एल्विश यादव और फाजिलपुरिया के खिलाफ ED का बड़ा एक्शन, यूपी-हरियाणा की प्रॉपर्टी अटैच की, जानिए पूरी कहानी
ED Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यूट्यूबर एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ED ने दोनों की संपत्तियों को अटैच कर लिया है, जो उत्तर प्रदेश और हरियाणा में स्थित हैं। यह कार्रवाई उस जांच के तहत की गई है जो पहले ही दोनों के खिलाफ शुरू की गई थी।
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ED Case: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने यूट्यूबर एल्विश यादव और सिंगर फाजिलपुरिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ED ने दोनों की संपत्तियों को अटैच कर लिया है, जो उत्तर प्रदेश और हरियाणा में स्थित हैं। यह कार्रवाई उस जांच के तहत की गई है जो पहले ही दोनों के खिलाफ शुरू की गई थी। ED ने पहले ही एल्विश यादव और फाजिलपुरिया के बयान दर्ज कर लिए थे और उनसे लंबी पूछताछ भी की थी। इस मामले में, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर और चार्जशीट के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने मामला दर्ज किया था।
एल्विश यादव और फाजिलपुरिया की संपत्ति अटैच
इस मामले में एल्विश यादव और सिंगर राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया से ईडी ने पूछताछ की थी। एल्विश यादव का नाम तब सामने आया जब उन्हें 17 मार्च को नोएडा पुलिस ने एक पार्टी में मनोरंजन के लिए संदिग्ध सांप के जहर के उपयोग की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। बताया जा रहा है कि उन्होंने इस तरह की पार्टियों का आयोजन किया था, जिसमें सांप के जहर का इस्तेमाल होता था। नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (IPC) की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
नोएडा पुलिस की FIR के बाद ईडी की जांच
पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में एनजीओ पीपल फॉर एनिमल्स की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें एल्विश यादव उन छह लोगों में से एक थे जिनका नाम आरोपियों में शामिल था। इस एफआईआर के बाद पुलिस ने कार्रवाई की और नवंबर में पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया, जो सपेरे थे। इन सपेरों से 5 कोबरा समेत 9 सांप बरामद किए गए थे और उनके पास से 20 मिलीलीटर संदिग्ध सांप का जहर भी जब्त किया गया था। हालाँकि, एल्विश यादव उस समय बैंक्वेट हॉल में मौजूद नहीं थे, लेकिन पुलिस ने उनकी भूमिका की जांच शुरू की थी।
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सांप के जहर के संदिग्ध उपयोग के चलते गिरफ्तारी
इस मामले की जांच के बाद, नोएडा पुलिस ने इस साल अप्रैल में एक चार्जशीट दाखिल की, जिसमें 1,200 से अधिक पन्ने थे। पुलिस के अनुसार, इस चार्जशीट में सांपों की तस्करी, नशीले पदार्थों का उपयोग और रेव पार्टियों के आयोजन जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पुलिस और ED ने मिलकर इस मामले में सख्त कार्रवाई की है ताकि इस तरह की अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
पिछले साल की घटना से जुड़ी जांच और आरोप
ईडी की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि कानून के दायरे में रहकर काम न करने वालों को सख्त सजा दी जाएगी। यह मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है, और लोगों में इस बात को लेकर भी उत्सुकता है कि एल्विश यादव और फाजिलपुरिया के खिलाफ आगे क्या कदम उठाए जाएंगे।
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