नशे की लत के खिलाफ जम्मू कश्मीर पुलिस का ऑपरेशन, पैरों में डाल दी GPS वाली बेड़ी, ये है वजह!

GOPAL SHUKLA

09 May 2024 (अपडेटेड: May 9 2024 11:32 AM)

जम्मू कश्मीर पुलिस ने नशे की लत के खिलाफ एक अनोखा ऑपरेशन शुरू किया है। पुलिस ने तमाम नशे के धंधा करने वालों और ड्रग्स के आदी लोगों के पैरों में ऐसी इलेक्ट्रॉनिक बेडी डाल दी है, कि अब ड्रग्स के करीब भी गए तो उनकी खैर नहीं।

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War Against Drugs In Baramulla : जम्मू कश्मीर के बारामूला में पुलिस ने जमानत पर जेल से बाहर आ चुके नशेड़ियों और ड्रग्स का धंधा करने वालों पर नज़र रखने के लिए उनके पैरों में GPS की बेड़ी बांध दी है। नशेड़ियों के खिलाफ चलाई जा रही इस अनोखी मुहिम के तहत नशे का धंधा करने वालों पर पैनी नज़र रखने के लिए पुलिस ने खासतौर पर इंतजाम किया है। और ऐसा नहीं है कि ये खुद पुलिस ने सब अपनी मर्जी से किया, बल्कि माननीय अदालत के आदेश का अक्षरश: पालन करने के लिए ही ये तरकीब लड़ाई गई है। 

जमानत पर छूटे ड्रग तस्कर के पैरों में GPS डिवाइस

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बारामूला पुलिस ने बुधवार को पीएस बारामूला के एनडीपीएस मामले में जमानत पर छूटे एक ड्रग तस्कर पर जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस लगाया। असल में जिस शख्स के पैरों में जीपीएस की बेड़ी पहनाई गई है, उसे पुलिस ने नशे की खेप के साथ गिरफ्तार किया गया था लेकिन हाल ही में अदालत ने उसे जमानत पर रिहा कर दिया था। 

बारामूला पुलिस ने जीपीएस की इस बेडी के जरिए ड्रग के तस्करों के खिलाफ मुहिम छेड़ी है

अदालत के आदेश का पालन

उस ड्रग्स पैडलर की रिहायी के वक्त ही अदालत ने पुलिस को हिदायत दी थी कि कोई ऐसा इंतजाम किया जाए जिससे इन नशे के सौदागरों पर हर वक्त नज़र रखी जा सके। ऐसा करने के पीछे असल मकसद ये है कि एक बार नशे के चंगुल से बाहर निकल आए नौजवान किसी भी सूरत में दोबारा उस दलदल की तरफ ना जाने पाएं। 

हर वक्त पुलिस की नजर बनी रहेगी

इस जीपीएस एन्क्लेट के जरिए उस शख्स की निगरानी हर वक्त की जा सकतीहै। वो कहां जा रहा है, किससे बात कर रहा है यहां तक कि उसकी धड़कन और उसका ब्लड प्रेशर तक पर पुलिस की नज़र रहेगी। जाहिर है इस जीपीएस की बेड़ी में बांधकर पुलिस ने इस बात का पुख्ता इंतजाम तो कर दिया कि ये नशे का सौदागर अब किसी भी सूरत में अपनी जमानत की शर्तों को तोड़ने के बारे में नहीं सोच सकेगा।

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