बुआ ने 2 लाख में बेचा, बाप ने खरीदा बेटे ने रेप किया,14 साल की नाबिलग बनी दो बच्चों की मां, नाबालिग ने बताई दरिंदगी की कहानी
Jaipur News: जिस उम्र में लड़कियां आमतौर पर गुड़ियों से खेलती हैं, उस उम्र में नाबालिग ने दो बच्चों को जन्म दिया है. उसने 12 साल की उम्र में एक बेटे को जन्म दिया और अब दो महीने पहले उसने 14 साल की उम्र में एक लड़की को जन्म दिया है.
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Jaipur News: जिस उम्र में लड़कियां आमतौर पर गुड़ियों से खेलती हैं, उस उम्र में नाबालिग ने दो बच्चों को जन्म दिया है. उसने 12 साल की उम्र में एक बेटे को जन्म दिया और अब दो महीने पहले उसने 14 साल की उम्र में एक लड़की को जन्म दिया है. लड़की का जीवन बचपन से ही कठिनाइयों से भरा रहा है. उसके माता-पिता के बीच अक्सर झगड़े होते थे, जिसके कारण वे अलग हो गए थे. ऐसे में नाबालिग को उसकी मौसी के पास छोड़ दिया गया था.
14 साल की नाबिलग बनी दो बच्चों की मां
मौसी ने उसका पालन-पोषण करने की बजाय उसे हरियाणा में एक परिवार को 2 लाख रुपए में बेच दिया, जहां उसके साथ दरिंदगी की गई. इस दरिंदगी के कारण उसने 12 साल की उम्र में एक लड़के और 14 साल की उम्र में एक लड़की को जन्म दिया. आखिरकार वह वहां से भागकर जयपुर आ गई. कुछ दिन पहले वह अपनी दो महीने की बेटी के साथ जयपुर आ गई और मुरलीपुरा इलाके में किराए पर रहने लगी.
नाबालिग ने बताई दरिंदगी की कहानी
उसने वहां तस्करी और उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया. जांच में पता चला कि नाबालिग को हरियाणा के अंबाला में संदीप यादव और उसके पिता सतवीर यादव के घर पर रखा गया था, जहां उसके साथ बेरहमी से दुष्कर्म किया गया. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए संदीप और उसके पिता सतवीर को नाबालिग तस्करी और पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया.
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नाबालिग को उसकी बुआ ने हरियाणा के आरोपी को बेचा था
नाबालिग लड़की को अभी तक यह नहीं पता कि उसके माता-पिता कहां रहते हैं. करीब तीन-चार साल पहले जब उसके माता-पिता में झगड़ा हुआ तो वे अलग हो गए. उस समय उसे अलवर जिले के नीमराणा में रहने वाली उसकी मौसी के घर छोड़ दिया गया था. मौसी ने उसे कुछ दिन अपने पास रखा, फिर हरियाणा के अंबाला के पास चरखी दादरी के बधवाना में रहने वाले सतवीर को बेच दिया.
सतवीर के बेटे संदीप ने उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया और उसे बंधक बनाकर रखा. मौका मिलते ही वह अपनी मासूम बेटी को लेकर वहां से भागकर जयपुर आ गई. अब नाबालिग जयपुर में रह रही है, लेकिन उसका दो साल का बेटा अभी भी आरोपियों के घर पर है. इस मुश्किल हालात में उसने हिम्मत दिखाई और दरिंदों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन इस घटना ने लड़की के जीवन पर गहरे जख्म छोड़ दिए हैं. अब उसका भविष्य न्याय और पुनर्वास पर निर्भर है.
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