Pune Porsche Case: 'कार रेसिंग में हुआ एक्सिडेंट, विधायक का बेटा भी कसूरवार', कांग्रेस नेता का सनसनीखेज खुलासा

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Pune Porsche accident case: महाराष्ट्र कांग्रेस ने पुणे के चर्चित पोर्श कार एक्सिडेंट मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग करते हुए डिप्टी सीएम और राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस्तीफे की मांग की है. कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया है कि महाराष्ट्र के एक विधायक का बेटा भी पोर्श एक्सिडेंट कांड में शामिल था और ये घटना पब से शराब पीकर निकले दो अमीरजादों के बीच कार रेसिंग का नतीजा है. मीडिया से बातचीत में पटोले ने नाम लिये बिना NCP के एक विधायक की ओर इशारा किया और सीधा आरोप लगाया कि विधायक अपने रसूख के बूते अपने बेटे को कानून की पकड़ से साफ बचा ले गया.

पोर्श कांड में विधायक का बेटा भी शामिल था!

महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाते हुए कहा कि जिस विधायक का बेटा कथित तौर पर पोर्श कांड में शामिल था उसने मामले को दबाने के लिए अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल किया.  

पटोले ने दावा किया-

"पब में नशे में धुत होने के बाद, आरोपी और उसके दोस्त बार से बाहर निकलकर एक-दूसरे से रेस करने लगे. आरोपी की कार पीछे चल रही थी और आगे निकलने के प्रयास में उसने पीड़ितों को कुचल दिया."

पटोले ने कहा-

"उस कार में अन्य लोग कौन थे? हमें जानकारी है कि एक हाई-प्रोफाइल व्यक्ति का बेटा वहां मौजूद था. हम मुख्यमंत्री से इस जानकारी का खुलासा करने की मांग करते हैं."

कांग्रेस ने की CBI जांच की मांग

मंगलवार को महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाते हुए कहा कि जिस विधायक का बेटा कथित तौर पर पोर्श कांड में शामिल था उसने मामले को दबाने के लिए अपनी शक्तियों का गलत इस्तेमाल किया. पटोले ने कहा हम इसका खुलासा समय आने पर करेंगे लेकिन पहले पुलिस और सरकार को यह बताना चाहिए कि वह कार किसकी थी और कार में कौन-कौन लोग सवार थे? दूसरी कार में कौन था और रेस किसके बीच चल रही थी? इसका खुलासा होना चाहिए. उन्होंने इस हादसे की सीबीआई (जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो) से जांच कराने की भी मांग की और कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

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क्या है मामला?

पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था,  जिससे दोनों की मौत हो गई. इस घटना के 14 घंटे बाद आरोपी नाबालिग को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत भी मिल गई थी. कोर्ट ने उसे 15 दिनों तक ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने और सड़क दुर्घटनाओं के प्रभाव और समाधान पर 300 शब्दों का निबंध लिखने का निर्देश दिया था. हालांकि, पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी शराब के नशे में था और बेहद तेज रफ्तार से कार चला रहा था. नाबालिग को इस वक्त बाल सुधार गृह में रखा गया है. 

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