शिमला में घूम रहा है आदमखोर, अभी तक दो बच्चे हुए शिकार!

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

हालांकि वो ये नहीं बता पाया ये जानवर कौन था, शिमला के आसपास बड़ी संख्या में तेंदूए पाए जाते हैं । लगभग रात के 8 बजे का वक्त था, पांच साल का योगराज अपने घर के पास अपने चचेरे भाई के साथ पटाखे चला रहा था।

योगराज का घर शिमला के पुराने बस अड्डे के पास डाउनडेल इलाके में है। अचानक एक जानवर ने उस पर हमला कर दिया और उसे उठाकर घने जंगल में ले गया।

हमले से घबराए उसके भाई ने पूरी बात योगराज के परिवारवालों को बताई जिसके बाद इस बात की सूचना वन विभाग और पुलिस को दी गई। योगराज की तलाश में पचास से भी ज्यादा पुलिसवाले और वन विभाग के कर्मचारी लगे लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

जहां से योगराज को जानवर ने उठाया था वहां से कुछ दूरी पर खून से सनी एक पैंट मिली है।तीन महीने पहले भी शिमला के कनलोग इलाके से एक पांच साल की बच्ची पर तेंदूए ने हमला कर दिया था और उसे उठाकर ले गया था।

बाद में बच्ची की लाश पुलिस को मिली थी। इस हमले का शक भी तेंदूए पर ही जताया जा रहा है क्योंकि शिमला के आसपास तेंदूए के अलावा भालू भी होते हैं लेकिन वो बहुत ज्यादा सर्दी पड़ने पर ही शहर की तरफ आते हैं।

ADVERTISEMENT

ज्यादातर भालू जंगल में ही रहते हैं। वैसे भी दिसंबर से लेकर मार्च तक भालू शीतनिंद्रा में रहते हैं। ऐसे में शक तेंदूए पर ही जाता है पिछला हमला भी तेंदूए ने ही किया था। वन विभाग ने तेंदूए को पकड़ने के लिए काफी पिंजरे भी लगाए थे लेकिन वन विभाग तेंदूए को पकड़ने में कामयाब नहीं हुआ।

ADVERTISEMENT

सवाल ये है कि ये हमला भी उसी तेंदूए ने किया है जिसने पांच साल की बच्ची को निशाना बनाया था या फिर ये हमला किसी दूसरे तेंदूए ने किया है। इस हमले के बाद शिमला के लोगों में अपने बच्चों को लेकर दहशत है और वो उन्हें रात के वक्त अकेले घर से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं।

वन विभाग और पुलिस की टीम बच्चे की तलाश कर रहा है लेकिन अभी तक बच्चे की लाश नहीं मिल पाई है। इन हमलों के बाद वन विभाग पर सवालिया निशान खड़े होना शुरु हो गए हैं जो तीन महीने में उस तेंदूए का पता नहीं लगा पाए और ना ही उसे पकड़ पाए जिसने अगस्त के महीने में पांच साल की बच्ची पर हमला कर उसे मार डाला था।

शिमला के आसपास कट रहे जंगलों की वजह से अक्सर तेंदूए खाने के लिए इंसानी आबादी का रुख कर लेते हैं और सबसे ज्यादा उनके निशाने पर रहते हैं कुत्ते लेकिन अगर कोई बच्चा आसानी से शिकार बन रहा हो तो तेंदूए उस पर तुरंत हमला कर देते हैं।

दो आदमखोर शेर जिन्होंने 135 लोगों को कच्चा चबाया!10 हज़ार साल बाद फिर लौटेगा महा-जानवर! हाथी जैसा दिखने वाला ये जानवर हाथियों से भी कई गुना बड़ा था

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT