Shraddha Murder Case: ये 5 गवाह बढ़ाएंगे आफताब की मुश्किलें! कितना दम रखता है इनका बयान

PRIVESH PANDEY

18 Nov 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:30 PM)

Shraddha Murder Case: आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने प्रेमिका श्रद्धा वॉकर की हत्या की बात पुलिस के सामने कबूल कर लिया है, लेकिन उसे हत्यारा साबित करना अभी भी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है.

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Shraddha Murder Case: आरोपी आफताब अमीन पूनावाला (Aftab Amin Poonawalla) ने प्रेमिका श्रद्धा वॉकर की हत्या की बात पुलिस के सामने कबूल कर लिया है, लेकिन उसे हत्यारा साबित करना अभी भी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है. आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया. अब पुलिस शव के टुकड़े खोजने के लिए जंगल में भटक रही है. अब तक 13 टुकड़े मिल चुके हैं, लेकिन अभी भी बहुत अहम सबूत पुलिस के हाथ से दूर हैं.

Shraddha Murder Case Update: पुलिस कह रही है कि आफताब बार-बार अपना बयान बदल रहा है और जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. इसलिए पुलिस ने उसका नार्को टेस्ट कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दी है. भले ही आफताब बयान बदल रहा हो और जांच में मदद नहीं कर रहा हो, लेकिन इस पूरे हत्याकांड में कुछ ऐसे भी किरदार हैं, जो अहम साबित हो सकते हैं.

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Shraddha Murder murder mystery:18 मई को आफताब ने श्रद्धा की हत्या कर दी और उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. आफताब ने आरी से उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे. ऐसा करते समय उसका हाथ भी कट गया. आफताब इसका इलाज कराने डॉ. अनिल कुमार के पास गया था.

डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि उस रात जब वे आए तो नॉर्मल था. जब उसने उससे हाथ काटने का कारण पूछा तो उसने कहा कि फल काटते समय हाथ कट गया.

डॉ. अनिल ने आफताब की पहचान कर ली है. उसने पुलिस को बताया है कि उस रात आफताब उसके पास आया और उसने उसका इलाज किया.

रजत शुक्ला श्रद्धा के दोस्त है, रजत ने न्यूज एजेंसी को बताया है कि श्रद्धा ने 2019 में बताया था कि वह 2018 से आफताब के साथ रिलेशनशिप में है और वे साथ रहते है. शुरुआत में दोनों खुशी-खुशी रहने लगे, लेकिन बाद में श्रद्धा ने बताया कि आफताब उनके साथ मारपीट करता था. वह उसे छोड़ना चाहती थी, लेकिन उसके लिए ऐसा करना मुश्किल था. रजत के मुताबिक दिल्ली शिफ्ट होने के बाद श्रद्धा से उनका संपर्क लगभग खत्म हो गया था.

श्रद्धा के एक और दोस्त लक्ष्मण नाड़र ने बताया कि अगस्त के बाद श्रद्धा ने भी मैसेज का जवाब देना बंद कर दिया था. उनका फोन भी स्विच ऑफ था. तब मुझे लगा कि कुछ गड़बड़ है. जब मुझे उसके बारे में कोई अपडेट नहीं मिला तो मैंने उसके भाई को बताया कि मेरी उससे आखिरी बार जुलाई में बात हुई थी. हमें पुलिस के पास जाना चाहिए.

लक्ष्मण ने बताया कि श्रद्धा और आफताब का अक्सर झगड़ा होता रहता था. एक बार तो झगड़ा इतना बढ़ गया था कि वह पुलिस के पास जाने वाले थे, लेकिन श्रद्धा ने मना कर दिया.

जहां से आफताब ने आरी खरीदी थी, उस दुकान का मालिक सुदीप सचदेवा है. इस आरी से श्रद्धा के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए. पुलिस आफताब को लेकर सचदेवा की दुकान पर गई थी. सचदेवा ने बताया है कि जब पुलिस आफताब को लेकर दुकान पर आई तो उसकी आंखों में कोई पछतावा नहीं था.

श्रद्धा की हत्या करने के बाद आफताब ने उसकी लाश के टुकड़े रखने के लिए 300 लीटर का नया फ्रिज खरीदा. यह फ्रिज तिलक राज की दुकान से ही खरीदा गया था.तिलक राज ने बताया कि आफताब ने यह फ्रिज 25,300 रुपए में खरीदा था। उसने यह भी बताया कि जब पुलिस आफताब को लेकर दुकान पर आई तो वह सामान्य दिख रहा था और उसे अपने किये पर कोई पछतावा नहीं था.

क्या साजिश है श्रद्धा की हत्या?

पुलिस साजिश के ऐंगल से भी हत्या की जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि श्रद्धा और आफताब इस साल दिल्ली शिफ्ट होने से पहले हिमाचल घूमने गए थे। यहां उसकी मुलाकात एक व्यक्ति से हुई, जो दिल्ली के छतरपुर का रहने वाला था।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली आने के बाद श्रद्धा और आफताब रुके थे

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