उसे इस क़त्ल को राज़ बनाना था इसलिए पहले जिसे मारा उसे ही 10 महीने बाद क़ातिल बना दिया

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

Crime Story in hindi : जुर्म की दुनिया में कुछ घटनाएं बिल्कुल शीशे की तरह साफ होती हैं. तो कुछ वैसी होती हैं जो सामने होकर भी पर्दे में छुपी रहती हैं. जिसे जिंदा समझकर तलाश किया जाता है असल मेंं वो खुद मुर्दा होता है. आज क्राइम की कहानी (Crime Story in Hindi) में ऐसी मर्डर मिस्ट्री जिसमें एक क़त्ल ने ही दूसरे क़त्ल का राज खोल दिया. मर्डर की ऐसी सच्ची घटना जिसे अंजाम देने वाला खुद मुर्दा था.

Murder Mystery : ये सनसनीखेज घटना है खूबसूरत वादियों वाले शहर उत्तराखंड के देहरादून की. वही शहर जहां देश और दुनिया से लोग घूमने आते हैं. उन्हीं वादियों में 29 अगस्त 2019 की रात दिल दहलाने वाली एक घटना हुई. रात के करीब साढ़े 11 बजे एक घर में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. जिसमें वहां रहने वाली 25 साल की विवाहिता कामना की गोली मारकर हत्या कर दी गई. कामना काफी सुंदर लड़की थी और ब्यूटी पार्लर चलाती थी.

इस घटना में गोली सिर्फ कामना को ही नहीं मारी गई. बल्कि इनके पति अशोक को भी मारी गई. लेकिन वो गोली उनके पेट को छूती हुई निकल गई थी. जिससे वो घायल हो गए थे लेकिन जिंदा बच गए. अशोक पहले डीजे का काम करते थे. उसी दौरान कामना से मुलाकात हुई थी. दोनों कई साल तक लिव-इन रिलेशन में रहे थे. फिर साल 2014 में दोनों ने कोर्ट मैरिज की थी. शादी के बाद अशोक ने ट्रांसपोर्ट का बिजनेस शुरू कर लिया था.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

29 अगस्त 2019 की रात में हुई घटना को दो से तीन लोगों ने अंजाम दिया था. अब ये घटना वैसे तो बेहद ही सीधी-सपाट थी. क्योंकि कामना के कत्ल के चश्मदीद थे उनके पति. एक तरह से ओपन एंड शट केस. क्योंकि जब इस घटना की सूचना पुलिस को मिली तो दोनों को अस्पताल ले जाया गया. जहां कामना को मरा घोषित कर दिया गया. इसके बाद पति अशोक का इलाज शुरू किया गया. उसी समय पुलिस ने अशोक से घटना की जानकारी मांगी.

Crime Ki kahani : अशोक ने रोते हुए बताया कि कैसे जिसे मुश्किल हालात में सपोर्ट किया और नौकरी दिलवाई उसी ने मेरी बीवी को मार दिया. उसने बताया कि कातिल कोई और नहीं बल्कि मेरी बुआ का बेटा रिंकू उर्फ अजय वर्मा है. उसके साथ दो और लड़के आए थे. उन्होंने पहले बीवी को मारा और विरोध करने पर मुझे भी गोली मार दी.

ADVERTISEMENT

पुलिस ने पूछा कि पत्नी की हत्या करने के पीछे आखिर वजह क्या हो सकती है. इस पर अशोक ने बताया कि मेरी बुआ का बेटा पुराना क्रिमिनल है. उसका परिवार रायपुर में रहता है. उसे शुरू से नशे की लत है. इससे मेरी बुआ का परिवार बहुत नाराज रहता था. नशे की वजह से साल 2014 में मारपीट के दौरान उसके हाथों एक लड़के की मौत हो गई थी. जिसके बाद अजय को जेल जाना पड़ा था.

ADVERTISEMENT

लेकिन एक साल बाद ही 2015 में उसे जेल से जमानत मिल गई थी. पर घरवालों ने उसे नहीं अपनाया था. घर में एंट्री बंद कर दी थी. ऐसे में वो दर-दर भटक रहा था.ऐसे हालात में उसकी मदद अशोक ने ही की थी. अपने घर में जगह दी थी.

फिर रिंकू उर्फ अजय की राजस्थान में नौकरी भी लगवा दी थी. पर बीच-बीच में वो आता रहता था. लेकिन उसके आने से पत्नी नाराज हो जाती थी. इसी खुन्नस में उसने बदला लेने के लिए पत्नी को गोली मार दी. जब मैंने विरोध किया तो मुझ पर गोली चला दी. फिर वो अपने दोस्तों के साथ भाग गया.

Crime Story in Hindi : अब घटना की पूरी डिटेल पाकर पुलिस उसी रिंकू उर्फ अजय की तलाश में जुट गई. उसके बारे में पता लगाते हुए पुलिस रिंकू के माता-पिता के घर पहुंची. पूछताछ की. लेकिन घर के लोगों ने सीधे कह दिया कि उनका कोई संपर्क रिंकू से नहीं है.

परिवार के लोगों ने ये भी बताया कि एक साल पहले तक तो वो घूमते हुए घर पर आ भी जाता था. लेकिन पिछले एक साल से ना ही वो घर आया और ना ही हमलोगों में से किसी से संपर्क किया.

पुलिस को ये बातें पहले तो जानबूझकर छुपाने वाली लगी. क्योंकि हर मां-बाप अपने बच्चे को बचाने के लिए ऐसा करते हैं. इसलिए पुलिस ने वहां आसपास के लोगों से पूछताछ की. कई घरों में पूछताछ के बाद भी यही पता चला कि वहां किसी ने पिछले एक साल से अजय को देखा ही नहीं है.

इसके बाद पुलिस ने फिर से वहीं से जांच शुरू की जहां कामना और उसके पति को गोली मारी गई थी. लेकिन इस बार पुलिस ने कामना के पति अशोक से नहीं बल्कि आसपास के लोगों से बातचीत की. सीसीटीवी फुटेज देखा. तो उसमें घटना वाले दिन कुछ लोगों को देखे जाने की बात भी सामने आई. लेकिन वो लोग कौन थे, इसकी पहचान नहीं हो पाई. इधर, तमाम कोशिशों के बाद भी आरोपी कातिल रिंकू का कोई सुराग नहीं मिल रहा था.

अब कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने सर्विलांस की मदद से आरोपी का पता लगाने की शुरुआत की. जिसके लिए पुलिस ने आरोपी रिंकू का मोबाइल नंबर पूछा. तब पता चला कि जिस नंबर का वो इस्तेमाल करता था वो काफी समय से बंद है. यहां से पुलिस फिर खाली हाथ रह जाती है. इसके बाद पुलिस थक-हारकर पूरे जांच की दिशा को बदलने की कोशिश करती है.

फिर से पूरी घटना के बारे में अशोक से पूछताछ करती है. इस बार उसके बयान में कुछ अंतर मिलता है. इसलिए पुलिस आसपास के लोगों से भी फिर पूछताछ करती है. इस दौरान पता चलता है कि अशोक और कामना में पिछले काफी समय से अनबन भी चल रही थी.

लव मैरिज के बाद दोनों एक साथ काम पर जाते थे. पर कई महीने से कभी-कभार ही साथ आते जाते थे. अक्सर दोनों अलग-अलग जाते थे. इस बात को लेकर पुलिस अशोक और कामना दोनों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकालती है. अब तक केस की जांच करते हुए एक हफ्ते का समय निकल चुका था.

कॉल डिटेल की जांच में कुछ चौंकाने वाली बात सामने आई. क़त्ल के आरोपी रिंकू से पिछले काफी समय से अशोक की बात नहीं हुई थी. लेकिन दो नंबरों पर खूब बात होती थी. यहां तक कि कामना की हत्या वाले दिन और उससे पहले भी अक्सर बात होती थी. लेकिन हत्या के बाद एक हफ्ते के भीतर उन नंबरों पर कोई बात नहीं हुई थी. ये देखकर पुलिस चौंक जाती है. इसलिए पुलिस पता लगाती है कि आखिर इन नंबरों का राज क्या है.

दोनों नंबरों के बारे में पुलिस ने अशोक से ही जानकारी मांगी. तब अशोक ने बताया कि ये दोनों नंबर उसके दो करीबी दोस्तों के हैं. जिनके नाम हैं दीपक और गोरव. अब पुलिस ने उन दोनों की जानकारी जुटाई तो वो अपने घर पर नहीं मिले. इसके बाद उनकी लोकेशन के आधार पर 9 सितंबर 2019 को दोनों तक पुलिस पहुंच जाती है.

Murder Mystery in Hindi : अब पुलिस दोनों से पूछताछ करती है. शुरू में तो दोनों ये बताते हैं कि वे और अशोक सभी अच्छे दोस्त हैं. लेकिन जब ये पूछा गया कि इतने अच्छे दोस्त थे तो अशोक की पत्नी की हत्या हो गई और दोस्त को गोली लगी फिर भी वे अस्पताल नहीं आए. ऐसा क्यों. दूसरी बात कि इतनी घटना के बाद भी ना ही अशोक ने तुम दोनों को फोन किया और ना ही तुम लोगों ने उसे कॉल की.

अब इन सवालों पर दोस्त गोल-मोल जवाब देने लगते हैं. इसे देख पुलिस का शक बढ़ गया. फिर कड़ाई से पूछताछ की तो जो दोनों ने खुलासा किया उसे सुनकर तो पुलिस भी सन्न रह गई. दरअसल, पुलिस जिसे कातिल समझ रही थी उसकी तो 10 महीने पहले ही हत्या हो चुकी थी. यानी वो मर चुका था. यानी पुलिस एक मुर्दे को कातिल समझकर तलाश कर रही थी. उसकी हत्या में अशोक और इन दो दोस्तों के अलावा परवेज नामक तीसरा दोस्त भी शामिल था.

अब इस घटना का खुलासा हुआ तो पूरी कहानी ऐसे सामने आई. कामना की हत्या उसके पति ने ही थी. फिर अपने दोस्तों से अपने ऊपर गोली चलवाई थी. ऐसा इसलिए किया था क्योंकि शादी के कुछ साल बाद ही कामना किसी और लड़के की करीबी दोस्त बन गई थी.

ऐसे में उसके पति यानी अशोक को शक हो गया था. इसलिए उसने पत्नी को मारने की साजिश रच डाली थी. ये साजिश वो डेढ़ साल से रच रहा था और मारने की तैयारी कर रहा था.

इसीलिए उसने अपनी बुआ के लड़के को मोहरा बनाया. क्योंकि तमाम क्राइम सीरियल देखने से उसे लग गया था कि अगर किसी मरे हुए पर ही क़त्ल का इल्जाम लगा दिया जाए और ये पता ही नहीं चल सके कि कातिल जिंदा है या मर गया. तो फिर ये क्राइम हमेशा राज ही रह जाएगा. बस इसीलिए उसने साल 2018 के नवंबर महीने में ही बुआ के बेटे रिंकू की हत्या कर दी थी.

Crime ki kahani : रिंकू की हत्या को बेहद ही शातिर तरीके से अंजाम दिया गया था. जेल से आने के बाद अशोक ने रिंकू को कुछ दिनों तक अपने घर में ही रखा था. इसके बाद उसे राजस्थान के सीकर में दोस्तों के जरिए नौकरी दिलाने का झांसा दिया था. ये बताया कि उसे नौकरी मिल जाएगी. इसलिए नौकरी पर भेजने से पहले अपने बर्थडे की पार्टी में दोस्तों के साथ सबने खूब शराब पी.

इसके बाद एक कार से सभी लोग राजस्थान के सीकर के लिए निकल गए. सीकर के पास पहुंचने पर सभी ने मिलकर अजय की गला घोंटकर हत्या कर दी थी. इसके बाद उससे जुड़े सभी कागजात को गायब कर दिया ताकी उसकी पहचान ना हो सके. फिर उसके शव को सुनसान झाड़ियों में फेंक दिया था.

नवंबर 2018 में ही सीकर पुलिस को झाड़ियों से उसका शव भी मिला था लेकिन लाश की पहचान नहीं हो सकी थी. पुलिस ने इस केस को ब्लाइंड समझकर एक तरह फाइल बंद कर दी थी. लेकिन अब उसकी मौत के 10 महीने बाद अचानक उस हत्या का राज भी खुल गया. अब देहरादून पुलिस और राजस्थान पुलिस ने मिलकर इस पूरे केस का खुलासा किया.

इस तरह एक मर्डर ने दूसरे क़त्ल की गवाही दे दी और ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा हो गया. पुलिस ने कामना के पति अशोक और उसके तीन दोस्तों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT