‘Bettalu Seve’, a banned ritual: कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) ने 16 साल के लड़के को बिना कपड़ों के पूजा करने के लिए मजबूर करने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है. आरोपी ने कथित तौर पर इस कृत्य का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया (Social Media) पर शेयर कर इसे वायरल (Viral) कर दिया.
Karnataka: 16 साल के लड़के से नंगे कराई पूजा, 'बेट्टालु सेव' के नाम पर होने वाली ये पूजा क्यों है बैन?
04 Oct 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:27 PM)
Karnataka: 16 साल के बच्चे को नंगा कर के कराया गया पूजा, 'बेट्टालु सेव' के नाम पर होने वाली ये पूजा क्यों है बैन?
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Bettale seve or nude worship: कोप्पल ग्रामीण पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और हाल ही में सामने आए मामले की जांच कर रही है. पुलिस के अनुसार, तीनों आरोपियों ने लड़के को आश्वस्त किया था कि अगर वह भगवान को नग्न अवस्था में पूजा करता है, तो उसके पिता का कर्ज माफ हो जाएगा.
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द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के कोप्पल शहर के एक 15 वर्षीय लड़के को 'बेट्टालु सेव' करने के लिए मजबूर किया गया, जो एक बैन रिचुअल है, जहां भगवान की नग्न हो कर पूजा की जाती है. पीड़ित के पिता द्वारा घर के बनाने के लिए लोन लिया था, जिसे वह चुका नहीं पा रहे थे. इसी बात का फायदा उठाकर पीड़ित को अनुष्ठान करने के लिए मजबूर किया गया था. हालांकि यह घटना जून के महीने में हुई थी, लेकिन हाल ही में बच्चे का वीडियो वायरल होने के बाद यह चर्चा में आई थी. रविवार को आरोपी के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई गई
तीन महीने के बाद, पीड़िता के माता-पिता को एक वायरल वीडियो के माध्यम से घटना के बारे में पता चला और कोप्पल (ग्रामीण) पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. मामले की जांच के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की गई है.
क्या है 'बेट्टालु सेव? भारत में क्यो है बैन?
बेताले सेव या नग्न पूजा देवी रेणुकम्बा को खुश करने के लिए की जाती है. ये पूजा शिवमोग्गा जिले के सोराबा के पास चंद्रगुट्टी गांव में हर साल वार्षिक मेले के दौरान की जाती है. आमतौर पर इस त्योहार में ज्यादातर महिलाएं अपनी मन्नत पूरी करने के लिए बिना कपड़े के पूजा करती हैं. भक्त मंदिर के पास वरदा नदी में स्नान करेंगे और नग्न पूजा में भाग लेंगे. हालांकि सरकार ने अब इस मेले पर ही प्रतिबंध लगाकर इस प्रथा पर रोक लगा दी है.
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