हिस्ट्रीशीटर बदमाश की बीवी को भगा ले गया ये प्रॉपर्टी कारोबारी, फिर ऐसे मिली ख़ौफ़नाक मौत

SUNIL MAURYA

14 Feb 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:13 PM)

गैंगस्टर की पत्नी को भगा ले गया ये प्रॉपर्टी कारोबारी तो 20 लाख की सुपारी दे करा दी हत्या, डमी नोटों से पुलिस ने खोला राज Rajasthan Ajmer property dealer Nitesh Nain Murder Case

CrimeTak
follow google news

Murder Mystery News : जुर्म की दुनिया में कौन दोस्त और कौन दुश्मन. वाकई इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. दरअसल, एक शख्स के साथ ऐसा ही हुआ. जिस हिस्ट्रीशीटर ने युवक को मारने की धमकी दी थी उससे बचने के लिए वो शख्स हथियार खरीदने के जुगाड़ में लग गया.

जिस व्यक्ति से वो हथियार लेने गया असल में उसी ने उसकी 20 लाख की सुपारी ले ली थी. अब वो हथियार लेने के लिए जिसके पास पहुंचा उसने रात में उसे अच्छे से खिलाया-पिलाया. फिर खाने में ही नशीला पदार्थ दे दिया था. जिसके बाद उसकी हत्या कर दी और शव को जमीन खोदकर दफना दिया. इसके बाद उसी जमीन पर एक कमरा बनवा लिया.

यह भी पढ़ें...

इधर, युवक के अहपरण होने की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने पूरे मामले की तफ्तीश की. तब इस पूरी घटना का खुलासा हुआ. दरअसल, जिस शख्स की हत्या की गई वो राजस्थान के अजमेर का काफी चर्चित प्रॉपर्टी व्यवसायी थे. बताया जा रहा है कि जिस हिस्ट्रीशीटर ने ये हत्या की सुपारी दी थी उसकी पत्नी को प्रॉपर्टी कारोबारी झांसे में लेकर कहीं चला गया था.

हिस्ट्रीशीटर जेल से बाहर आने के बाद पत्नी को भगा ले जाने की वजह से नाराज होकर उसे मारने की सुपारी दे दी. सुपारी देने से पहले उसने ये भी ऐलान किया था कि जो उसकी पत्नी को ले जाने वाले को मारेगा उसे वो मुंहमांगी रकम देगा.

7 फरवरी को अपहरण की दर्ज हुई थी रिपोर्ट

Nitesh Nain Murder Case : जिस शख्स की हत्या की गई वो अजमेर के चर्चित प्रॉपर्टी कारोबार नितेश नैन (28) थे. इस हत्या केस में अजमेर पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर हरि लंगड़ा और उसके 5 साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस केस में प्रॉपर्टी कारोबारी नितेश नैन के पिता प्रेमचंद नैन ने 7 फरवरी को अपहरण की एफआईआर दर्ज कराई थी.

इन्होंने शिकायत के दौरान ही कहा था कि हिस्ट्रीशीटर हरि लंगड़ा और उसके साथी मेरे बेटे का कई दिनों से पीछा कर रहे हैं. फोन पर एक बार नितेश ने अपने भाई से जान का खतरा भी बताया था. इसलिए शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत पड़ताल शुरू की.

पुलिस जांच में नितेश को लेकर हुआ चौंकाने वाला खुलासा

Murder News : दरअसल, अजमेर पुलिस अपहरण की वजह का पता लगाने में जुटी. इसकी जांच में पता चला कि अगवा हुए नितेश नैन के खिलाफ भी हत्या का एक केस कोर्ट में विचाराधीन है. इस पर सट्टे के अवैध कारोबार का एक बार आरोप लगा था.

इसी दौरान उसका हिस्ट्रीशीटर बदमाश हरि लंगड़ा से संपर्क हुआ. फिर नितेश जेल भी गया था. वहां से जमानत पर आने के बाद उसका हरि लंगड़ा के घर आना जाना हो गया.

उसी दौरान उसकी दोस्ती हरि लंगड़ा की पत्नी से हो गई थी. अभी 6 महीने पहले ही वो हरि लंगड़ा की पत्नी को लेकर कहीं चला गया था. इसी बात से नाराज होकर उसने नितेश की हत्या की सुपारी दे डाली. इसके लिए उसने जानने वालों के बीच ये कहा कि जो उसे मारेगा उसे वो पैसों से खुश कर देगा. मुंहमांगी कीमत देगा. जिसके बाद उसके जानने वाले बदमाश ने सुपारी ले ली.

वहीं, इसी बीच पुलिस ने जांच की तो पता चला कि नितेश पिछले कुछ समय से एक खास शख्स के संपर्क में था. जांच में ये भी पता चला कि जिससे वो बात कर रहा था असल में वो उससे हथियार की मांग कर रहा था. इसकी पड़ताल में पुलिस ने जब उसके लिंक को खंगाला तो चौंकाने वाली जानकारी मिली.

इस तरह जांच जब आगे बढ़ी तो पता चला कि अजमेर के घाटी वाले बालाजी मंदिर का पुजारी आदित्य शर्मा उर्फ बिट्टू हिस्ट्रीशीटर हरि लंगड़ा का दोस्त है. इसी के जरिए यूपी के सुपारी किलर गैंग के मनोज व गौतम से मुलाकात हुई. मनोज ने दो और किलर से बात कर 15 लाख रुपये में सौदा तय किया और खुद ही नितेश के संपर्क में आया. इसके बाद नितेश को हथियार मुहैया कराने के लिए अजमेर से यूपी के फिरोजाबाद में बुला लिया.

ऐसे दिया सनसनीखेज हत्या को अंजाम

1 फरवरी की रात में ही मनोज के कहने पर कल्लू ने अपने 2 साथियों आमिर और इमरान के साथ मिलकर नितेश को फिरोजाबाद में बुलाया. यहां पर नितेश को हथियार देने की बात हुई थी. इसके साथ ही वहीं पर खाने की भी व्यवस्था की गई. खाने में ही कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर नितेश को खिला दिया गया.

जिसे खाने के आधे घंटे बाद ही उसे उल्टी हो गई. इसके बाद ही इमरान ने उसके सिर पर पीछे से किसी भारी सामान से हमला किया. इसके बाद सरिये से मारा. जिससे नितेश नैन की मौत हो गई. मौत के बाद उसी मकान के तहखाने में ही गड्‌ढा खोदकर शव को दफना दिया गया. हत्या के बाद 2 फरवरी को मनोज यादव ने हरि लंगडे से 10 लाख रुपये लेकर कल्लू को दे दिए थे. बाकी के 5 लाख रुपये बाद में देने की बात हुई.

डमी नोट के सहारे पुलिस ने दो आरोपियों को दबोचा

पुलिस ने सर्विलांस के जरिए मनोज को दबोच लिया. उससे पूछताछ के आधार पर हरि लंगड़ा को भी पकड़ लिया गया. लेकिन कल्लू ने जिन दो लोगों के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया था उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी.

इसलिए पुलिस ने मनोज के जरिए ही अन्य आरोपियों को पकड़ने की योजना बनाई. इसके लिए पुलिस ने लाखों रुपये का डमी तैयार कराया जिसमें ऊपर के कुछ असली नोट और बाकी कागज के टुकड़े लगाकर एक बैग तैयार किया. इस बैग को मनोज के जरिए कल्लू तक पहुंचाने की तैयारी की गई.

इस तरह कल्लू और इमरान जब मनोज से पैसे लेने के लिए अजमेर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें भी दबोच लिया. इसके बाद उनसे पूछताछ कर नितेश के शव को बरामद किया गया जिसे जमीन में गाड़कर ऊपर से कमरा तैयार कर लिया गया था.

    follow google newsfollow whatsapp