भारत और रूस के बीच अफगानिस्तान के मुददे को लेकर बातचीत हुई। रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने भारत दौरे पर अजित डोभाल से बात की। भारत-रूस दोनों ने चेताया है कि अफगानिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल आतंकी संगठन कर सकते हैं। दोनों का मानना है कि अफगानिस्तान से जो आतंकी संगठन काम कर रहे हैं, वो आसपास के इलाके के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। इससे पहले रूसी एनएसए ने पीएम मोदी से मुलाकात की।
रूसी एनएसए ने पीएम मोदी से की थी मुलाकात अफगानिस्तान के मसले पर भारत-रूस में बातचीत
09 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
Russian NSA met PM Modi India-Russia talks on Afghanistan issue
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दोनों देश इस बात पर सहमत हुए हैं कि तालिबान ने दुनिया को जो वादे किए हैं, उनको पूरा किया जाना चाहिए। मानवाधिकार की बात हो, महिलाओं के हक की बात हो और सबसे अहम की किसी दूसरे देश के आतंकी संगठन उसकी जमीन का इस्तेमाल ना कर पाएं। एक अधिकारी के मुताबिक, अफगानिस्तान में अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन मौजूद हैं जो भारत समेत आसपास के इलाके के लिए खतरा हैं। भारत को डर है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल ना करें, ऐसे में पाकिस्तान की ISI का तालिबान के साथ संबंध होना भी चिंता का विषय है। अब भारत और रूस एक साथ मिलकर ड्रग ट्रैफिकिंग, माइग्रेशन और आतंकवाद के मसले पर मिलकर काम करेंगे। भारत-रूस लंबे वक्त से सामरिक दृष्टि से काफी करीब आए हैं, ऐसे में जब अमेरिका यहां से चला गया है तब दोनों देशों का अफगानिस्तान के मसले पर रोल काफी अहम हो जाता है।
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