Red Fort के पास कैब ड्राइवर की हत्या करने वाले का एनकाउंटर, हनीट्रैप और लूट का ऐसा था कॉकटेल

GOPAL SHUKLA

22 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 22 2024 12:55 PM)

Honey Trap and Loot Encounter : दिल्ली पुलिस ने कैब ड्राइवर की हत्या के मामले में फरार चौथे आरोपी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया। इस वारदात में हनीट्रैप और लूट के कॉकटेल का कनेक्शन सामने आया।

लाल किले के पास कैब ड्राइवर को गोली मारने वाले का एनकाउंटर

लाल किले के पास कैब ड्राइवर को गोली मारने वाले का एनकाउंटर

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Delhi Cab Driver Murder Case: 15 अप्रैल को लाल किला के पास कैब चालक शाकिब की चाकू व गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस सनसनीखेज हत्या के सिलसिले में एक हफ्ते के भीतर पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी हाथ लगी। इस मामले का चौथा और फरार आरोपी आखिरकार एक एनकाउंटर (Encounter) के बाद गिरफ्तार हुआ। असल में पुलिस को इत्तेला मिली थी कि लाल किले के पास अंगूरी बाग में एक कैब ड्राइवर शाकिब की हत्या के इल्जाम में एक फरार आरोपी गाजियाबाद के लोनी इलाके में छुपा हुआ है। पुलिस ने जब उस आरोपी को पकड़ने के लिए घेरा लगाया तो उसने खुद को घिरा देखकर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की एक गोली आरोपी के पैर में जा लगी और वो जख्मी होकर वहीं गिर पड़ा। तब पुलिस को उसे दबोचने में ज्यादा वक्त नहीं लगा। 

फिरोज उर्फ भूरा पकड़ा गया

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आरोपी की पहचान फिरोज उर्फ भूरा उर्फ बिल्लौरी के तौर पर हुई जिसे वजीराबाद के पास एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया। बाद में खुलासा हुआ कि भूरा की तरफ से की गई फायरिंग में एक गोली पुलिस के एक सिपाही की बुलेटप्रूफ जैकेट में जाकर धंस गई थी। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे इलाज के लिए अरुणा आसिफ अली अस्पताल में भेज दिया। 

पुलिस ने कैब ड्राइवर मामले मं अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया

फिरोज ने ही मारी थी ड्राइवर को गोली

कैब ड्राइवर शाकिब की हत्या के सिलसिले में जब पुलिस ने मौका-ए- वारदात की फॉरेंसिक जांच करवाई तो उसका खुलासा यही हुआ कि उस रोज रात में कैब ड्राइवर को गोली फिरोज ने ही मारी थी। पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक आदतन अपराधी फिरोज बात बात पर गोली चलाने के लिए बदनाम है। ये भी खुलासा हुआ है कि 2014 में जाफराबाद थाने में तैनात दिल्ली पुलिस के सिपाही शिवराज तोमर की हत्या में भी फिरोज शामिल रहा इसके अलावा 2014 में विवेक विहार में झपटमारी के दौरान महिला की हत्या कर दी थी। उस मामले में भी फिरोज का नाम सामने आया था। पीड़ित महिला रिक्शा से गिरकर मौके पर ही मर गई थी। फिरोज अब तक दिल्ली के 10 आपराधिक मामलों में गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें तीन हत्या के मामले है जबकि अन्य आर्म्स एक्ट और डकैती में भी उसका नाम है। 

सीसीटीवी से वारदात का खुलासा

अंगूरी बाग इलाके में कैब ड्राइवर की हत्या के सिलसिले में पुलिस की तफ्तीश का जो खुलासा सामने आया वो बेहद चौंकाने वाला है। दरअसल, ई- रिक्शा पलटने के बाद कुछ अज्ञात लोगों ने कैब ड्राइवर को मौत के घाट उतार दिया था. शुरुआत में देखने में ये मामला रोड रेज का लग रहा था। मगर जब पुलिस ने इस मामले में और गहराई से छानबीन की और मौके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसने पुलिस के सामने वारदात की सच्चाई खोलकर रख दी।  जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो खुलासा हुआ कि ये रोड रेज नहीं बल्कि लूट का विरोध करने पर हुई थी और पुलिस ने इस सिलसिले में पूरी वारदात की मास्टरमाइंड महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था जबकि फिरोज उस वारदात के बाद से ही फरार था। 

लाल किले में आधी रात के बाद कैब ड्राइवर हत्या के सिलसिले में जो खुलास हुआ वो सनसनीखेज है

ई रिक्शा पलटने के बाद शुरू हुआ था झगड़ा

पिछली रविवार की आधी रात को अंगूरी बाग के छत्ता रेल रेड लाइट के पास शाकिब की कैब की टक्कर से एक ई-रिक्शा पलटने के कारण झगड़ा शुरू हुआ था। और उसी के बाद शाकिब के साथ पहले मार पिटाई की गई और बाद में उसको चाकू मारा गया था। लेकिन जब शाकिब ने दौड़कर फिरोज को पकड़ लिया था तो उसने ड्राइवर शाकिब को बेहद नजदीक से गोली मार दी थी। गोली मारने के बाद फिरोज भाग गया था और शाकिब जैसे तैसे अस्पताल पहुँचाया गया था। और तभी इस वारदात के बारे में पुलिस को खबर मिल सकी थी। तफ्तीश में खुलासा हुआ था कि असल में उस टक्कर के बाद इन बदमाशों ने जानबूझकर रात में नाटक रच कर शाकिब के साथ लूटपाट करने की कोशिश की थी। उसका मोबाइल और पर्स छीन लिया था। शाकिब ने जब उसका विरोध किया तो उसे पहले चाकू मारे और फिर गोली मारकर कैब ड्राइवर शाकिब की हत्या की गई। 

सीसीटीवी में दिखी थी गैंग की महिला

असल में लाल किला चौकी के इंचार्ज एसआई सत्येंद्र सिंह की टीम ने जब इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला तो उसमें एक संदिग्ध महिला दिखाई दी।  सीसीटीवी में वो महिला एक भिखारी से बात करती दिख रही थी। बाद में उसी भिखारी ने पुलिस को बताया था कि महिला का नाम अनीता है। तब पुलिस को उसका एक फोन नंबर भी मिल गया था। उसी फोन नंबर के आधार पर पुलिस ने अनीता और उसके बाद साजिद और सलमान नाम के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में ये पता चला कि असल में ये सब एक ही गिरोह का हिस्सा हैं। और उस रात लूट की वारदात को अंजाम देने की नीयत से ही सब इकट्ठा हुए थे। 

हनीट्रैप वाली मॉडस ऑपरेंडी

मॉडस ऑपरेंडी इनकी कुछ ऐसी थी जिसने पुलिस के माथे पर बल पैदा कर दिए। खुलासा हुआ है कि अनीता अपने शिकार को अपने लटके झटकों में उलझाकर किसी सूनसान इलाके में ले जाती थी और वहीं पहले से मौजूद उसके साथ उसके साथ लूटपाट करके फरार हो जाते थे। लेकिन जब उस रात ई रिक्शा पलटने वाली घटना हुई तो ये सारे के सारे एक साथ वहां मौके पर लूटपाट के इरादे से पहुँचे और भीड़ का फायदा उठाने की फिराक में लग गए। मौका लगते है इन लोगों ने शाकिब का पर्स और मोबाइल छीन लिया था। जिसकी वजह से शाकिब ने इनका विरोध किया। असल में शाकिब को जब पर्स निकालने का पता चला तो उसने शोर मचा दिया। शाकिर का शोर सुनकर इन चारो ने उसकी पिटाई कर दी। शाकिब की पकड़ से बचने के लिए ही फिरोज ने गोलियां चला दी थी जिसमें एक गोली शाकिब के पेट के ऊपरी हिस्से में लगी और फिर उसकी मौत हो गई। 

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