10 करोड़ की आलीशान हवेली पर चला बुलडोजर, 3 लग्जरी कारें भी रौंदीं, MP CM मोहन यादव पर सवाल, कांग्रेस ने कहा- मुसलमानों के खिलाफ़ नफ़रत
MP News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में थाने में उपद्रव करने वालों के खिलाफ सरकार ने सख्त कार्रवाई की है. यहां आरोपी की 10 करोड़ रुपये की हवेली को बुलडोजर से ढहा दिया गया. इसके साथ ही गृहस्थी का सामान, तीन कारें, एक बुलेट और एक स्कूटी भी नष्ट कर दी गईं. हालांकि इस कार्रवाई के बाद मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव पर विपक्ष हमलावर है। आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने के इस फैसले को कांग्रेस ने मुसलमानों के खिलाफ नफरत करार दिया है।
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MP News: मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में थाने में उपद्रव करने वालों के खिलाफ सरकार ने सख्त कार्रवाई की है. यहां आरोपी की 10 करोड़ रुपये की हवेली को बुलडोजर से ढहा दिया गया. इसके साथ ही गृहस्थी का सामान, तीन कारें, एक बुलेट और एक स्कूटी भी नष्ट कर दी गईं. हालांकि इस कार्रवाई के बाद मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव पर विपक्ष हमलावर है। आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाने के इस फैसले को कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने मुसलमानों के खिलाफ नफरत करार दिया है।
थाने में उपद्रव करने वालों पर सख्त कार्रवाई
दरअसल बुधवार दोपहर करीब 4 बजे, ज्ञापन देने के बहाने कुछ लोग सिटी कोतवाली पहुंचे और वहां संगठित योजना के तहत पत्थरबाजी की. इस घटना में थाना प्रभारी अरविंद कुजूर और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 150 लोगों के खिलाफ बलवा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया, जिनमें से 50 नामजद आरोपी थे.
आरोपी की 10 करोड़ की हवेली पर चला बुलडोजर
छतरपुर पुलिस प्रशासन ने हिंसा के आरोपी हाजी शहजाद अली की कोठी को गिराया, जो कांग्रेस का जिला उपाध्यक्ष है. शहजाद का भाई आजाद अली भी कांग्रेस पार्षद है. इस कोठी की कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये थी और यह 11 हजार वर्गफुट से भी बड़े क्षेत्र में बनी थी. कोठी के अंदर रखा सारा सामान, दो सफारी कारों, एक अन्य कार, बुलेट और स्कूटी को भी नष्ट कर दिया गया.
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पत्थरबाजी में थाना प्रभारी और दो पुलिसकर्मी घायल
छतरपुर के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ललित शाक्यवार ने बताया कि धार्मिक नेता सैय्यद हाजी अली और सैय्यद जावेद अली के नेतृत्व में 300-400 लोग ज्ञापन देने थाने पहुंचे थे. वे रामगिरी महाराज के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. भीड़ अचानक आक्रामक हो गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिसे रोकने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
300-400 लोगों की भीड़ ने किया थाने पर हमला
इस दौरान कोतवाली प्रभारी अनिल कुजूर के हाथ और सिर में गंभीर चोटें आईं और उनका इलाज चल रहा है. कॉन्स्टेबल भूपेंद्र प्रजापति भी घायल हो गए. घटना के बाद पुलिस ने गश्त की और सीसीटीवी फुटेज व वीडियो की मदद से पत्थरबाजी करने वालों की पहचान की. विशेष समुदाय के लोगों ने ज्ञापन देने के लिए लोगों को इकट्ठा करने के लिए कार्ड भी छपवाए थे, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर ट्वीट कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
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मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर सख्त कार्रवाई के दिए निर्देश
बुलडोजर कार्रवाई से पहले नगर पालिका ने संबंधित व्यक्ति को सूचना दी थी और 2 घंटे के भीतर घर खाली करने का आदेश दिया था. हालांकि, किसी ने सामान नहीं हटाया, जिसके बाद प्रशासन ने सारा सामान और कोठी को मिट्टी में मिला दिया.
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अंजुमन इस्लामिया कमेटी ने घटना पर दी प्रतिक्रिया
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अंजुमन इस्लामिया कमेटी के जावेद अली ने कहा कि वे और उनके सहयोगी सिर्फ ज्ञापन देने गए थे, और बाहर से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. उन्हें नहीं पता कि पत्थरबाजी में कौन शामिल था. छतरपुर एसपी अगम जैन ने बताया कि इस घटना के बाद शहर में शांति व्यवस्था सामान्य है.
वहीं, कांग्रेस नेता ने इस मामले में ट्वीट कर कहा - भाजपा सरकार की मुसलमानों के खिलाफ़ नफ़रत का एक और उदाहरण देखिये, मध्य प्रदेश के छतरपुर में मुख्यमंत्री के इशारे पर हाजी शहज़ाद के घर को ज़मींदोज़ कर दिया, मोदी जी दुनिया भर में सबका साथ - सबका विकास का नारा लगाते फिर रहे हैं और उनकी राज्य सरकारें बहाना.
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