BJP नेता के बेटे ने मां, बाप और भाई की दी 65 लाख रुपये की सुपारी, ऐसे हुआ हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा
BJP Leader's Son Gave RS 65 Lakh Supari : कर्नाटक में पुलिस ने बीजेपी नेता के घर पर चार लोगों हत्या का केस सुलझाने का दावा किया वो सनसनीखेज है। क्योंकि हत्या की इस पूरी वारदात के पीछे खुद बीजेपी नेता का बेटा था।
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Karnatak Four Murder: कर्नाटक में पुलिस ने BJP नेता के परिवार के चार लोगों की हत्या की एक संगीन वारदात को सुलझाया तो जो सच सामने आया वो बेहद चौंकाने वाला था। ये वारदात एक ऐसे कलयुगी लड़के की रची गई साजिश थी जिसने अपने ही परिवार में माता पिता और भाई की हत्या के लिए 65 लाख रुपये की सुपारी दी थी। सुपारी किलर आए भी मगर घरवालों की बजाए मेहमानों को मारकर चले गए।
बेटे ने दी 65 लाख रुपये की सुपारी
कर्नाटक के गडग में चार लोगों की हत्या के मामले में पुलिस ने सुपारी किलर गिरोह को पकड़े के साथ पूरे मामले को पूरी तरह से सुलझाने का दावा किया है। कर्नाटक के गडग-बेटागेरी में बीजेपी नेता प्रकाश बकाले के परिवार के चार लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझाई और बीजेपी नेता के बड़े बेटे विनायक बकाले समेत आठ लोगों को हथकड़ियों में जकड़ लिया। पुलिस का खुलासा है कि विनायक ने ही अपने पिता प्रकाश, मां सुनंदा और भाई कार्तिक को खत्म करने के लिए एक सुपारी किलर को 65 लाख रुपए की सुपारी दी थी। बताया जा रहा है कि परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था।
19 अप्रैल को हुआ था हत्याकांड
जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक चार लोगों की हत्या की ये सनसनीखेज वारदात 19 अप्रैल की है। विनायक बकाले ने अपने मां-बाप और भाई की हत्या की सुपारी फ़िरोज़ खाज़ी नाम के एक भाड़े के कातिल को दी थी। बकौल पुलिस इस कॉन्ट्रैक्ट में ये तय हुआ था कि तीनों की हत्या के बाद घर से लूटा गया सारा माल फिरोज ले लेगा। तय साजिश के तहत फिरोज अपने गैंग के लोगों के साथ प्रकाश बकाले के घर में दाखिल हुआ।
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प्लानिंग में यहां हो गई गड़बड़ी
सुपारी किलर को विनायक ने बाकायदा न सिर्फ घर का नक्शा समझा दिया था बलिक उसे ये भी अंदाजा दे दिया था कि घर में केवल तीन लोग ही मौजूद होंगे...। लिहाजा फिरोज ने जो जानकारी मिली थी उसके मुताबिक ही अपनी प्लानिंग की। मगर यहां गड़बड़ी हो गई। असल में कार्तिक की शादी तय होने की वजह से उसके कुछ मेहमान भी घर में आए हुए थे। जैसे ही हमलावर घर में दाखिल हुए तो उन्हें देखते ही प्रकाश बकाले शोर मचाने लगे। शोर सुनकर लोग भी इकट्ठा हो गए। लोगों की बढ़ती भीड़ से घबराए बदमाश अंधाधुंध फायरिंग करने लगे और फायरिंग करते हुए वहां से निकल भागे। इत्तेफाक से इस फायरिंग में अलग कमरे में छुपने की वजह से प्रकाश और सुनंदा तो बच गए, लेकिन उनका बेटा कार्तिक बदमाशों की गोलियों का शिकार हो गया। साथ में तीन और लोग इस फायरिंग में मारे गए।
बेटे और मेहमानों की हुई हत्या
पुलिस के मुताबिक, गडग के दशहरा ओनी में हुई इस गोलीबारी में 27 साल का कार्तिक, 55 साल के परशुराम हादिमानी, 45 साल की लक्ष्मी हादिमानी और 16 साल की आकांक्षा हादिमानी की हत्या हुई थी। जबकि प्रकाश बकाले और सुनंदा बकाले बाल-बाल बच गए। कार्तिक बीजेपी नेता प्रकाश बकाले की दूसरी पत्नी सुनंदा बकाले का बेटा था। वो गडग-बेटागेरी सिटी नगर परिषद का उपाध्यक्ष भी था। जबकि उसका अपने ही सौतेले भाई विनायक से जायदाद को लेकर झगड़ा चल रहा था। इस वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
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झगड़े का पता चलते ही गुत्थी सुलझ गई
पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि घर में आभूषण, कीमती सामान और नकदी सब हिफाजत से हैं। लेकिन छानबीन के दौरान ही पुलिस को शक हुआ कि इस वरदात के पीछे किसी घरवाले का हाथ हो सकता है। लिहाजा जब पुलिस ने इस मामले में गहराई से पड़ताल की तो उन्हें कार्तिक और विनायक के झगड़े का पता चला, वहां से बिखरी हुई कड़ियों को जब पुलिस ने जोड़ा तो उसे साजिश का सिरा पकड़ में आ गया। तब पुलिस ने इस मामले में विनायक को पकड़ा और पूछताछ की। इसके बाद विनायक के फोन के जरिए पुलिस उस सुपारी किलर तक जा पहुँची जिसके साथ इस कत्ल की वारदात के लिए 65 लाख में सौदे की बात हुई थी। जैसे ही पुलिस के हाथ सुपारी किलर लगा तो साजिश की गुत्थियां खुद ब खुद खुलती चली गई।
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