GYANVAPI DISPUTE : पहले मंदिर था या मस्जिद ? WHAT IS GYANVAPI DISPUTE ?

CHIRAG GOTHI

11 May 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:18 PM)

GYANVAPI DISPUTE : पहले मंदिर था या मस्जिद ? WHAT IS GYANVAPI DISPUTE ? ज्ञानव्यापी विवाद का सच DO READ MORE AND LATEST CRIME NEWS IN HINDI AT CRIME TAK WEBSITE.

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GYANVAPI DISPUTE : क्या है ज्ञानव्यापी विवाद का सच? क्यों इतना हंगामा बरपा है ?

GYANVAPI DISPUTE : पहले मंदिर था या मस्जिद ? WHAT IS GYANVAPI DISPUTE ?

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कुएं का सच : मस्जिद और विश्वनाथ मंदिर के बीच 10 फीट गहरा कुआं है, जिसे ज्ञानव्यापी कहा जाता है। इसी कुएं के नाम पर मस्जिद का नाम पड़ा। स्कंद पुराण में कहा गया है कि भगवान शिव ने स्वयं लिंगाभिषेक के लिए अपने त्रिशूल से ये कुआं बनाया था।

शिवजी ने यहीं अपनी पत्नी पार्वती को ज्ञान दिया था, इसलिए इस जगह का नाम ज्ञान का कुआं पड़ा। यह कुआं सीधे पौराणिक काल से जुड़ता है।

मंदिर और मस्जिद सटे हुए क्यों बने है : वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानव्यापी मस्जिद को लेकर विवाद गर्म है, लेकिन यहां सवाल ये है कि मंदिर और मस्जिद सटे हुए क्यों बने है ?

क्या मंदिर तुड़वा कर मस्जिद बनवाई गई थी ? कइयों का दावा है कि ज्ञानव्यापी मस्जिद को औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर तुड़वाकर बनवाया था।

213 साल पहले हुआ था विवाद : मंदिर-मस्जिद का ये विवाद वर्षों पुराना है और इसे लेकर 213 साल पहले दंगे भी हुए थे, लेकिन आजादी के बाद इस मुद्दे को लेकर कोई दंगा नहीं हुआ।

मस्जिद की जमीन मंदिर को दी जाए, क्यों ? हालांकि ज्ञानव्यापी को हटाकर उसकी जमीन काशी विश्वनाथ मंदिर को सौंपने को लेकर एक याचिका दायर हुई थी। पहली याचिका अयोध्या में राम मंदिर मुद्दा गर्माने के बाद 1991 में दाखिल हुई थी।

WHAT IS GYANVAPI DISPUTE ? : ताजा विवाद : ताजा विवाद ज्ञानव्यापी मस्जिद परिसर में श्रृंगार गौरी और अन्य देवी-देवताओं की रोजाना पूजा-अर्चना को लेकर है। कोर्ट ने पूजा की मांग वाली याचिका के बाद मस्जिद में आर्कियोलॉजिकल सर्वे का आदेश दिया था। 18 अगस्त 2021 को 5 महिलाएं ज्ञानव्यापी मस्जिद परिसर में मां श्रृंगार गौरी, गणेश जी, हनुमान जी समेत परिसर में मौजूद अन्य देवताओं की रोजाना पूजा की इजाजत मांगते हुए कोर्ट पहुंची थीं। अभी यहां साल में एक बार ही पूजा होती है।

WHAT IS GYANVAPI DISPUTE ? : 26 अप्रैल 2022 को वाराणसी सिविल कोर्ट ने ज्ञानव्यापी मस्जिद परिसर में श्रृंगार गौरी और अन्य देव विग्रहों के सत्यापन के लिए वीडियोग्राफी और सर्वे का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश के बावजूद मुस्लिम पक्ष के भारी विरोध की वजह से यहां 6 मई को शुरू हुआ 3 दिन के सर्वे का काम पूरा नहीं हो पाया। मुस्लिम पक्ष सर्वे के लिए मस्जिद के अंदर जाने को गलत बता रहा है। हिंदू पक्ष का कहना है कि शृंगार देवी के अस्तित्व के प्रमाण के लिए पूरे परिसर का सर्वे जरूरी है।

WHAT IS GYANVAPI ? : 2019 में विजय शंकर रस्तोगी ने वाराणसी जिला अदालत में ज्ञानव्यापी मस्जिद परिसर के आर्कियोलॉजिकल सर्वे कराने की मांग करते हुए याचिका दाखिल की। इस याचिका का विरोध हुआ। इसी साल रस्तोगी ने हाईकोर्ट द्वारा स्टे नहीं बढ़ाने का हवाला देते हुए निचली अदालत से सुनवाई फिर शुरू करने की अपील की। यहां सुनवाई चल रही है।

अलग अलग राय ?

शुरू में क्या था मंदिर या मस्जिद ?

कितनी बार मंदिर टूटा, कितनी बार मस्जिद टूटी ?

कब कब किसने क्या क्या बनवाया ?

औरंगजेब ने बनवाई मस्जिद : 1669 में औरंगजेब ने काशी विश्वनाथ मंदिर का एक हिस्सा तोड़कर ज्ञानव्यापी मस्जिद बनवाई थी।

शर्की सुल्तान ने बनवाई मस्जिद : कुछ इतिहासकार कहते हैं कि 14वीं सदी में जौनपुर के शर्की सुल्तान ने मंदिर को तुड़वाकर ज्ञानव्यापी मस्जिद बनवाई थी।

अकबर ने मंदिर मस्जिद दोनों बनवाए : अकबर ने 1585 में नए मजहब दीन-ए-इलाही के तहत विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानव्यापी मस्जिद बनवाई थी।

मोहम्मद गोरी के सेनापति ने तुड़वा दिया था मंदिर : मूल विश्वनाथ मंदिर को 1194 में मोहम्मद गोरी के सेनापति कुतुबुद्दीन ऐबक ने तुड़वा दिया था।

गुजरात के व्यापारी ने बनवाया मंदिर : माना जाता है कि 1230 में गुजरात के एक व्यापारी ने मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था।

अकबर के मंत्री ने कराया मंदिर का पुनर्निर्माण : 1447-1458 के बीच हुसैन शाह शरीकी या 1489-1517 के बीच सिकंदर लोदी ने मंदिर को फिर से ढहा दिया था। 1585 में अकबर के मंत्री टोडरमल ने विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया।

इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने कराया मंदिर का निर्माण : विश्वनाथ मंदिर के वर्तमान स्वरूप का निर्माण 1780 में इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने कराया था।

हिंदुओं का दावा मंदिर को राजा विक्रमादित्य ने बनवाया : 1991 में काशी विश्वनाथ मंदिर के पुरोहितों के वंशजों ने याचिका में कहा कि मूल मंदिर को 2050 साल पहले राजा विक्रमादित्य ने बनवाया था।

GYANVAPI KYA HAI ? : मस्जिद हिंदू और मुस्लिम आर्किटेक्चर का मिश्रण : ज्ञानव्यापी मस्जिद हिंदू और मुस्लिम आर्किटेक्चर का मिश्रण है। मस्जिद के गुंबद के नीचे मंदिर के स्ट्रक्चर जैसी दीवार नजर आती है। ये विश्वनाथ मंदिर का हिस्सा है, जिसे औरंगजेब ने तुड़वा दिया था। ज्ञानव्यापी मस्जिद का प्रवेश द्वार भी ताजमहल की तरह ही बनाया गया है।

शिव पुराण में भी है काशी विश्वनाथ मंदिर का जिक्र

काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है। ये मंदिर यूपी के वाराणसी जिले में गंगा नदी के किनारे स्थित है।

मंदिर और मस्जिद आसपास, लेकिन रास्ते अलग

WHAT IS GYANVAPI DISPUTE ? : काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी की विश्वनाथ गली में गंगा नदी के किनारे स्थित है। काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानव्यापी मस्जिद आपस में सटी हुई है, लेकिन यहां आने-जाने के रास्ते अलग हैं। मंदिर का प्रमुख शिवलिंग 60 सेंटीमीटर लंबा और 90 सेंटीमीटर की परिधि में है। मुख्य मंदिर के आसपास काल-भैरव, कार्तिकेय, विष्णु, गणेश, पार्वती और शनि के छोटे-छोटे मंदिर हैं। मंदिर में 3 सोने के गुंबद हैं, जिन्हें 1839 में पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह ने लगवाया था। मंदिर-मस्जिद के बीच एक कुआं है, जिसे ज्ञानव्यापी कुआं कहा जाता है। 1983 से इस मंदिर का प्रबंधन उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है।

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