्गू भगवानपुरिया भी पाकिस्तान से ड्रग मंगवाता था जिसके साथ हथियार भी कई बार वो मंगवा चुका है।

खुद पुलिस के सामने जग्गू भगवानपुरिया ने ये बात कुबूल की है कि उसने पाकिस्तान से कई बार पिस्तौल मंगवाई हैं। उसने पुलिस को ये भी बताया था कि एक बार 40 पिस्तौल पाकिस्तान से लाई जा रही थी लेकिन वो पकड़ी गई।

पुलिस को ये तो पता चल ही चुका है कि लॉरेंस बिश्नोई का पाकिस्तान में नेटवर्क तो है ही साथ ही साथ उसका अमेरिका तक में अच्छा खासा नेटवर्क मौजूद है। और वो देश के अलग अलग बॉर्डर से हथियार मंगवाकर पंजाब तक पहुँचवाता रहा है।

Lawrence Bishnoi Gang: लेकिन जो हथियार सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में पकड़े गए शूटर के पास से बरामद हुए उसके बारे में ये खुसर फुसर चालू है कि कहीं ये हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए तो नहीं लाए गए।

बीते साल भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने देश की सरहद को लांघने वाले पाकिस्तान के कई ड्रोन मार गिराए थे जिनमें से कई ड्रोन में हथियारों से लदे हुए थे। ज़ाहिर है ऐसे में इस सवाल को बल मिल जाता है कि कहीं पाकिस्तान से कुछ और ऐसे ड्रोन आए हों और उन ड्रोन में लदे हथियार पंजाब के गैंग्स्टर तक पहुँच गए हों...

हालांकि अभी तक ये बात पूरी तरह से साफ नहीं है कि लॉरेंस गैंग के पास रूस के बने हथियार कब कैसे पहुँचे...और इससे भी बड़ा सवाल कि इन्हें गैंग तक किसने और कैसे पहुँचाया। प्रियव्रत फौजी के पकड़े जाने और उसके खुलासे के बाद पुलिस ने अब इस तरफ भी तफ्तीश का रुख मोड़ा है कि आखिर पंजाब के गैंगस्टर इतने आधुनिक हथियार कैसे हासिल कर लेते हैं।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT