Nawab Malik News: महाराष्ट्र के कैबिनेट मिनिस्टर नवाब मलिक(Nawab Malik) को फ़िलहाल ईडी(ED) कार्यालय में बीते पांच घंटो से पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. नवाब मलिक से कुर्ला की उस जमीन के विवाद को लेकर पूछताछ की जा रही है. जिसे उन्होंने कई साल पहले कौड़ियों के दाम खरीदा था. यह आरोप पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस(Devendra Fadnavis) ने मलिक पर लगाया था.
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक गिरफ्तार, कौन हैं नवाब मलिक, कैसा रहा है सियासी सफर, जानिये...
23 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:14 PM)
Nawab Malik Arrested : महाराष्ट्र के कैबिनेट मिनिस्टर नवाब मलिक(Nawab Malik) को फ़िलहाल ईडी(ED) कार्यालय में बीते पांच घंटो से पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया है
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ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर कौन हैं मंत्री नवाब मलिक जिन पर हर रोज एक नया आरोप लग रहा है?
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास अघाड़ी सरकार में नवाब मलिक अल्पसंख्यक, कौशल विकास और उद्यमिता विभाग के कैबिनेट मंत्री हैं. NCP के मुस्लिम चेहरा माने जाते हैं और पार्टी प्रमुख शरद पवार के करीबी नेताओं में से हैं. उद्धव सरकार में एनसीपी कोटे से मंत्री नवाब मलिक मूलरुप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. मलिक ने अपना सियासी सफर मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी के साथ से शरु किया और बाद में शरद पवार का हाथ थाम एनसीपी में शामिल हो गए.
महाराष्ट्र में पांच बार के विधायक नवाब मलिक का जन्म 20 जून 1959 को उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील क्षेत्र के धुसवा गांव में हुआ. नवाब मलिक का पूरा परिवार 1970 में यूपी से मुंबई में शिफ्ट हो गया. उन्होंने मुंबई के अंजुमन हाईस्कूल से 10वीं और फिर 1978 में बुरहानी कॉलेज से 12वीं की पढ़ाई की. 1979 में स्नातक की पढ़ाई के लिए इसी कॉलेज में दाखिला.
मुलायम सिंह की मुस्लिमों के बीच बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए नवाब मलिक ने भी अपना सियासी सपा से शुरू किया. नवाब मलिक ने महाराष्ट्र के मुस्लिम बाहुल नेहरू नगर सीट पर 1996 में उपचुनाव में सपा के टिकट पर पहली बार किस्मत आजमाया और जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे. मुलायम के करीबी नेताओं को गिने जाने लगे और 1999 के विधानसभा चुनाव में दोबारा सपा के टिकट पर नेहरू नगर सीट से फिर किस्मत आजमाया और जीत हासिल की.
फिर शरद पवार की NCP में की एंट्री
2004 के लोकसभा चुनाव में यूपीए सरकार के केंद्र में आने के बाद नवाब मलिक ने सपा का दामन छोड़कर शरद पवार की एनसीपी में एंट्री कर गए. इसके बाद नवाब मलिक ने 2004 के विधानसभा चुनाव में नेहरू नगर सीट पर एनसीपी के टिकट पर उतरे और जीत की हैट्रिक लगाई. 2009 के विधानसभा चुनाव में परिसीमन के बाद नवाब मलिक ने अणुशक्ति नगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और लगातार चौथी बार विधायक बने.
2014 के विधानसभा चुनाव वह अणुशक्तिनगर विधानसभा से फिर से चुनाव लड़े थे, लेकिन मामूली वोटों से शिवसेना के हाथों हार गए. 2019 विधानसभा चुनाव में नवाब मलिक ने फिर से यहां से चुनाव लड़ा और पांचवी बार विधायक बने. शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी का गठबंधन होने पर नवाब मलिक को एनसीपी कोटे से महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनाया गया. 2020 में मलिक को एनसीपी मुंबई का अध्यक्ष भी बनाया गया और उन्हें एनसीपी प्रमुख शरद पवार का बेहद करीबी माना जाता है.
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