Cyber Crime : ना OTP आया, ना SMS, फिर भी रिटायर्ड पुलिसवाले के खाते से निकले 31 लाख

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Cyber Crime News : साइबर ठगी के ये वारदात नोएडा के साइबर थाने में दर्ज है. ये घटना पीएसी में तैनात ASI रविंद्र शर्मा के साथ हुई. वो 31 मार्च 2020 को पीएसी से रिटायर्ड हुए. रिटायरमेंट के समय इनके अकाउंट में कुल 31 लाख 10 हजार 490 रुपये थे. इनका बैंक खाता यूपी के बागपत में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में है.

रविंद्र शर्मा ने पुलिस को बताया कि खाते में जमा पैसों को नया घर बनवाने के लिए रखा था. ये सोचा था कि अगर घर में कैश रखा तो चोरी होने का खतरा था. लेकिन उन्हें ये पता नहीं था कि अब बैंक खाते में भी सेंध लगाना आसान है. इन्होंने आरोप लगाया कि जब खाते से पैसे निकाले गए तो बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर कोई ओटीपी (OTP) नहीं आया.

रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी निशाने पर

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latest Cyber Crime News : साइबर क्राइम की इस घटना में साइबर क्रिमिनल ने रविंद्र शर्मा को कॉल किया था. उसने अपना परिचय ट्रेजरी कार्यालय में तैनात कर्मचारी के रूप में दिया था. उसने कॉल करते ही रविंद्र शर्मा के ज्वाइनिंग डेट से लेकर रिटायरमेंट और परिवार की पूरी डिटेल बताई. इसके बाद अकाउंट में जमा पैसों की जानकारी भी दे दी।

ये जानकर रविंद्र शर्मा को भरोसा हो गया. इसके बाद ऑनलाइन वेरिफिकेशन के नाम पर साइबर ठगों ने बैंक डिटेल और एटीएम कार्ड की डिटेल ले ली. इस आधार पर साइबर ठगों ने एसबीआई मोबाइल ऐप के जरिए उनके खाते से पूरे 31 लाख 10 हजार 490 रुपये निकाल लिए। इस तरह रिटायर्ड पुलिसकर्मी के खाते में 1 रुपये भी नहीं छोड़ा.

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100 से ज्यादा खातों में ट्रांसफर किए पैसे

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पुलिस की प्राथमिक जांच में पता चला है कि साइबर क्रिमिनलों ने खुद को बचाने के लिए 50 से ज्यादा शहरों के अलग-अलग 100 खातों में पैसे ट्रांसफर किए थे. इस तरह पुलिस की जांच कई दिशाओं में घूम गई. कई महीने बीत जाने के बाद भी पुलिस को इन साइबर क्रिमिनलों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली.

इस बारे में यूपी साइबर क्राइम एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि ऐसी घटनाओं में झारखंड के जामताड़ा में रहने वाले साइबर गैंग का हाथ है. ये जामताड़ा गैंग सरकारी विभागों से लेकर बैंक कर्मचारियों को भी लालच देकर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. इस तरह के गैंग के बारे मे काफी अहम जानकारी मिलीं हैं जिसके आधार पर उनकी तलाश की जा रही है.

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