Arvind Kejriwal: सीएम अरविंद केजरीवाल को नहीं मिली राहत, 1 अप्रैल तक बढ़ी ईडी रिमांड

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Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने स्पेशल कोर्ट में पेश किया. यहां ईडी ने फिर केजरीवाल की सात दिन की हिरासत मांगी थी. जिस पर बहस के बाद कोर्ट ने 1 अप्रैल तक ईडी को रिमांड दे दी है. 
 

ईडी ने कहा कि केजरीवाल जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. उसका एक अन्य आरोपी से आमना-सामना होना है. वहीं, अरविंद केजरीवाल ने उनकी गिरफ्तारी पर सवाल उठाए. उन्होंने पूछा- मुझे क्यों गिरफ्तार किया गया है? मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है. क्या मेरी गिरफ़्तारी के लिए पर्याप्त आधार हैं? अभी तक किसी भी अदालत ने मुझे दोषी नहीं पाया है, फिर मुझे गिरफ्तार क्यों किया गया है? मेरे खिलाफ कोई आरोप नहीं है.

पढ़िए कोर्ट में क्या सवाल-जवाब हुए?

- केजरीवाल ने कहा कि हम ईडी अफसरों को धन्यवाद देना चाहते हैं। हम सहयोग कर रहे हैं. यह मामला दो-ढाई साल से चल रहा है. में कुछ कहना चाहता हूँ. कोर्ट ने इजाजत दे दी.
- मैं बताना चाहूंगा कि मेरा नाम क्यों आया. मुझे गिरफ्तार कर लिया गया. किसी भी अदालत में कोई मामला दायर नहीं किया गया. 31000 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है. टोकने पर केजरीवाल ने कहा- मुझे बोलने दीजिए. मेरा नाम चार जगह आया. सी अरविंद ने मेरे घर पर सिसौदिया को दस्तावेज दिये- ये है आरोप. मेरे घर सैकड़ों लोग आते हैं. क्या मुझे इस आरोप में गिरफ्तार किया जा सकता है?
कोर्ट ने कहा कि आप अपना बयान लिखित में दें.
-केजरीवाल ने आगे कहा, दूसरी बात मंगुटा श्रीनिवासन के बारे में कहना चाहूंगा। वह जमीन के बारे में बात करने के लिए मेरे घर आये और कहा कि हमें एक ट्रस्ट खोलना है. हमने कहा- आप प्रस्ताव दीजिए. हम इसे एलजी को देंगे. फिर ईडी ने श्रीनिवास के घर पर छापा मारा और जब बेटे को गिरफ्तार किया गया तो पिता टूट गए.
जब केजरीवाल-श्रीनिवास अपना बयान बदलते हैं तो उन्हें जमानत मिल जाती है. ईडी का मकसद हमें फंसाना था.
- ईडी के पास 25000 पेज की फाइल है, जिसमें केजरीवाल के खिलाफ बयान है. पसंदीदा नहीं. राघव मंगुटा ने सात बयान दिये. 6 में मेरा नाम नहीं है, लेकिन 7 में जब मेरे खिलाफ बयान दिया जाता है तो मुझे जमानत मिल जाती है.
- शराब घोटाले का पैसा कहां है? 100 करोड़ रुपये का आरोप लगाया जा रहा है. जस्टिस संजीव खन्ना का एक आदेश है, जिसमें कहा गया है कि मामला संदिग्ध है. रिश्वत की बात करने वाला संदेह के घेरे में है. शरत रेड्डी के 9 बयान थे. 8. मेरे खिलाफ मत बोलो. 9वीं में जब वह मेरे खिलाफ बोलता है तो उसे जमानत मिल जाती है.
- ईडी की जांच के दो मकसद हैं- धुआं फैलाना और धमकाकर पैसा इकट्ठा करना. शरत रेड्डी ने 55 करोड़ रुपये का दान दिया. ईडी का मकसद आप पार्टी को खत्म करना है.
शरत रेड्डी को 55 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद जमानत मिली थी. गिरफ्तार होने के बाद शरत रेड्डी ने बीजेपी को 55 करोड़ रुपये का चंदा दिया था. जांच का उद्देश्य पैसे की वसूली करना था. एक स्मोक स्क्रीन बनाना और AAP को कुचलना.
- इलेक्टोरल बॉन्ड की कॉपी कोर्ट को दें. ईडी जब तक चाहे उन्हें अपनी हिरासत में रख सकती है. हम जांच के लिए तैयार हैं.

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