UP Crime News : यूपी के शाहजहांपुर जिले से रेप (Rape) और उसके आरोपी के गिरफ्तार होने की अजीब खबर सामने आई है। असल में 12 साल की लड़की से रेप के मामले में 27 साल बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। असल में रेप के बाद जन्मा बच्चा बड़ा होकर जब पिता का नाम पूछा तब ये घटना सबके सामने आई. इसके बाद इतने साल बाद रिपोर्ट दर्ज कराई गई. अब रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस को फिर से करीब एक साल का वक्त लग गया। अब आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
UP Crime : रेप से जन्मे बेटे ने बड़े होकर पिता का नाम पूछा तब 27 साल बाद हुई FIR, अब आरोपी अरेस्ट
03 Aug 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:24 PM)
UP Crime news : यूपी के शाहजहांपुर की ये खबर बेहद चौंकाने वाली है. दुष्कर्म के 27 साल बाद मामला दर्ज, आरोपी गिरफ्तार.
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शाहजहांपुर के पुलिस अधीक्षक (नगर) संजय कुमार ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि शहर में ही रहने वाली 12 साल की बच्ची के साथ दो सगे भाइयों ने कथित तौर पर दुष्कर्म किया था जिसके बाद उसने एक बेटे को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि जब बेटे ने मां से अपने पिता का नाम पूछा, तब सच्चाई सामने आई और अदालत के आदेश पर चार मार्च, 2021 को थाना सदर बाजार में आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया।
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उन्होंने बताया कि घटना के समय पीड़िता की आयु 12 साल थी और रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी गुड्डू और नकी हसन एवं पीड़िता और उसके बेटे का डीएनए परीक्षण कराया गया जिसका मिलान हो गया।
कुमार ने बताया कि इसके बाद एक आरोपी गुड्डू को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज भेज दिया गया है जबकि दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है। पीड़िता सदर बाजार थाना क्षेत्र में अपने बहन-बहनोई के यहां रहती थी, उसी दौरान नकी हसन और उसके छोटे भाई गुड्डू ने उसके साथ दुराचार किया जिससे वह गर्भवती हो गई और 1994 में उसने एक बेटे को जन्म दिया। बाद में उसने बच्चे को उधमपुर हरदोई में रहने वाले एक परिचित व्यक्ति को दे दिया था।
पीड़िता के बहनोई का स्थानांतरण रामपुर जिले में होने पर बहनोई ने पीड़िता का विवाह गाजीपुर के एक व्यक्ति से कर दिया, लेकिन पति को दुष्कर्म की घटना का पता चलने पर उसने पीड़िता से संबंध खत्म कर लिया।
उधर, पीड़िता के बेटे ने अपने अभिभावक से अपने माता-पिता के बारे में पूछा तब उसे पीड़िता के पास शाहजहांपुर पहुंचा दिया गया और बाद में अदालत के आदेश पर आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया।
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