रूस को घेरने के लिए बनाया गया नया चक्रव्यूह नाटो की इमरजेंसी बैठक में हुआ ये बड़ा फ़ैसला

GOPAL SHUKLA

24 Mar 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:15 PM)

रूस के ख़िलाफ जवाबी कार्रवाई की तैयारी तेज़, रूस को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए नाटो ने बनाया नया चक्रव्यूह, NATO extends mandate, military assistance without limitations to Ukraine latest war news

CrimeTak
follow google news

यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई जारी रखेगा नाटो

NATO SUMMIT: बेल्जियम की राजधानी ब्रसल्स में हुई नाटो की इमरजेंसी बैठक में कई ऐसे फैसले हुए जिनकी वजह से अब रूस और यूक्रेन की जंग के और भी ज़्यादा घातक होने के आसार बन गए हैं। नाटो के महासचिव जेंस स्टोलटेनबर्ग ने इस इमरजेंसी बैठक में साफ कर दिया कि वो न सिर्फ यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई करते रहेंगे बल्कि अपने रासायनिक हथियार, जैविक हथियार और परमाणु हथियारों को भी एक्टिव करेंगे, ताकि ऐसे किसी युद्ध की संभावना के समय उनका इस्तेमाल किया जा सके।

यह भी पढ़ें...

बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में गुरुवार को नाटो नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में भाग लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ख़ासतौर पर ब्रसल्स पहुँचे थे। 24 मार्च को हुई इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने साफ कर दिया कि वो रूसी हमलों के ख़िलाफ़ यूक्रेन की मदद को जारी रखेंगे, ताकि उसे अपनी आत्मरक्षा करने का मौका मिलता रहे।

रूस पर लगाम लगाने की नई कवायद

NATO SUMMIT: बताया जा रहा है कि इस नाटो संगठन में शिरकत करने के अलावा जो बाइडन यूरोपीय यूनियन के नेताओं के साथ भी बातचीत कर सकते हैं। इसके अलावा बाइडन की पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा के साथ अलग से एक मुलाकात होगी।

यकीनी तौर पर कहा जा सकता है कि दोनों नेता रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के मद्देनज़र बने हालात को लेकर चर्चा कर सकते हैं। ऐसा भी माना जा रहा है कि बाइडन और आंद्रेजेज के बीच रूस पर लगाम लगाने को लेकर नई रणनीति पर भी कोई सहमति बन सकती है।

इसी बीच नाटो संगठन के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने जो बात कही है उसके बाद रूस के राष्ट्रपति की तरफ से कोई कड़ी प्रतिक्रिया भी आ सकती है। दरअसल नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि नाटो की तरफ से यूक्रेन को दी जा रही हथियारों की सप्लाई हर हाल में जारी रहेगी।

नाटो संगठन के देश यूक्रेन को किसी भी सूरत में हथियारों की कमी नहीं होने देंगे। क्योंकि बीते एक महीने के दौरान यूक्रेन की सेना ने रूसी सेना का जमकर मुकाबला किया है और रूस को एक महीने की जंग में भी अपनी राजधानी कीव तक नहीं पहुँचने दिया।

घातक हथियारों की आने वाली है बारी

NATO SUMMIT: लेकिन जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने जो कहा है वो और भी ज़्यादा असरदार है। क्योंकि स्टोलटेनबर्ग ने नाटो संगठन के कैमिकल, बायोलॉजिकल और न्यूक्लियर हथियारों के साथ भी खुद को तैयार रखने की बात कही है। इसका मतलब साफ हो जाता है कि नाटो को अब लगने लगा है कि आने वाले दिनों में अगर ये जंग इसी तरह से चलती रही तो रूस केमिकल, बॉयोलॉजिकल और न्यूक्लियर जैसे घातक हथियारों का भी इस्तेमाल कर सकता है।

बताया जा रहा है कि जेन्स स्टोलटेनबर्ग का कहना है कि नाटो देशों को अब अपने केमिकल, बॉयोलॉजिकल और न्यूक्लियर हथियारों के साथ तैयार रहना होगा। जेन्स स्टोलटेनबर्ग की इस बात के सामने आने के बाद रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के और भी ज़्यादा भयानक होने के आसार इसलिए भी बनते दिखाई पड़ने लगे हैं क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कुछ वक़्त पहले साफ तौर पर नाटो को धमकी दी थी और कहा था कि वो इस युद्ध से हर लिहाज से दूर ही रहें तो बेहतर है।

पुतिन ने ये भी कहा था कि अगर नाटो यूक्रेन को हथियारों की सप्लाई बंद नहीं करेगा तो रूस यूक्रेन के खिलाफ़ चला रहा अपना मिलिट्री ऑपरेशन और तेज़ कर सकता है।

    follow google newsfollow whatsapp