घर से भागी एक साथ 3 लड़कियां, Letter में लिखा- हमें बाबा ने बुलाया है, ढूंढना मत, 950 KM दूर मिले तीनों के शव, नहीं देखा होगा ऐसा केस

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घर से भागी एक साथ 3 लड़कियां, Letter में लिखा- हमें बाबा ने बुलाया है, ढूंढना मत, 950 KM दूर मिले तीनों के शव, नहीं देखा होगा ऐसा केस
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Muzaffarpur News: बिहार के मुजफ्फरपुर की तीन लड़कियां 15 दिन पहले घर से भाग गई थीं. अलग-अलग परिवारों की ये तीनों आपस में सहेलियां थीं. इनमें से एक लड़की ने घर पर एक पत्र छोड़ा. उस चिट्ठी में बाकायदा चेतावनी दी गई कि उन्हें तलाश न किया जाए. लेकिन अब मुजफ्फरपुर से करीब 960 किमी दूर मथुरा में इन तीनों लड़कियों की लाशें मिली हैं. साथ ही इसके पीछे की वजह बेहद चौंकाने वाली कहानी सामने आई. हैरानी की बात ये है कि तीनों की उम्र 13 से 14 साल है. 

मुजफ्फरपुर से गायब हुई थी 3 लड़कियां

मुजफ्फरपुर के योगिया मठ से ये तीनों लड़कियां 16 दिन पहले अचानक गायब हो गई थीं. लड़कियों की पहचान माया, गौरी और माही के रुप में हुई थी। गौरी के चाचा अमित रजक ने बताया कि गौरी, माया और माही 13 मई से लापता थीं. गौरी ने कहा था कि वह गरीब स्थान मंदिर में पूजा के बाद स्कूल जाएगी और उसके साथ माही और माया भी थीं. माही के पास एक मोबाइल था. जब गौरी दोपहर 2 बजे तक घर नहीं आई तो माही के मोबाइल पर कॉल की गई, लेकिन फोन बंद था.

'परमात्मा से मिलने जा रहे हैं'

 इसके बाद जब हम स्कूल गए तो वह बंद मिला. और जब माही के घर गए तो वह भी नहीं मिली. पूरे दिन तलाश करने के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला. इसी बीच एक लैटर मिला, जिसमें लिखा था कि वे धार्मिक यात्रा पर हिमालय जा रही हैं और तीन महीने तक उन्हें खोजने का प्रयास न किया जाए. उन्होंने जहर खरीदा है और अगर कोई उन्हें खोजने की कोशिश करेगा तो वे जहर पीकर मर जाएंगी.

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यह लैटर पढ़कर परिवार के लोग काफी डर गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर थाने की पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. लड़कियों का फोन लोकेशन उत्तर प्रदेश दिखा रहा था.

मथुरा में ट्रेन से कटकर दी थी जान

इसी बीच अचानक खबर आई कि उत्तर प्रदेश के मथुरा-आगरा रेलवे ट्रैक पर तीन लड़कियों की लाश मिली है. उनके हाथों में मेहंदी लगी हुई थी और एक लड़की के हाथ पर एसबीजी लिखा हुआ था. साथ ही पुलिस को उनके कपड़ों से ग्लोब टेलर मुजफ्फरपुर लिखा स्टीकर भी मिला, जिससे ये साफ हो गया की तीनों लड़कियां मुजफ्फरपुर के जोगिया मठ की गौरी, माया और बालूघाट की माही हैं.

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कोचिंग में बनीं थीं सहेलियां

बताया जा रहा है कि गौरी, माया और माही 6 महीने पहले एक दूसरे के संपर्क में आई थीं. इनका परिचय एक कोचिंग में हुआ था. माही पहले बोचहा स्थित स्वामी नारायण सत्संग बिहार जाती थी. माही के संपर्क में आने के बाद गौरी और माया भी भगवान कृष्ण की पूजा करने लगीं और मांसाहारी भोजन करना छोड़ दिया. गौरी और माया ने अपने परिवार वालों से भी मांसाहारी भोजन बंद करने को कहना शुरू कर दिया.

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हाथ पकड़ ट्रैक पर चलने लगीं तीन लड़कियां, ट्रेन ने उड़ाया

हादसा करने वाली मालगाड़ी के ड्राइवर से बात की गई है. उसने बताया कि तीनों हाथ जोड़कर पटरी पर चल रहीं थी और अचानक पटरी पर आ गईं. ट्रेन की रफ्तार बहुत ज़्यादा थी, इसलिए वे उसकी चपेट में आ गईं और उनकी मौत हो गई. सिटी एसपी ने कहा, उन्होंने कहा, "यह साफ हो गया है कि तीनों की हत्या नहीं हुई है, यह आत्महत्या का मामला है। पुलिस ने ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड से बात की है. तीनों के शवों का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा."

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