Sonali Phogat : सोनाली की मौत का सीक्रेट CBI सुलझाएगी या सुशांत-आरुषि की तरह उलझ जाएगी मिस्ट्री

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Sonali Phogat Latest News : गोवा सरकार ने आखिरकार सोनाली फोगाट की डेथ मिस्ट्री का सच जानने के लिए मामले की सीबीआई से जांच करवाने का फैसला ले ही लिया। उन्होंने इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी और गृह मंत्रालय ने उनकी चिट्ठी पर आखिरकार अपनी मुहर लगा दी। इससे पहले गोवा सीएम प्रमोद सावंत ने सोमवार को कहा कि इस मामले में गोवा की पुलिस सही जांच कर रही है। पुलिस को इस केस से जुडे कई अहम सुराग़ भी हाथ लगे हैं, लेकिन चूंकि घरवाले लगातार मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने भी अब इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने का फैसला कर लिया।

सोनाली के घरवाले इस मामले में पहले से ही सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। हाल ही में सोनाली की बेटी यशोधरा फोगाट ने भी इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की थी और इसके लिए उसके परिवार ने हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर से भी मुलाक़ात की थी। जिसके बाद मनोहरलाल खट्टर ने भी गोवा के सीएम से बात कर मामले की सीबीआई जांच के लिए अपील की थी। और आखिरकार गोवा के सीएम ने इस मामले पर आखिरी फैसला कर ही लिया। हालांकि उन्होंने एक बात साफ कर दी कि वो ये फैसला इसलिए नहीं कर रहे कि गोवा पुलिस मामले की जांच सही तरीकेे से नहीं कर पा रही है, बल्कि सिर्फ़ और सिर्फ़ इसलिए कर रहे हैं कि सोनाली के घरवाले लगातार सीबीआई जांच की मांग करते आ रहे हैं।


ऐसे में अब जानकारों का कहना है कि क्या सिर्फ़ किसी केस में घरवालों की मांग करने भर से मामले की जांच सीबीआई के हवाले किया जाना सही है? वो भी तब जब खुद सरकार पुलिस की जांच से संतुष्ट हो और पुलिस की जांच में कई सुराग़ मिलने की बात भी सामने आई हो? ऐसे में सवाल ये भी है कि क्या सरकार सभी मामलों में ऐसे ही घरवालों की अर्ज़ी पर सीबीआई जांच का फैसला करती है?

अगर नहीं तो इस मामले में ऐसा क्या है, जिसके चलते गोवा सरकार ने सोनाली के घरवालों की बात मान ली? कहीं ऐसा तो नहीं कि सिर्फ़ अमीर और रसूखदार परिवार से आने और हाई प्रोफ़ाइल केस होने की वजह से गोवा सरकार ने ये फैसला कर लिया? अगर मामले की सीबीआई जांच करने के पीछे सिर्फ़ घरवालों की अपील करना ही इकलौती वजह है, तो फिर इस देश के उन लाखों केसेज का क्या जिसमें घरवाले सीबीआई जांच की मांग करते-करते थक जाते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई होती? यकीनन सोनाली फोगाट डेथ केस की जांच सीबीआई के हवाले करने के बाद अब ये सवाल उठने लगे हैं।

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क्या वाकई CBI सुलझा लेगी या इन केस की तरह अनसुलझी रहेगी

आपको याद होगा इसी तरह घरवालों की मांग पर एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच केंद्र सरकार ने सीबीआई की सिफ़ारिश की थी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 19 अगस्त को 2020 को मामले की जांच सीबीआई के हवाले कर दी थी। लेकिन एक वो दिन था और एक आज का दिन।

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अब तक सीबीआई अपनी चार्जशीट दाखिल नहीं कर सकी है। सीबीआई ने तब अदालत के फैसले के बाद इस सिलसिले में सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती समेत कई लोगों के खिलाफ़ सुशांत को खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज किया था। इसके बाद सबसे पूछताछ हुई, लंबी जांच भी हुई, लेकिन मामला आगे नहीं बढ़ पाया।

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कांग्रेस नेता सचिन सावंत ने इस सिलसिले में एक आरटीआई दाखिल कर सीबीआई से मामले की जांच में हुई कार्य पगति के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की थी, लेकिन सीबीआई ने इससे जांच पर असर पडने की बात कहते हुए कुछ भी बताने से मना कर दिया था। 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत की लाश बेड रूम में पंखे से लटकती मिली थी। जिसके बाद उनके घरवालों ने उनकी गर्लफ्रेंड को दोषी ठहराते हुए मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की थी। हालांकि मुंबई पुलिस से लेकर एम्स की शुरुआती रिपोर्ट तक उनकी मौत के पीछे हत्या जैसी बात से इनकार किया गया था।

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CBI के इन केस में आखिर क्या हुआ?

  • सुशांत सिंह राजपूत केस की तरह और भी कई मामले में सीबीआई की जांच का कोई खास नतीजा नहीं निकला

  • नोएडा की आरुषि तलवार मर्डर केस की जांच भी सीबीआई के हवाले थी लेकिन इस मामले में भी अदालत ने सीबीआई की दलील ठुकराते हुए आरुषि के माता-पिता को बरी कर दिया

  • एक्टर जिया खान डेथ केस की जांच भी सीबीआई ने की थी। सीबीआई ने इस मामले में सूरज पंचोली के खिलाफ जांच आगे बढ़ाने की अर्ज़ी कोर्ट में दी थी, जिसे खारिज कर दिया गया।

  • ठीक इसी तरह शीना बोरा मर्डर केस का फैसला भी अभी लटका हुआ है। इस मामले की जांच भी सीबीआई ने की थी।


    सोनाली की मौत के दो मुख्य आरोपियों से गोवा पुलिस तकरीबन दो हफ्ते से ज्यादा की पूछताछ कर चुकी है, गोवा से लेकर हरियाणा तक की दूरी छान कर सबूत इकट्ठे कर चुकी है... लेकिन अब तक यही साफ नहीं हो सका है कि अगर इन दोनों ने सोनाली का कत्ल किया है, तो इसके पीछे की वजह यानी कत्ल का मोटिव क्या है? हालांकि सोनाली के घरवाले सोनाली की मौत को साजिश से कम कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं और उनका साफ-साफ कहना है कि इस साज़िश के पीछे उसके पीए सुधीर सांगवान के साथ-साथ कुछ बडे लोगों का हाथ है... लेकिन वो बडे लोग कौन हैं, ये भी एक बडा सवाल है...

  • यही वजह है कि जिस गोवा पुलिस ने सोनाली की मौत के मामले में सुधीर और सुखविंदर को गुनहगार करार देते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया था और उनके खिलाफ़ पुख्ता सबूत होने की बात कही, कत्ल के मोटिव को लेकर अब उसी गोवा पुलिस ने अपना मुंह सी रखा है... मामले की तफ्तीश करती हुई गोवा पुलिस ने गुरुग्राम में सोनाली के किराए के फ्लैट्स से लेकर हिसार में उसके गांव तक की दूरी नाप ली, घरवालों से लेकर तमाम नाते-रिश्तेदारों और जानकारों से भी बात कर ली, लेकिन मौत पर छाई धुंध की परत छंट नहीं सकी... हालांकि गुरुग्राम में सोनाली के किराए के फ्लैट पर तफ्तीश करने पहुंची पुलिस को इस बात के सबूत जरूर मिले कि सोनाली के पीए सुधीर ने किराये के कागाजात पर सोनाली को अपनी पत्नी बताया था... लेकिन सवाल वही है कि जिसे पत्नी बताया था, उसकी जान लेने की वजह क्या थी...

    उधर, घरवालों ने पीए सुधीर सांगवान की नजर सोनाली की प्रॉपर्टी पर होने की बात कही थी, साथ भी ये भी कहा था कि वो सोनाली के हिसार वाले फार्म हाउस को औने-पौने कीमत पर लीज पर लेना चाहता था... सुधीर ने सोनाली की जिंदगी पर कुछ इस तरह कब्जा कर रखा था, वो उसकी तरफ से सारे फैसले करता था... सोनाली के ड्राइवर ने यहां तक कहा था कि सोनाली के पास कई बार अपनी बेटी की स्कूल फीस देने के भी पैसे नहीं होते थे... और उसे इसके लिए सुधीर की तरफ देखना पडता था... लेकिन अगर सोनाली की दौलत पर कब्जा करने के लिए ही सुधीर ने उसकी जान ली, तो भी सोनाली की मौत से सुधीर की इस साजिश को जोडना यानी उसके सबूत इकट्ठे करना भी गोवा पुलिस के लिए एक बडी चुनौती होगी।

    उधर, एक फिल्म डायरेक्टर ने भी ये कहा है कि सोनाली के असाइनमेंट के पैसे भी उसका पीए सुधीर ही रख लिया करता था... फिल्म डायरेक्टर अकरम अंसारी ने बताया कि इवेंट्स की कुछ जानकारी के लिए उन्होंने सोनाली को कॉल किया था. ये बात सोनाली फोगाट की मौत से करीब 20 दिन पहले की है. जब बात हुई तो सोनाली ने पीए सुधीर का नंबर दिया और कहा कि पीए सुधीर से बात करे. इवेंट्स के लिए सुधीर ने सोनाली से बात किए बगैर हां कर दी. डायरेक्टर ने कहा कि एक बार मैडम से पूछकर बता दें तो सुधीर ने कहा कि "उनसे पूछने की जरूरत नहीं है, उनके सारे फैसले मैं ही लेता हूं."

    इसके कुछ दिन बाद सुधीर ने अपने फोन से सोनाली और डायरेक्टर अकरम अंसारी की बात करवाई. सुधीर के दबाव बनाने पर सोनाली ने कहा कि जो सुधीर कहता है वैसा ही आपको करना है. इन बातों से ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं सोनाली को सुधीर ब्लैकमेल करता था. इस बात की पुष्टि भी थोड़ी देर बाद ही हो गई. सोनाली ने डायरेक्टर अकरम अंसारी को फोन करके कहा कि सुधीर को कोई भी पेमेंट नहीं करनी है. क्योंकि सुधीर ऐसा शख्स है जो मेरी मेहनत के पैसे ही मुझतक नहीं पहुंचने देता है. साथ में ये भी कहा था कि उनके और सुधीर के बीच अब कुछ बनती नहीं है.

    सोनाली फोगाट केस में अब तक की जांच में क्या रहा?

    अब तक की तफ्तीश में पुलिस के पास सोनाली की शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट है, जिसमें डॉक्टरों ने इस मौत के पीछे हार्ट अटैक होने की वजह से इनकार किया है, लेकिन साथ ही मौत की सही-सही वजह का पता करने के लिए सोनाली का विसरा जांच के लिए भेजा गया है... ताकि उसकी टॉक्सीकोलॉजी इनवेस्टिगेशन से ये साफ हो सके कि आखिर मौत से पहले सोनाली को कैसा और कितना ड्रग्स दिया गया? या फिर उसे कोई ज़हर तो नहीं दिया गया? ये और बात है कि सोनाली को ड्रग्स पिलाने की तस्वीरें पुलिस के पास मौजूद हैं...

    उन तस्वीरों के साथ सोनाली की विसरा रिपोर्ट का मिलान भी जरूरी है... लेकिन ये भी सच है कि अगर कल को विसरा रिपोर्ट में ये बात सामने आ जाती है कि मौत के पीछे वाकई ड्रग्स की ओवरडोज़ ही वजह है, कोई ज़हर वाली साज़िश नहीं, तो भी ये सवाल अपनी जगह कायम रहेगा कि ड्रग्स की ओवरडोज़ देने के पीछे आख़िर सोनाली के पीए और उसके दोस्त का मकसद क्या था? क्या ओवरडोज से सोनाली की मौत एक हादसा थी? और अगर ये साज़िश है, जैसा कि घरवालों का इल्ज़ाम है, तो फिर पुलिस के सामने मोटिव साबित करने की चुनौती होगी...

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