भौकाल के लिए किराए पर मिल जाएगी पुलिस, 2500 में दारोगा और 33100 रुपये में पूरा थाना मारेगा सैल्यूट

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

POLICE ON RENT: कहते हैं शौक (Hobby) बड़ी चीज है। और अगर आपको भी अपने आस पास गार्ड रखने का शौक है...पुलिस के सिपाहियों की सुरक्षा में रहने और पुलिस (Police) के सिपाहियों के सुरक्षा घेरे में आने जाने का शौक या सपना है और आप न तो नेता (Leader) हैं न ही कोई बड़े अभिनेता (Actor) और न ही आप कोई खानदानी बिजनेसमैन (Businessmen) हैं...

फिर भी ये सपना देखते हैं तो अब आपका ये सपना सच (Dream Come True) हो सकता है क्योंकि अब पुलिस के एक सिपाही से लेकर पूरे थाने तक को किराए (Police on Rent) पर लेने की सहूलियत है। बस आपको सिपाही से लेकर पुलिस अफसर और थाने तक की फीस (Fee) भरनी होगी।

ये बात सुनकर चौंकना लाजमी है। लेकिन सामने आई खबरों पर अगर यकीन किया जाए तो अब ये सब कुछ मुमकिन होता दिखाई दे रहा है। क्योंकि केरल से जो सच्चाई निकलकर सामने आई है उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि अब इस शौक के लिए आपको बस अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी।

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

POLICE ON RENT: दरअसल एक पुराना नियम है जिसको लेकर केरल में क़ानूनी झगड़ा खड़ा हो गया। असल में पुराने नियम के मुताबिक कोई भी आम नागरिक पुलिसवालों को किराए पर ड्यूटी पर रखन सकता है बशर्ते उसकी तय फीस उसे अदा करनी पड़ेगी।

यानी पुलिस ऑन रेंट और इस नियम के तहत दिन भर के लिए आपको एक कांस्टेबल 700 रुपये में मिल सकता है जबकि अगर दारोगा को अपनी नौकरी बजाने के लिए रखना चाहते हैं तो 2560 रुपये प्रति दिन के हिसाब से भुगतान करना होगा। लेकिन अगर आपको एक दो सिपाही या एक दो कांस्टेबल या दारोगा से दिल नहीं भरता तो थोड़ी और जेब ढीली कीजिए पूरा थाना ही आपके हुजूर में तैनात हो जाएगा और सैल्यूट बजाएगा। एक थाने को किराए पर लेने के लिए कीमत है 33100 रुपये।

ADVERTISEMENT

असल में ये बवाल उस वक़्त शुरू हुआ जब केरल के कुन्नूर में रहने वाले के अंसार ने अपनी बेटी की शादी में VIP मेहमानों की सुरक्षा के नाम पर चार कांस्टेबल किराए पर बुलवाए। लेकिन उस शादी में एक भी वीआईपी मेहमान आया नहीं। और उसके बाद पुलिस के अफसरों ने इस बात का विरोध किया। सिर्फ इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर पुलिस अफसरों ने इस स्कीम का ही विरोध करने के लिए पोस्ट डालनी शुरू कर दी है।

ADVERTISEMENT

POLICE ON RENT: असल में किराए पर पुलिस वालों को बुलाने का बाकायदा रेट पहले से ही तय है। फिल्मों की शूटिंग हो या फिर कोई निजी समारोह, या फिर शादी ब्याह का मामला। पुलिस को किराए पर बुलाने के लिए रैंक के मुताबिक पैसे तय हैं। जैसे सर्किल इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी को बुलाने के लिए प्रति दिन के हिसाब से 3795 रुपये देने पड़ते हैं जबकि अगर रात की ड्यूटी में पुलिस अफसर किराए पर चाहिए तो उसके लिए 4750 रुपये का नाइटचार्ज है।

इसी तरह दारोगा के लिए दिन के वक़्त का रेट है 2560 रुपये और रात की सेवा के लिए 4360 रुपये की दर तय की गई थी। सिर्फ इतना ही नही है अगर ज़रूरत पड़े तो पुलिसवालों को वायरलेस सेट भी मुहैया करवा दिया जाता है जिसका किराया अलग है। उसके लिए 2315 रुपये अतिरिक्त देने पड़ते हैं। और इससे भी ज़्यादा बड़ी वीआईपी सिक्योरिटी का भौकाल खड़ा करना चाहते हैं तो स्निफर डॉग भी बुलवाए जा सकते हैं बस ज़्यादा नहीं 6950 रुपये का प्रतिदिन का अतिरिक्त खर्च आएगा।

हालांकि केरल का पुलिस अधिनियम तो कुछ और ही कहता है...केरल पुलिस अधिनियम की धारा 62 (2) में कुछ बातें बड़ी ही साफ साफ लिखी हैं। अधिनियम के मुताबिक एक निजी इंसान को पुलिस का इस्तेमाल करने का कोई अधिकार नहीं है। फिर चाहें वो सेवा मुफ्त हो या फिर उसका भुगतान किया जाए। निजी व्यक्तियों के साथ साथ निजी संस्थानों की हिफाजत के लिए जरूरत पड़ने पर राज्य औद्योगिक सुरक्षा बल है जिसकी नियुक्त नियमानुसार की जा सकती है और उसका एक तरीका है।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT