रक्षा मंत्री का केबिन, शराब का नशा और फिर संसद में रेप हो गया: दुनिया का सबसे पेचीदा रेप केस

ADVERTISEMENT

Crime Tak
Crime Tak
social share
google news

दुनिया का ये अब तक का सबसे चौंकाने वाला रेप का मामला है। क्योंकि पीड़िता के मुताबिक उसके साथ दुष्कर्म की ये घिनौनी वारदात न सिर्फ ऑस्ट्रेलियाई संसद परिसर के भीतर, बल्कि देश के रक्षा मंत्री के दफ्तर के अंदर हुई। जी हां, मामला 2019 का है जब वहां की सरकार में सलाहकार ब्रूस लरमन पर अपनी सलाहकार सहयोगी ब्रिट्नी हिगिन्स के बलात्कार का आरोप लगा। जांच के मुताबिक घटना की रात ब्रूस और ब्रिट्नी ने देर रात तक शराब पी और उसके बाद पार्लियामेंट में बने दफ्तर पहुंच गये। चूंकि उस समय दोनों वहां के रक्षा मंत्री के लिये काम करते थे लिहाजा उन्हें दफ्तर में दाखिल होने में कोई दिक्कत नहीं हुई। कोर्ट में दिए गये ब्रिट्नी के बयानों के मुताबिक इसके बाद ब्रूस ने उसके नशे में होने का फायदा उठाते हुए उसकी मर्जी के बिना उसके साथ शारीरिक सम्बंध बनाए। ब्रिट्नी ने ये भी कहा कि वो होश में नहीं थी मगर ब्रूस ने उसके साथ जबरदस्ती की ये उसे अच्छी तरह याद है। 

पुलिस ने जुटाए फोरेंसिक सबूत:
चूंकी मामला ऑस्ट्रेलिया की संसद से जुड़ा था लिहाजा इन आरोपों के बाहर आने के बाद दुनिया भर में हंगामा मच गया। आपराधिक मुकदमा शुरू हुआ और पीड़िता के साथ-साथ गवाहों के बयान दर्ज किए गये। संसद में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज समेत पुलिस ने फोरेंसिक सबूत भी जुटाए। मगर रक्षा मंत्री के दफ्तर के भीतर उस रात क्या हुआ इसे लेकर कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया। आखिरकार अदालत ने सबूतों की कमी के चलते आरोपी ब्रूस को बलात्कार के आरोपों से रिहा कर दिया गया। साथ ही ब्रिट्नी हिगिन्स की मानसिक हालत देखते हुए अदालत में आगे इस मामले को चलाने की भी मनाही हो गई। 

चैनल पर किया मानहानी का मुकदमा
मगर इसी बीच मामले ने एक नया मोड़ ले लिया। ऑस्ट्रेलिया के बड़े न्यूज चैनल चैनल-10 ने पूरी घटना को लेकर ब्रिट्नी का एक इंटरव्यू किया जिसमें ब्रिट्नी ने नाम लिये बगैर ब्रूस लरमन पर बलात्कार के आरोप लगाए। इन आरोपों को लेकर ब्रूस ने चैनल-10 पर मानहानी का मुकदमा कर दिया जिसको लेकर अलग से सुनवाई शुरू हो गई। नवम्बर 2021 में शुरू हुई इस मुकदमे की सुनवाई अप्रैल 2024 में खत्म हुई और आखिरकार सोमवार को फैसला सुना दिया गया। 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

जज ने कहा रेप हुआ
जज ने अपने फैसले में कहा कि उस रात की सच्चाई या तो ब्रिट्नी जानती हैं या ब्रूस मगर परिस्थितिजन्य साक्ष्यों को देखकर ये साबित होता है कि ब्रूस उस रात ब्रिट्नी के नशे में होने का फायदा उठाना चाहता था। वो ब्रिट्नी की ओर आकृषित था और किसी भी कीमत पर उसके साथ जिस्मानी सम्बंध बनाना चाहता था। लिहाजा उस रात की घटना को बलात्कार की श्रेणी में रखना सही है। ये कहते हुए जज ने ब्रूस की ओर से किया गया मानहानी का दावा खारिज कर दिया। हालांकि इससे ब्रूस के खिलाफ दर्ज बलात्कार के आपराधिक मामले पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उसे बलात्कार के जुर्म में जेल नहीं जाना पड़ेगा। मगर उसके खिलाफ रेप का आरोप सही ठहराते हुए जज ने जो बातें कहीं वो आज ऑस्ट्रेलिया ही नहीं पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।

 

ADVERTISEMENT

 

ADVERTISEMENT

 

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT