पंजाब के गैंगस्टर सुक्खा काहलवां की कहानी, जिसका पुलिस के सामने हुआ फ़िल्मी स्टाइल में 'मर्डर'

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विदेश जाकर बसने के सपने देखने वाला Sukkha Kahalwan

Shams ki Zubani: ये कहानी है सुक्खा की, सुक्खा काहलवां (Sukkha Kahalwan) की। वो सुक्खा काहलवां जो न जाने कितने लोगों के लिए हीरो जैसा था। वो सुक्खा काहलवां जो अपने गांव के दूसरे लड़कों की तरह बेहद सीधा सादा लड़का था। वो सुक्खा काहलवां जिसके भी बाकी लड़कों की तरह विदेश में जाकर जमकर पैसे कमाने के सपने अपनी आंखों पर सजाकर बैठा था।

लेकिन हालात के थपेड़ों ने उसे शरीफों की दुनिया से निकालकर ऐसी जगह पहुँचा दिया जहां से फिर लौटते हुए आजतक किसी को नहीं देखा गया। ये कहानी उस सुक्खा काहलवां की है जो किसी ज़माने में सीधा सादा और शर्मीला बच्चा था कि किसी के सामने आंख उठाकर बात नहीं करता था लेकिन बदले हुए हालात ने उसे इतना बदला कि पंजाब से लेकर पश्चिम बंगाल तक उसके सामने किसी की आंख उठाकर बात करने की हिम्मत नहीं पड़ती थी।

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Sukkha Kahalwan की गुर्गे से गैंगस्टर बनने की कहानी

Crime ki Kahani: आखिर ये सब कैसे हो गया, कैसे एक शरीफ़ इतना बड़ा बदमाश बन गया। कैसे सात समंदर पार जाने के सपने देखने वाला ऐसे रास्ते पर पहुँच गया जिसकी मंज़िल शर्तिया मौत है। सुक्खा काहलवां की कहानी भी ऐसी ही है। उसके शरीफ से बदमाश बनने की कहानी, एक गुर्गे से गैंगस्टर बनने की कहानी।

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अक्सर मुंबइया फिल्मों में एक चीज देखने को मिलती है कि पुलिस की रिपोर्ट में लिखा गया नाम पूरी ज़िंदगी के लिए दाग़ बन जाता है और जिंदगी को पटरी बदलते देर नहीं लगती।

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सुक्खा काहलवां के जुर्म की हुकूमत पंजाब से लेकर पश्चिम बंगाल तक फैली हुई थी। और साल 2000 से लेकर 2015 तक इस सुक्खा काहलवां ने जुर्म की दुनिया में जमकर नाम कमाया। उसकी पहचान एक शॉर्प शूटर की भी थी लेकिन उसके ख़िलाफ़ हत्या, डकैती, और गैंगवॉर समेत 60 से ज़्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे।

गांव के नाम को लगाया अपने नाम में (Sukkha Kahalwan)

Shams ki Zubani: सुक्खा काहलवां ये उसका पूरा और असली नाम नहीं था। बल्कि उसके माता पिता ने उसका प्यारा सा नाम सुखबीर सिंह काहलवां रखा था। दरअसल पंजाब के कपूरथला ज़िले का एक गांव है काहलवां। सुक्खा का जन्म इसी गांव में 21 जून 1987 को हुआ था। बाद में सुक्खा ने अपने नाम के आगे अपने गांव का नाम लगा लिया। कहते हैं कि सुक्खा का ज़्यादातर वक़्त अपने गांव में ही बीता था।

उसके परिवार के दो चाचा अमेरिका में जाकर बस गए थे जिसकी वजह से सुक्खा का परिवार NRI परिवार कहलाता था। सुक्खा के पिता भी विदेश में ही जाकर बसना चाहते थे। लेकिन वीज़ा मिलने में देरी की वजह से सुक्खा के पिता गांव में ही खेती बाड़ी का काम देखते थे और सुक्खा अपने भाई के साथ गांव के ही स्कूल में पढ़ता था।

पुलिस की एक इबारत ने बदली Sukkha Kahalwan की कहानी

Crime ki Kahani: लम्बी जद्दोजहद के बाद सुक्खा के पिता और सुक्खा की माँ का अमेरिका का वीज़ा आ गया, लेकिन सुक्खा और उसके भाई का वीज़ा नहीं था। असल में तब तक सुक्खा का पासपोर्ट भी तैयार नहीं था।

सुक्खा के पासपोर्ट न बन पाने की भी एक वजह थी। असल में 15 बरस की उम्र में गांव में लड़कों के दो गुटों में जमकर झगड़ा हुआ और बात इतनी बढ़ी कि थाने तक जा पहुँची। उस झगड़े की जो रिपोर्ट लिखवाई गई थी, तो गांव के दूसरे लड़कों के साथ सुक्खा का भी नाम लिखवा दिया गया था। जिसकी वजह से पुलिस वैरिफिकेशन की अड़चन की वजह से सुक्खा का पासपोर्ट नहीं बन पा रहा था। लिहाजा सुक्खा के माता पिता को अपने दोनों बच्चों को यहीं छोड़कर अमेरिका जाना पड़ा।

थाने में लिखी उस झगड़े की इबारत ने सुक्खा की ज़िंदगी की पूरी कहानी ही बदल दी। पुलिस के उस मामूली केस ने सुक्खा की जिंदगी के तमाम कॉमा फुलस्टॉप तक बदल दिए। और गांव के एक सीधे सादे लड़के की ज़िंदगी पटरी से उतरकर गुनाहों के दलदल में धंसती चली गई।

सोशल मीडिया को हथियार बनाने वाला Sukkha Kahalwan

Shams ki Zubani: सुक्खा काहलवां वो गैंगस्टर था जिसने नए ज़माने की सबसे कारगर चीज़ सोशल मीडिया को अपना सबसे कारगर हथियार बना लिया था। वो सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहता था ख़ासतौर पर फ़ेसबुक पर । यहां तक कि जेल में रहने के दौरान भी वो अपना स्टेटस रोज़ की तर्ज पर अपडेट करता रहता था। इसी वजह से उसकी फ़ेसबुक पर ज़बरदस्त फैन फॉलोइंग थी। खासतौर पर जब उसकी कोई फोटो गन के साथ होती थी उसे ज़बरदस्त लाइक मिलते थे। जिनकी संख्या हज़ारों और कई बार लाखों तक पहुँच जाती थी।

Sukkha Kahalwan की गर्ल फ्रेंड और शादी

हालांकि गुनाह की ज़िंदगी में उतरने के बाद सुक्खा को एक बार वापसी का रास्ता भी मिला था। जब उसका एक रिसॉर्ट के मालिक की बेटी के साथ अफेयर हो गया था। हैसियत में ऊंची होने के बावजूद वो लड़की सुक्खा पर जान छिड़कती थी। सुक्खा की सूरत के अलावा उसकी सीरत से उसे बड़ा लगाव था। सुक्खा ने उस लड़की से शादी कर ली और हिन्दुस्तान से ऑस्ट्रेलिया चला गया।

Sukkha Kahalwan का पत्नी से हुआ झगड़ा

Crime ki Kahani: मगर क़िस्मत को ये रिश्ता ज़्यादा मंजूर नहीं था लिहाजा कुछ ही अरसे में सुक्खा का अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ और वो ऑस्ट्रेलिया में सब कुछ छोड़कर वापस जालंधर आ गया।

ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद सुक्खा की ज़िंदगी पूरी तरह से बदल गई। बुरी सोहबत सुक्खा को जुर्म की दुनिया में ले गई। उसने अपने आवारा दोस्तों के साथ मिलकर लूट पाट शुरू की और मारपीट का सिलसिला शुरू हुआ। चोरी और लूटपाट के बाद उसे पुलिस ने पकड़ा और पुलिस केस बना, मगर सुक्खा ने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा बल्कि जुर्म के दलदल में गहरा उतरता चला गया।

इसी दौरान सुक्खा ने लवली बाबा नाम के एक शख्स का क़त्ल कर दिया। ये उसके हाथों से हुआ पहला क़त्ल था। इस क़त्ल के बाद सुक्खा पकड़ा जाता है। उसके जेल जाने की ख़बर ऑस्ट्रेलिया में उसकी बीवी को लगती है तो वो ऑस्ट्रेलिया से भारत आती है लेकिन भारत आते ही उसे सुक्खा के कारनामों की ख़बर मिल जाती है तो वो सुक्खा से तलाक लेने की तैयारी में लग जाती है।

Sukkha Kahalwan ने दिया मौत को चकमा

Shams ki Zubani: सुक्खा अपनी बीवी को बेइंतेहा प्यार करता है लेकिन वो उसकी ज़िंदगी में वापस नहीं आना चाहता था लिहाजा दोनों तलाक़ के लिए रज़ामंद हो जाते हैं। उसके बाद सुक्खा काहलवां गांव छोड़कर जालंधर में आकर रहने लगता है और यहां के कुछ नामी गुंडों के साथ मिलकर अपना गैंग बना लेता है।

हालात का मारा ये ऐसा गैंगस्टर था जिसकी क़िस्मत बहुत बुलंद थी। कम से कम ज़िंदगी और मौत के मामले में। उसने मौत तक को चार बार चकमा दिया था।

जालंधर पुलिस की हिरासत से सुक्खा अक्टूबर 2010 को फरार हुआ और पुलिस ने जब उसका पीछा करने के दौरान उसे गोली मारी तो वो बच गया। इसके बाद राजस्थान में भी सुक्खा पुलिस मुठभेड़ में मौत को चकमा देकर फरार हो गया। हालांकि इस मुठभेड़ में उसका साथी मारा गया।

Sukkha Kahalwan बन गया वान्टेड क्रिमिनल

Crime ki Kahani: इसके बाद सुक्खा ने यूपी के एक गैंगस्टर यामीन के साथ मिलकर लाखों का सोना लूटा। लूट के माल के बटवारे के दौरान यामीन और सुक्खा के बीच जमकर झगड़ा होता है। असल में इस दौरान सुक्खा एक तरह से भगोड़ा था और यामीन ने ही उसे पनाह दे रखी थी।

लेकिन सोने की लूट के बाद हुए झगड़े की वजह से यामीन को सुक्खा अखरने लगता है लिहाजा यामीन ने अपने साथियों के साथ मिलकर सुक्खा का गला रेत दिया था और ये समझकर उसे यमुना की रेत में फेंक दिया कि शायद वो मर गया होगा लेकिन उसका नसीब अच्छा था लिहाजा इस बार भी सुक्खा ने मौत को मात देदी और बच गया।

2013 में सुक्खा को पुलिस ने प्रधान सुदर्शन ढिल्लो की हत्या की थी और उसके बाद उसके गुनाहों की फेहरिश्त तेज़ी से बढ़ने लगी। और पुलिस के रिकॉर्ड में हत्या लूट डकैती के क़रीब 60 से ज़्यादा मामलों की फ़ाइल तैयार हो जाती है। एक वक़्त ऐसा भी आता है कि सुक्खा काहलवां पंजाब पुलिस का वॉन्डेट क्रिमिनल बन जाता है।

सोशल मीडिया का बन गया हीरो Sukkha Kahalwan

Kahani Gangster Sukkha ki: यहां पहुँचकर सुक्खा पूरी तरह से नामी बदमाश हो जाता है। ये वही दौर था जब सोशल मीडिया भी तेज़ी से बढ़ रहा था। सुक्खा इस सोशल मीडिया की ताक़त का अंदाज़ा लगा लेता है लिहाजा वो इस सोशल मीडिया को अपना नाम फैलाने और अपने नाम की दहशत फैलाने के लिए इस मीडिया को टूल बना लेता है।

फेसबुक पर वो कम से कम तीन ऐसे अकाउंट बनाता है जिन पर वो अपनी बदमाशी की तमाम तस्वीरों को अपलोड करके लोगों के बीच पहुँचता है। उसकी फैन फॉलोइंग का आलम ये होता है कि उसकी हरेक तस्वीर को लोग एक हीरो की तरह लाइक करते हैं। लेकिन इसी सोशल मीडिया के ज़रिए वो अपने गुनाहों का ग्राफ भी तेजी से ऊपर ले जाने की फिराक़ में लग जाता है और उसके ज़रिए धमकी तक देना शुरू कर देता है।

उसके जुर्म की कहानी सोशल मीडिया के जरिए पंजाब की हदों से आगे निकल जाती है और राजस्थान, दिल्ली, यहां तक कि पश्चिम बंगाल में बैठे गैंगस्टर पर उसके नाम की माला जपना शुरू कर देते हैं।

जज के सामने धमकी देने वाला Sukkha Kahalwan

Shams ki Zubani: सुक्खा उन भटके हुए नौजवानों के लिए हीरो बन चुका था जो गुनाह की दुनिया को ही अपनी दुनिया मान लेते हैं। यहां तक कि सुक्खा जब जेल में रहता था तो वहां से भी अलग अलग तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने लगता है। जिससे पुलिस महकमें के कान खड़े हो जाते हैं।

इसी दौरान सुक्खा पंजाब के सबसे नामी बदमाशों में से एक लवली के गैंग के साथ मिलकर काम करने लगता है लेकिन एक बात पर दोनों के बीच ठन जाती है और सुक्खा लवली को मार डालता है। लवली के ही गैंग में काम करने वाला सोनू बाबा ने सुक्खा के ख़िलाफ़ अदालत में गवाही दी। सोनू की गवाही के बाद सुक्खा बेहद ग़ुस्से में था और अदालत में जज के सामने ही उसने सोनू बाबा को जान से मारने की धमकी दी।

पंजाब के तमाम गैंग में ये बात मशहूर थी कि सुक्खा जिसको भी धमकी देता है उस धमकी पर अमल भी करता है। लिहाजा उस घटना के बाद सोनू डर गया था और इसी उधेड़बुन में लगा रहा कि कैसे वो सुक्खा की धमकी से बच सकता है।

Sukkha Kahalwan की सुपारी

Crime ki Kahani: क्योंकि उसे मालूम था कि जैसे ही सुक्खा जेल से बाहर आएगा तो उसे मार डालेगा। तब सोनू ने पंजाब के एक और बड़े गैंगस्टर विक्की गोंडर से हाथ मिलाया और उसे सुक्खा की सुपारी दी। साथ ही ये भरोसा भी दिया कि सुक्खा के ख़ात्मे के बाद विक्की गोंडर ही पंजाब का सबसे बड़ा डॉन हो जाएगा।

विक्की गोंडर ने सुक्खा के नाम की सुपारी ले ली। और फिर सुक्खा को मारने की प्लानिंग बनी। हैरानी की बात ये है कि सुक्खा को विक्की गोंडर के प्लान की खबर भी थी। उसे पता चल चुका था कि विक्की गोंडर उसको मारने की प्लानिंग कर रहा है।

सुक्खा को मारने के कई प्लान बने मगर कोई भी कामयाब नहीं हो सका।

वक़्त गुज़रता जा रहा था और सुक्खा जेल से कोर्ट और कोर्ट से जेल लाया ले जाया जाता था। लेकिन उसके गैंग का काम चल रहा था।

Sukkha Kahalwan का फ़िल्मी स्टाइल में मर्डर

Shams ki Zubani: 21 जनवरी 2015 का दिन था। जब पंजाब पुलिस सुक्खा को नाभा जेल से जालंधर अदालत में पेशी के लिए ले जा रही थी। बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में दो लग्ज़री कारों ने पुलिस की उस वैन को घेर लिया जिसमें पुलिसवाले सुक्खा को लेकर जा रहे थे। इससे पहले पुलिसवैन में मौजूद पुलिसवाले कुछ समझ पाते कार में सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।

असल में उन दो कारों में 15 गैंगस्टरों की टोली मौजूद थी जिनके पास ऑटोमैटिक पिस्तौल और डबल बैरल गन थीं। इसके बाद कार सवार बदमाशों ने पुलिसवालों को घेरकर उनसे उनके असलहे छीन लिए। और फिर वैन को पूरी तरह से घेरकर सुक्खा पर एक दो नहीं पूरी 60 से ज़्यादा गोलियां दाग दी। सुक्खा की मौके पर ही मौत हो गई।

इस वारदात का सबसे चौंकानेंवाला पहलू ये है कि सुक्खा को मौत के घाट उतारने के बाद भी जब गैंगस्टरों का ग़ुस्सा शांत नहीं हुआ तो वहीं उसकी लाश के पास सारे गैंगस्टरों ने जमकर भांगड़ा किया और पुलिस जीप के ड्राइवर को डंके की चोट पर ऐलान करते हुए कहा कि सबको बता देना कि इस मर्डर का प्लॉट गोंडर गैंग ने ही तैयार किया है।

Sukkha Kahalwan को पता थी अपने मर्डर की साज़िश

Shams ki Zubani: सुक्खा के मर्डर के बाद जब सुक्खा के माता पिता अमेरिका से लौटे तब उनको इस बात का पता चला कि असल में अपनी हत्या से पहले सुक्खा को इस साज़िश का पूरा पता था। उसे ये भी पता चल चुका था कि इस हत्या के पीछे गोंडर गैंग के अलावा प्रेमा लाहौरिया और सोनू बाबा का हाथ है।

असल में इस बात का पर्दाफ़ाश उस वक़्त हुआ जब सुक्खा काहलवां की हत्या के सिलसिले में आरोपी गैंगस्टरों को पकड़ा गया। तो पुलिस की पूछताछ में ये बात सामने आ गई कि सुक्खा को कैसे कैसे मारने की प्लानिंग की गई थी लेकिन किस वजह से उन प्लानिंग को अंजाम तक नहीं पहुँचाया जा सका। उसके बाद ही सुक्खा को फगवाड़ा के पास मौत के घाट उतारने का प्लान तैयार हुआ और ये भी तय हुआ था कि उसे 21 तारीख को कैसे मारा जाएगा।

ये थी पंजाब के हाल के सालों के सबसे बड़े गैंगस्टर सुक्खा काहलवां उर्फ सुखबीर सिंह कहलवां का क़िस्सा जो 28 साल की उम्र में पंजाब के साथ साथ कई राज्यों की पुलिस का सिरदर्द हो गया था।

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