IAS Sanjai Popli : रिश्वत लेने वाले IAS के घर में हुई छापेमारी तो मिला सोने का खजाना, जानें पूरा मामला

SUNIL MAURYA

28 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:21 PM)

Punjab Chandigarh News : पंजाब के चंडीगढ़ में IAS संजय पोपली (Sanjai Popli) ने टेंडर जारी करने के नाम पर 7 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी. इसमें विजिलेंस ने किया गिरफ्तार. करोड़ों का सोना मिला.

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IAS Sanjai Popli News : टेंडर जारी करने के नाम पर 7 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के मामले में एक आईएएस अधिकारी संजय पोपली का जो सच सामने आया उसे देख सब हैरान रह गए. असल में इस IAS अधिकारी के घर पर जब विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की तो सोने का खजाना मिला. ना सिर्फ सोने का खजाना बल्कि ऐसी महंगी चीजें मिलीं जिसे देखकर जांच अधिकारियों की आंखें खुली रह गईं.

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Punjab Chandigarh News : ये मामला है पंजाब के चंडीगढ़ का. आरोपी आईएएस अधिकारी संजय पोपली हैं. ये 2008 बैच के पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. इनके घर में हुई छापेमारी में स्टोर रूम से 12 किलो सोना, 3 किलो चांदी, 4 एप्पल आईफोन, एक सैमसंग फोल्ड फोन और दो सैमसंग स्मार्टवॉच मिले.

जो सोना मिला है उनमें भी करीब 1-1 किलो की 9 सोने की ईंटें, 49 सोने के बिस्किट और 12 गोल्ड के सिक्के मिले हैं. इसके अलावा 3 किलो चांदी में 1-1 किलो की चांदी की 3 ईंटे और 10-10 ग्राम के चांदी के 18 सिक्के मिले हैं.

अब ये कुबेर का खजाना को जानकर आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस आईएएस अधिकारी का पूरा माजरा क्या है. तो आपको बता देते हैं कि आईएएस अधिकारी संजय पोपली के दिशा-निर्देश में ही नवांशहर में सीवरेज पाइप लाइन बिछाने का काम हो रहा है. इसके लिए एक टेंडर को मंजूरी देनी थी. ये पूरा प्रोजेक्ट करीब 7.3 करोड़ रुपये का था.

इस टेंडर को पास करने के लिए आईएएस संजय पोपली ने 1 प्रतिशत का कमीशन मांगा था. कमीशन के तौर पर 1 प्रतिशत यानी करीब साढ़े 7 लाख रुपये ठेकेदार से मांगे थे. एडवांस के तौर पर ठेकेदार ने करीब साढ़े 3 लाख रुपये भी दे दिए थे.

इसके बाद आईएएस बाकी रकम की मांग कर रहे थे. इसी से परेशान होकर ठेकेदार ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन में कर दी थी. इसके बाद विजिलेंस ने जांच शुरू की. इस केस में विजिलेंस अधिकारियों ने इस आईएएस संजय पोपली को 20 जून को अरेस्ट कर लिया था.

इसके बाद अधिकारी से पूछताछ कर उनके घर पर छापेमारी की गई थी. उसी दौरान घर के स्टोर रूम में छिपाकर रखा गया सोना, चांदी और महंगे मोबाइल फोन और लाखों रुपये कीमत वाली स्मार्ट वॉच भी बरामद हुई थी.

असल में आईएएस अधिकारी के घर हुई छापेमारी में विजिलेंस को जिंदा कारतूस भी मिले थे. टीम को कुल 73 कारतूस मिले. इसके अलावा दो हथियार भी मिले थे. लेकिन इसके लिए ना ही उनके पास कोई लाइसेंस था और ना ही इस बारे में वो कोई जानकारी दे सके. जिसके बाद इस अधिकारी के खिलाफ आर्म्स एक्ट का भी केस दर्ज किया गया.

घर में बेटे की गोली लगने से मौत, पिता का आरोप पुलिस ने किया

इस केस में 20 जून को अरेस्ट हुए संजय पोपली के 27 वर्षीय बेटे कार्तिक की 25 जून को घर में रहस्यमय हालात में मौत हो गई. कार्तिक को घर पर ही गोली लगी थी. घटना के समय विजिलेंस टीम घर पर मौजूद थी. पुलिस ने दावा किया कि घर पर लगातार विजिलेंस टीम की छापेमारी और अवैध संपत्ति मिलने की वजह से कार्तिक ने आत्महत्या कर ली थी.

वहीं, इस संजय पोपली का दावा है कि उनके बेटे को गोली मारी गई है. इस बारे में पंजाब के चंडीगढ़ पुलिस का कहना है कि जांच में ये साफ हो गया है कि कार्तिक ने गोली मारकर आत्महत्या की है. घटना में लाइसेंसी पिस्टल का इस्तेमाल किया गया था. इस घटना को लेकर संजय पोपली की पत्नी ने भी कहा है कि मुझे न्याय चाहिए. इसके लिए मैं कोर्ट जाऊंगी.

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