Cyber Fraud News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) शहर में एक हफ्ते पहले छह लड़के एक लड़की को अपने साथ लेकर पहुंचे. माधवनगर के एक होटल की दूसरी मंजिल पर कमरा नंबर 204 को अपना ठिकाना बनाया. सभी लड़के-लड़कियां पूरी रात होटल में ही रुके रहे. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम होटल पहुंची. जैसे ही होटल का गेट खुला तो कमरे का नजारा देख पुलिस दंग रह गई. आइए जानते हैं पूरा मामला...
होटल के कमरे में 6 लड़के और 1 लड़की, जैसे ही होटल का गेट खुलवाया, कमरे का नजारा देखकर पुलिस सन्न रह गई
03 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 3 2024 1:50 PM)
Cyber Fraud News: मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) शहर में एक हफ्ते पहले छह लड़के एक लड़की को अपने साथ लेकर पहुंचे
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होटल के कमरे में रातभर रहते थे 6 लड़के और 1 लड़की
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ग्वालियर पुलिस ने कॉल सेंटर के जरिए विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. कॉल सेंटर माधवनगर के एक होटल के कमरे में चल रहा था. पुलिस की छापेमारी में एक महिला समेत 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी ग्वालियर में बैठकर ब्रिटेन और अमेरिका समेत अन्य देशों में रहने वाले नागरिकों को ठगने का काम कर रहे थे. गिरफ्तार आरोपी खुद को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का फर्जी एजेंट बताकर विदेशी नागरिकों को कॉल करके ठगी करते थे.
पुलिस ने मारा छापा
ग्वालियर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि माधवनगर, झांसी रोड स्थित एक होटल की दूसरी मंजिल पर एक कमरे में कुछ लोग कॉल सेंटर चला रहे हैं. ये लोग अंतरराष्ट्रीय कॉल सेंटर की आड़ में खुद को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी का फर्जी एजेंट बताकर अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों में रहने वाले नागरिकों को फोन कर रहे थे और कंप्यूटर में वायरस होने का झांसा देकर धोखाधड़ी कर लाखों रुपये वसूल रहे थे. पुलिस टीम होटल पहुंची. होटल का गेट खुलवाया. दूसरी मंजिल पर कमरा नंबर 204 में कुछ लड़के-लड़कियां रात में हेडफोन लगाकर लैपटॉप पर काम करते और अंग्रेजी में बात करते मिले। कमरे में छह लड़के और एक लड़की लैपटॉप के सामने बैठकर कानों में हेडफोन लगाकर अंग्रेजी में बात कर रहे थे. सिपाहियों ने उसे कुर्सी पर बैठते ही पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों में अभय राजावत, नितेश कुमार, दीपक थापा, परवेज आलम, श्वेता भारती, राज कैलाशकर और सुरेश वासेल शामिल हैं.
होटल के कमरे से ठगने का काम कर रहे
ग्वालियर आईजी अरविंद सक्सेना ने कहा, 'लैपटॉप की मॉनिटर स्क्रीन पर एप्लिकेशन स्क्रीन के कॉल ऑप्शन पर दिखाए गए डायल, मिस और रिसीव किए गए कॉल नंबर विदेशी अंतरराष्ट्रीय नंबर हैं, न कि भारतीय नंबर. कॉल सेंटर में लड़का-लड़की काम करते पाए गए और मौके पर ही प्रारंभिक पूछताछ की गई. पता चला कि ये लोग करीब सात दिन पहले ग्वालियर आए थे और तब से यहीं काम कर रहे हैं। ग्वालियर में काम करने के लिए जगह और फर्नीचर का सेटअप मुरैना के संजय भदौरिया ने उपलब्ध कराया था। कर्ण ने लैपटॉप, मोबाइल फोन और वाईफाई (राउटर) समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण उपलब्ध कराए थे.
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