सनसनीखेज घटना : पिता के हाथों से 6 साल की बच्ची को छीन ले गया तेंदुआ, 12 घंटे बाद सिर मिला, धड़ गायब

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ये घटना उत्तर प्रदेश के बहराइच में मोतीपुर रेंज एरिया की है. यहां काफी सुनसान और घने जंगल हैं. इसी जंगल से करीब 10 किलोमीटर दूरी पर चंदनपुर गांव है. ये गांव काफी छोटा है. और आबादी भी कम है. यहां पर देवतादीन यादव का परिवार रहता है. रविवार 1 अगस्त की रात में खाना खाने के बाद वो बाहर टहलने आए. रात में लाइट थी. इसलिए पिता के पीछे-पीछे उनकी 6 साल की बेटी राधिका भी बाहर आ गई.

इसलिए बच्ची के साथ खेलने के लिए देवतादीन घर के बाहर बरामदे में ही बैठ गए. कुछ देर बीता था तभी अचानक लाइट गुल हो गई. वहां अंधेरा छा गया. बच्ची की जिद पर वो उसे अंदर नहीं ले गए. कुछ कहानी सुनाने लगे.

तभी अचानक उनके हाथ पर अचानक किसी ने झपट्टा मारा और बच्ची गायब हो गई. पिता के हाथ खून से रंग गया. वो चीखने लगे. चिल्लाने लगे. इसे सुनकर घर के सदस्य बाहर निकले. वो समझ गए कि ये किसी जानवर ने किया है.

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सभी लोग आसपास के इलाके में टॉर्च लेकर बच्ची को तलाशने लगे. लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. गांव के लोग आग जलाकर बच्ची की तलाश में जुटे लेकिन कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद वन विभाग को भी सूचना दी गई. आखिरकार बच्ची के गायब होने के करीब 12 घंटे बाद सोमवार दोपहर बाद बच्ची का सुराग मिला.

घर से 300 मीटर दूर जंगल में सिर मिला

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बताया जा रहा है कि घटनास्थल से करीब 300 मीटर दूर बच्ची का सिर्फ वाला हिस्सा ही मिला. लेकिन वहां धड़ का पता नहीं चला. इसे देख गांव के लोगों के होश उड़ गए. इस घटना से गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. इन लोगों का कहना है कि आदमखोर तेंदुए ने इस घटना को अंजाम दिया है.

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वन विभाग की लापरवाही से घटना

स्थानीय लोगों का आरोप है कि तेंदुए अक्सर ग्रामीण आबादी में घुस आते हैं. अभी कुछ दिन पहले भी दूसरे गांव में 7 साल के बच्चे को तेंदुआ उठा ले गया था. इसके बाद वन विभाग में लोगों ने शिकायत की थी. लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. हालांकि, इस घटना के वन विभाग के अधिकारी ने बच्ची के घरवालों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया है.

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