Udaipur Kanhaiya Lal Murder: राजस्थान के डीजीपी ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया है कि शुरुआती जांच में सामने आया कि घटना प्रथम दृष्टया आतंक (Terror) फैलाने के उद्देश्य से की गई है। दोनों आरोपियों के दूसरे देशों (Cross Boarder) सें संबंधों का भी खुलासा हुआ है। उदयपुर (Udaipur) में हुई टेलर कन्हैया लाल की हत्या (Murder) के आरोपियों पर राजस्थान पुलिस और एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) एक्ट के तहत मुकदमा (Case) दर्ज किया है।
Udaipur Kanhaiya Lal Murder: उदयपुर कन्हैया लाल हत्याकांड में एनआईए ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु की, आरोपियों पर यूएपीए लगाया
30 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:21 PM)
Udaipur Kanhaiya Lal Murder: पुलिस ने माना आतंक फैलाने के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। विदेश से भी जुड़ें हैं दोनों आरोपियों के तार!
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कत्ल के इस मामले में सीमा पार कनेक्शन समेत डिजिटल एविडेंस की भी जांच की जा रही है। राज्सथान पुलिस की एसआईटी के साथ ही इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी शुरु कर दी है।
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एनआई नें अपनी एफआईआर संख्या आरसी 27/2022 में कत्ल की धारा के अलावा आईपीसी 452, 153ए, 153 बी, 295 ए के अलावा सेक्शन 16,18 और यूएपीए की धारा 20 को भी शामिल किया है। एनआईए ने एफआईआर में लिखा है कि इस पूरे मामले को सोची समझी साजिश और पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया है।
राजस्थान सरकार ने उदयपुर की घटना में शामिल आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी करने वाले 5 पुलिसकर्मियों तेजपाल, नरेन्द्र, शौकत, विकास और गौतम को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन देने का भी ऐलान किया है। गौरतलब है कि उदयपुर के धानमंडी इलाके में मंगलवार दोपहर दो युवकों ने टेलर कन्हैयालाल की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी थी। इतना ही नही आरोपियों नें कत्ल से पहले, कत्ल के वक्त और हत्या के बाद वीडियो शेयर कर कहा कि उन्होंने इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए कन्हैयालाल की हत्या की है।
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