क्योंकि डॉक्टरों को मौत की वजह पर शक था और अस्पताल पहुंचने से पहले ही मरीज की मौत हो चुकी थी। ऐसे मामलों में अस्पताल प्रशासन पुलिस को जरुर इसकी सूचना देता है। सूरत के सिविल अस्पताल के प्रशासन ने भी पुलिस को इस संदिग्ध मौत की सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने लाश को कागजी कार्रवाई के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
ऑनलाइन गेमिंग से लेकर क़त्ल की वारदात तक कैसे एक बेटा बन गया अपने ही पिता का क़ातिल?
03 Sep 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:04 PM)
boy killed father for scolding him on online gaming
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मरने वाली की पत्नी और उसके बेटे के बयान भी पुलिस ने दर्ज किए जिसमें पत्नी ने बताया कि जिस वक्त ये हादसा हुआ उस वक़्त वो फैक्ट्री में काम करने गई हुई थी। घर पर उसका पति और बेटा मौजूद थे और पति के गिरने की खबर उसे उसके बेटे ने ही दी थी।
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बेटे से बयान लिया जाता है तो वो कहता है कि उसके पिता बाथरुम में नहाने गए थे। उसे गिरने की आवाज आई जिसके बाद वो बाथरुम की ओर गया तो वहां पर उसके पिता बेहोश पड़े थे।
पुलिस दोनों के बयान दर्ज कर लेती है और पोस्टमॉर्टम का इंतजार करने लगती है। जब पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आती है तो ये मामला सिर के बल पलट जाता है। जिस मामले को हादसा माना जा रहा था वो हादसा नहीं बलकि हत्या है।
डॉक्टरों ने बताया कि मरने वाले का क़त्ल गला घोंट कर किया गया है। जिस वक्त ये वारदात हुई घर में बेटे और पिता के अलावा कोई मौजूद नहीं था ऐसा बेटे ने अपने बयान में पुलिस को बताया था लिहाजा पुलिस ने 17 साल के नाबालिग बेटे को पूछताछ के लिए पुलिस स्टेशन बुलाया।
पुलिस के घुमावदार सवालों के सामने नाबालिग बेटा ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया और उसने कबूल किया कि उसने ही अपने पिता की गला घोंटकर हत्या की थी। वजह पूछी तो पुलिस वाले भी हैरान थे। बेटे ने पुलिस को बताया कि उसके पिता पिछले चार महीने से बेरोजगार थे और वो घर पर ही रहते थे। घर पर रहने के दौरान वो अक्सर उसे ऑनलाइन गेम खोलने के लिए टोका करते थे, ये बात उसको बहुत बुरी लगती थी।
31 अगस्त को भी पिता ने बेटे को गेम खेलने से मना किया था। इस बात पर उसने अपने पिता को पलट कर जवाब दिया जिसके बाद पिता ने बेटे को थप्पड़ रसीद कर दिया। पिता की टोकाटाकी और थप्पड़ से नाराज होकर 17 साल के बेटे ने अपने 40 साल के पिता को गला घोंटकर मौत के घाट उतार डाला और फिर उनके बाथरुम में गिरने की इत्तिला अपनी मां को दी।
पुलिस के मुताबिक ये परिवार पश्चिम बंगाल का रहने वाला है लेकिन पिछले 17 साल से सूरत में ही रह रहा है। मृतक अभी कोई काम नहीं कर रहा था जबकि उसकी पत्नी सूरत के हजारा की एक कंपनी में नौकरी कर रही थी।
ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े इतने अपराध सामने आ रहे हैं। खासतौर पर इन अपराधों में नाबालिग बच्चों की शमूलियत बहुत ज्यादा है लिहाजा अपने बच्चे को मोबाइल फोन पकड़ाते वक्त ध्यान दें कि आप उसे कहीं अपनी या खुद की मौत का सामान तो नहीं दे रहे हैं।
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