
Operation Ramesh Kaliya Encounter : ये कहानी है एक जांबाज पुलिस अफसर की. वो पुलिस अफसर जिसके नाम पर अब तक 96 एनकाउंटर दर्ज हैं. वो पुलिस अफसर जिसके नाम का एक वक्त बदमाशों में खौफ था. वो जिस शहर में जाता था वहां बदमाशों की कमर टूट जाती थी. वो या तो बदमाशी से तौबा कर लेते थे या फिर खामोश हो जाते थे.
साल 2000 के आसपास यूपी की राजधानी लखनऊ में एक ऐसे बदमाश की धमक थी जिससे सत्ता के गलियारे भी कांपते थे. उस माफिया का एक फोन सरकार की नींद उड़ा देती थी. क्या अधिकारी और क्या कारोबारी, उसकी एक कॉल पर लाखों रुपये की रंगदारी तो कुछ देर में ही उसके किले पर पहुंच जाती थी. उस माफिया का किला अभेद्य था. वह जिसे चाहता था वही उसकी कोठी तक पहुंच सकता था. उस माफिया के घर की तरफ आंख उठाने से भी एक वक्त खाकी डरती थी. खाकी में ही खौफ पैदा करने वाले उस माफिया डॉन का नाम था रमेश कालिया (Operation Ramesh Kaliya Story).
ककड़ी के खेत पर मामूली विवाद में मर्डर कर माफिया की गद्दी तक पहुंचा रमेश कालिया बड़े-बड़े नेताओं में भी खौफ पैदा करने लगा. सत्ता की हनक के बावजूद इस कालिया ने सरकार के ही कुछ खास लोगों की हत्या भी की. लेकिन कहते हैं ना कि हर खौफ का एक दिन अंत होता है. कालिया के अंत की शुरुआत हुई आईपीएस अधिकारी नवनीत सिकेरा के कार्यकाल में. पश्चिमी यूपी में खौफ के आतंक को खत्म कर नवनीत सिकेरा लखनऊ पहुंचे. इन्होंने तेज तर्रार पुलिस अफसर एसकेएस प्रताप (SKS Pratap) को लखनऊ बुलाया। सुनील कुमार सिंह प्रताप, यह वही पुलिस अफसर हैं जिन्होंने कालिया खौफ वाले फन को कुचलने के लिए प्लानिंग की. शादी, बैंड बाजा बारात, दूल्हा और दुल्हन ये सब कुछ कालिया पर शिकंजा कसने के लिए फिल्म की तरह रियल कहानी तैयार की गई. इस रियल कहानी में जो शादी का कार्ड छपा उस पर लिखा था सुनील वेड्स मंजु (Sunil Weds Manju). सुनील यानी SKS प्रताप मंजू यानी उनकी पत्नी. रमेश कालिया का कैसे हुआ एनकाउंटर, क्या है पूरी कहानी, कौन बना दूल्हा, कौन बनी दुल्हन, पूरी खबर के लिए देखें ये वीडियो.. Operation Ramesh Kaliya Encounter full story video in Hindi