
Red Corner Notice In Hindi: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Punjabi singer Sidhu Moosewala) की हत्या के बाद गैंगस्टर गोल्डी बराड़ (gangster Goldie Brar) ने सोशल मीडिया पर इस वारदात की जिम्मेदारी ली. हत्याकांड में गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम आने के बाद भी रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) जारी किया गया है. अब सवाल ये कि आखिर ये रेड कॉर्नर नोटिस क्या है? कौन इसे जारी करता है.
रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) को आधिकारिक भाषा में रेड नोटिस (Red Notice) कहा जाता है. कोई भी अपराधी पुलिस और जांच एजेंसियों (investigative agencies) से बचने की कोशिश में दूसरे देश में भाग सकता है. रेड कॉर्नर नोटिस ऐसे अपराधियों के बारे में दुनियाभर की पुलिस को सचेत करता है.
आसान भाषा में समझें तो इंटरपोल एक तरह से अंतरराष्ट्रीय पुलिस है. इंटरपोल और 192 देश इसके सदस्य हैं. जो सदस्य देश हैं उन्हीं की ओर से किसी अपराधी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने के लिए सिफारिश की जाती है.
जो भी सिफारिश आती है उसकी जांच एक टास्क फोर्स की ओर से की जाती है और ये देखा जाता है कि आखिर इंटरपोल के नियमों के मुताबिक ये सिफारिश की गई है या फिर नहीं? अगर सब कुछ नियमों के मुताबिक होता है तो सिफारिश को ध्यान में रखते हुए इसे जारी इंटरपोल की ओर से कर दिया जाता है.
रेड कॉर्नर नोटिस किसी देश से भागे हुए ऐसे शख्स को ढूंढने के लिए जारी किया जाता है, जिसके ऊपर कोई आपराधिक मामला दर्ज हो.
रेड नोटिस अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी का वारंट नहीं होता है. रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने का मतलब यह नहीं है कि वह व्यक्ति दोषी ही है. रेड नोटिस तभी जारी किया जा सकता है जब कानून की नजर में वह अपराध गंभीर हो.
रेड कॉर्नर नोटिस किसी वांछित अपराधी की गिरफ्तारी का वारंट यानी अरेस्ट वारंट नहीं होता है. यानी रेड कॉर्नर नोटिस अरेस्ट वारंट से अलग होता है. आरोपी को तलाशने के बाद उसकी प्रोविजनल गिरफ्तारी मुमकिन हो सकती है.
इस नोटिस में दो तरह की जानकारी होती है.
इंटरपोल कितने तरह के नोटिस जारी करता है? | Types of Interpole notice?
ब्लू नोटिस: यह नोटिस किसी शख्स की पहचान उसकी लोकेशन या आपराधिक गतिविधियों जैसी अतिरिक्त जानकारियां जुटाने के लिए जारी किया जाता है.
ब्लैक नोटिस: अज्ञात शवों की पहचान के लिए जारी किया जाता है. INTERPOL हर साल करीब 150 ब्लैक नोटिस जारी करता है.
ग्रीन नोटिस: यह किसी शख्स की आपराधिक गतिविधियों के बारे में चेतावनी और खुफिया जानकारी से जुड़ा होता है जहां उस शख्स से लोक सुरक्षा को खतरे की आशंका होती है.
ऑरेंज नोटिस: इस तरह का नोटिस किसी शख्स या हथियार के बारे में अलर्ट करने के लिए जारी किया जाता है जिससे किसी तरह के खतरे की आशंका हो.
पर्पल नोटिस: ऐसे नोटिस अपराधियों के गुनाह करने के तरीकों और उनके पास मौजूद हथियारों की जानकारी जुटाने के लिए जारी किए जाते हैं.