जुर्म की दुनिया का कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी की गिरफ्तारी के साथ एक लेडी डॉन भी पकड़ी गई है. इस लेडी डॉन का नाम है अनुराधा. अपराध की दुनिया में ये डॉन को मैडम मिंज के नाम से मशहूर है.
लेडी डॉन अनुराधा गिरफ्तार, जानिए बचपन में मां का साया उठा तो कैसे AK-47 का दामन थामा
31 Jul 2021 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:02 PM)
rajsthan lady don anuradha madam minj arrested by delhi police with kala jatheri crime news
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बचपन में साधारण सी दिखने वाली ये लेडी डॉन पढ़ाई में अव्वल थी. लेकिन कम उम्र में ही अनुराधा के सिर से उसकी मां का साया उठ गया. इससे वो मजबूत बनती चली गई. पिता मजदूरी करते थे लेकिन इसने पढ़ाई की. बीसीए किया और फिर अपनी मर्जी से शादी की.
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शादी दीपक मिन्ज से हुए. दोनों ने ख़ुद का बिजनेस शुरू किया. राजस्थान के सीकर में शेयर ट्रेडिंग का उनका बिजनेस चलने लगा. शुरू में लाखों रुपये लगाए. काफी फायदा भी हुआ. लेकिन एक वक़्त आया जब इनका बिजनेस चौपट होने लगा. और फिर ये करोड़ों रुपये कर्ज में डूब गए. और फिर यहीं से शुरू हुई जुर्म की दुनिया. हालांकि, अनुराधा के जुर्म की दुनिया में आने के बाद पति अलग हो गया था.
कर्ज लौटाने का बढ़ा दबाव तो बनी लेडी डॉन
शेयर में करोड़ों रुपये का कर्ज होने की वजह से उसे लौटाने का दबाव बढ़ता जा रहा था. लेकिन इसके पास पैसे नहीं थे. ऐसे में उसका संपर्क हिस्ट्रीशीटर बलबीर बानूड़ा से हुआ. लेकिन ये पैसे देने में असमर्थ था. इसलिए बलबीर ने कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह से अनुराधा की मुलाकात कराई.
अब आनंद पाल देसी टाइप का अपराधी था. लेकिन अनुराधा ने उसे अंग्रेजी बोलना सिखाया. धीरे-धीरे आनंद को अनुराध का स्टाइल अच्छा लगा तो वो भी स्टाइलिश बनने लगा. अब अनुराध ही आनंद हा क्राइम प्लान बनाने लगी थी. अनुराधा ने आनंद को अंग्रेजी सिखाई तो बदले में उससे AK-47 जैसे आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली. कुछ समय बाद ही अनुराधा एके-47 चलाने में ट्रेंड हो गई.
अब ये आनंद पाल के गैंग को मिलकर ऑपरेट करने लगी. किसे और कब अगवा करना है. कैसे फिरौती मांगनी है. सबकुछ यही प्लान करने लगी. यही वजह है कि सीकर में एक व्यापारी के अपहरण के मामले में पुलिस ने अनुराधा पर 5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. और अब अनुराध मैडम मिंज के नाम से जुर्म की दुनिया में नई पहचान बना ली.
27 जून 2006 को बहुचर्चित जीवणराम गोदारा हत्याकांड घटना के मुख्य गवाह प्रमोद चौधरी के भाई इंद्रचंद को अगवा करने में इसी लेडी डॉन का हाथ माना जाता है. गैंगस्टर आनंदपाल को पुलिस ने जब एनकाउंटर में मार गिराया तो वो खुद ही गैंग चलाने लगी थी. दिल्ली पुलिस ने जब इसे गिरफ्तार किया तो लेडी डॉन पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
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