Russia- Ukraine War: जिससे उम्मीद नहीं थी उसने ही दाग दी मिसाइलें? थर्रा उठा पोलैंड!

GOPAL SHUKLA

16 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:30 PM)

Russia- Ukraine War: रूस यूक्रेन जंग के नौ महीने के बाद उस वक्त दुनिया भर में हड़कंप मच गया जब ताबड़ तोड़ मिसाइलों के हमले से पोलैंड थर्रा उठा। लेकिन जब इस सच से पर्दा उठा तो दुनिया और डर गई

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Russia- Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग (War) के क़रीब नौ महीने और 21 दिन के बाद अचानक एक जबरदस्त ट्विस्ट (Twist) आया जब पूरी दुनिया (World) अचानक सहम सी गई। और दुनिया के इस तरह से सहमने की वजह भी बड़ी थी, क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच हो रही रॉकेट (Rocket) और मिसाइलों की बरसात के बीच अचानक यूक्रेन का पड़ोसी देश पोलैंड बुरी तरह से थर्रा उठा जब 16 नवंबर की सुबह अचानक एक के बाद एक 90 मिसाइलों (Missile) ने पोलैंड (Poland) की धरती पर धमाका किया।

पोलैंड की ज़मीन पर मिसाइल गिरने की देर भर थी, पूरी दुनिया में एक ही आवाज़ गूंजने लगी कि रूस की मिसाइलें पोलैंड पर बरसीं. पोलैंड से लेकर यूक्रेन तक और अमेरिका से लेकर रूस तक हर कोई इस बात को लेकर समझने की कोशिश में था कि क्या वाकई रूसी मिसाइलों ने पोलैंड को निशाना बनाया।

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इससे पहले इन मिसाइलों का राज़ समझ पाती, यूक्रेन की तरफ से ताबड़तोड़ बयान आने शुरू हो गए। और यूक्रेन के राष्ट्रपति बोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की की तरफ से बयान सामने आ गया, जिसमें कहा जा रहा था कि रूस ने अब पोलैंड को निशाना बनाया है। हालांकि रूस की तरफ से बार बार यही सफाई सामने आ रही थी कि जो मिसाइलें पोलैंड में गिरी हैं उनके पीछे रूस का कोई हाथ नहीं, और न ही वो रूसी मिसाइलें हैं जो पोलैंड में गिरी।

Russia- Ukraine War: ऐसे में सवाल उठ खड़ा हुआ कि आखिर पोलैंड पर गिरीं ये मिसाइल किसकी थी। मगर इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की तरफ से जो खुलासा सामने आया उसने पूरी दुनिया को चौंका दिया। क्योंकि अमेरिका की खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट यही थी कि इन मिसाइलों का रूस से कोई लेना देना नहीं।

लिहाजा अमेरिकी अधिकारियों ने साफ कर दिया कि जिन मिसाइलों ने सुबह सवेरे ही पोलैंड को दहलाया वो यूक्रेन की थी। और इस बयान के सामने आने के बाद नाटो और अमेरिका के अधिकारियों ने खामोशी अख्तियार कर ली।

हालांकि इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को रूस को कोसने का मौका मिला लिहाजा उन्होंने इस मौके को ज़ाया नहीं किया और यूक्रेन पर हो रही रूसी बमबारी के बारे में कहा कि रूस यूक्रेन के खिलाफ बर्बरता कर रहा है।

हालांकि पोलैंड पर जैसे ही मिसाइलें गिरीं तो बाइडन ने G-7 देशों के साथ साथ नाटो देशों की भी एक इमरजैंसी मीटिंग बुला ली थी। और उस बैठक में पोलैंड और यूक्रेन का समर्थन करने की बात भी कही।

Russia- Ukraine War: इस बीच रूस की तरफ से इस मिसाइल हमले को लेकर खंडन जारी कर दिया गया। मॉस्को ने पोलैंड पर गिरी मिसाइलों के हमले के बारे में ये कहकर यूक्रेन को ही सवालों के दायरे में लाकर खड़ा कर दिया कि ये सब कुछ एक तरह से उकसावे की हरकत है। मॉस्को की तरफ से कहा गया कि यूक्रेन और पोलैंड के बॉर्डर पर जो मिसाइलें गिरी कि उनका रूस से कोई लेना देना नहीं।

उधर यूक्रेन ने पोलैंड में गिरी मिसाइलों से हुए नुकसान को लेकर पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रजेज डूडा से बात की और अपनी संवेदना जाहिर की। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंन्स्की ने कहा कि इस वक़्त दुनिया को रूस के आतंक से पूरी तरह से सुरक्षित रखने की जरूरत है।

इसी बीच पोलैंड ने रूस के राजदूत को तलब कर इस मामले पर स्पष्टीकरण भी मांग लिया था। पोलैंड के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि 15 नवंबर को रूस की तरफ से यूक्रेन पर भारी हमला किया गया।

रॉकेट और मिसाइलों से किए गए हमलों से यूक्रेन के भीतर रूसी सेना ने वहां के बुनियादी ढांचों को पूरी तरह से तबाह और बर्बाद कर दिया। इसी बीच रूस की बनी मिसाइल ने लूबेल्स्की सूबे के एक गांव में गिरी जिसमें दो नागरिकों की मौत भी हो गई। पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है जो मिसाइलें पोलैंड में गिरी हैं उसके रॉकेट रूस में बने हुए हैं।

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