ट्रेन के टॉयलेट से रात को आने लगी चीखने की आवाज, 2 युवकों ने खोला दरवाजा, नजारा देख फटी रह गईं आंखें
Jharkhand News: झारखंड में एक बार फिर से दुष्कर्म की एक गंभीर घटना सामने आई है. इस बार एक ट्रेन में सफर कर रही महिला के साथ जबरन दुष्कर्म करने की कोशिश की गई.
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Jharkhand News: झारखंड में एक बार फिर से दुष्कर्म की एक गंभीर घटना सामने आई है. इस बार एक ट्रेन में सफर कर रही महिला के साथ जबरन दुष्कर्म करने की कोशिश की गई. घटना उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन में हुई, जहां एक दिव्यांग महिला यात्री सफर कर रही थी. आधी रात को महिला बाथरूम गई, तभी पेंट्री कार का एक कर्मचारी उसके पीछे-पीछे घुस गया और महिला के साथ जबरन दुष्कर्म का प्रयास किया. घटना की जानकारी मिलते ही, ट्रेन के चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पहुंचने पर रेलवे पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
झारखंड में ट्रेन में दुष्कर्म का प्रयास
यह घटना ओडिशा के पुरी से योगनगरी ऋषिकेश जा रही उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन में हुई. पीड़िता महिला ओडिशा से उत्तर प्रदेश की ओर यात्रा कर रही थी. जब ट्रेन कटक से जाजपुर के बीच थी, तभी रात के 2 से 3 बजे के बीच पेंट्री कार के कर्मचारी रामजीत ने महिला के साथ ट्रेन के बाथरूम में घुसकर दुष्कर्म करने की कोशिश की. आरोपी युवक ने महिला के साथ जोर जबरदस्ती की और उन्नातुराल सेक्स का भी प्रयास किया. पीड़िता के मुताबिक, उसने बहुत कोशिश की, परंतु वह खुद को बचाने में असमर्थ रही, तब अन्य यात्रियों ने उसकी मदद की.
दिव्यांग महिला के साथ जबरदस्ती का प्रयास
ट्रेन में सफर कर रहे दो अन्य युवक, जिन्होंने बाथरूम से आ रही आवाजें सुनीं, उन्होंने तुरंत बाथरूम का दरवाजा खुलवाया और महिला को आरोपी से बचाया. इन युवकों ने घटना की जानकारी रेलवे पुलिस को दी और आरोपी को हिरासत में लेने में मदद की. ट्रेन के चक्रधरपुर स्टेशन पहुंचने पर रेलवे पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और आरोपी रामजीत को गिरफ्तार कर लिया.
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यात्रियों की सूझबूझ से बची महिला
इस घटना से रेलवे और सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं. ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार और रेलवे प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है. राजकीय रेलवे पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है और पीड़िता का बयान दर्ज किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए रेलवे पुलिस इस मामले में सख्त कदम उठा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
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