8 साल के बच्चे की छोटी सी गलती पर पाकिस्तान के मंदिर में तोड़फोड़, बवाल

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

पाकिस्तान में धार्मिक आज़ादी का संकट हमेशा से रहा है. ख़ासतौर पर अल्पसंख्यकों से साथ ज्यादती के मामले आते रहते हैं. एक बार फिर से पाकिस्तान में कुछ लोगों ने रहीमयार ख़ान के भोंग शरीफ़ (Bhong ) में एक मंदिर को निशाना बनाया. काफी संख्या में लोगों ने मंदिर में तोड़फोड़ की और हंगामा किया.

इस हंगामे की वजह ये है कि एक बच्चे को कोर्ट से जमानत मिल गई थी. पाकिस्तान की मीडिया में दावा किया गया है कि 8 साल के एक बच्चे ने वहां के स्थानीय मदरसे के पास लघुशंका कर दी थी. इसकी शिकायत होने पर कोर्ट ने उस बच्चे को जेल भेज दिया था. लेकिन बच्चे की मानसिक हालत ठीक नहीं थी. इसलिए कोर्ट ने उसे जमानत दे दी.

बताया जा रहा है कि हिंदू लड़के को कोर्ट से जमानत मिलने से वहां के कट्टरपंथी नाराज हो गए. इसके बाद उन्होंने 4 अगस्त को ही भोंग शहर के गणेश मंदिर में जमकर तोड़फोड़ की. लाठी व डंडे से इन लोगों ने मूर्तियों के बाहर लगे कांच को तोड़ दिया. इसके अलावा बच्चे को जमानत देने का भी विरोध किया.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर भी डाल दी गई. जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. इस वीडियो को देखकर साफतौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान में किस कदर अल्पसंख्यकों को कुचला जा रहा है. साथ ही अल्पसंख्यकों की धार्मिक आजादी की धज्जियां भी उड़ाई जा रही हैं.

पुलिस ने नहीं की कोई गिरफ्तारी

ADVERTISEMENT

इस घटना के बाद स्थानीय इलाक़े में तनाव व्याप्त हो गया. वहां के हिंदुओं ने पुलिस से शिकायत की. तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई. तोड़फोड़ की वीडियो की जांच की गई. लेकिन इसके बाद भी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई.

ADVERTISEMENT

इस वजह से वहां के हिंदुओं ने रोष जताया है. अल्पसंख्यक हिंदुओं का आरोप है कि वीडियो में पहचान होने के बाद भी कोई गिरफ्तारी नहीं की गई. बता दें कि भोंग इलाक़े में काफी संख्या में ज्वैलरी का काम करने वाले हिंदू स्वर्णकार रहते हैं.

इमरान खान की पार्टी ने की निंदा

ये घटना सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता जय कुमार धीरानी ने निंदा की. जय धीरानी पार्टी में हिंदू पंचायत के संरक्षक हैं. इन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, भोंग शरीफ़ में मंदिर पर हुए नृशंस हमले की कड़ी निंदा करता हूं. ये हमला पाकिस्तान के खिलाफ साजिश है. मैं अनुरोध करता हूं कि दोषियों को सलाखों के पीछे डाला जाए.

कभी 428 बड़े मंदिर थे, अब सिर्फ 20 बचे

भारत-पाकिस्तान का 1947 में जब बंटवारा हुआ था उस समय पाकिस्तान में 428 बड़े मंदिर थे. ये दावा ऑल पाकिस्तान हिंदू राइट्स मूवमेंट के एक सर्वे में किया गया था. लेकिन पाकिस्तान जैसा कि धार्मिक कट्टर देश और इस वजह से यहां समय के साथ मंदिरों की संख्या घटती गई.

सर्वे में दावा किया गया है कि कई मंदिरों की जमीनों पर कब्जा करके वहां दुकानें, रेस्टोरेंट या फिर कोई स्कूल या मदरसा खोल दिया गया. अब सिर्फ 20 बड़े मंदिर ही पाकिस्तान में मौजूद हैं. वहीं, 1947 में पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी क़रीब 15 फीसदी थी. लेकिन अब 3 फीसदी से भी कम हिंदू बचे हैं.

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT