Delhi School Bomb Threat Reporter Experience: सुबह WhatsApp की एक खबर पर नजर पड़ी। खबर थी स्कूल में बम होने की। शुरु में सोचा, किसी ने शरारत की होगी। ईमेल पर इस तरह की फर्जी धमकियां मिलना रोज की बात है, लिहाजा इग्नोर कर दिया। अचानक एक दूसरे स्कूल से भी यही खबर आई कि वहां बम रखा है। दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। दिमाग ठनका। फिर एक के बाद एक कई स्कूलों से इसी तरह की खबरें आने लगीं। सभी जगह किसी ईमेल का जिक्र था जिसके जरिये स्कूलों में बम धमाके की धमकी दी गई थी। ऐसा लगा कि पूरे दिल्ली एनसीआर के स्कूलों में बम रखा हुआ है। मैं सोच ही रहा था कि अपने बेटे के स्कूल के बारे में भी मालूम करूं कि तब तक खबर आ गई। दफ्तर का काम छोड़ कर मैं फौरन स्कूल की तरफ भागा। अपने क्राइम रिपोर्टिंग के केरियर में ऐसा दर्जनों बार हुआ जब इस तरह की धमकियां आईं और मुझे उन्हें कवर करना पड़ा। लगभग हर बार इस तरह की खबर फेक निकली। यही सोच कर मन में थोड़ा सुकून था। पर इस बार मामला बच्चे के स्कूल से जु़ड़ा था। इसीलिये दिमाग के एक कोने में ये खयाल तैरने लगा कि अगर खबर सच हुई तो?
'पापा, स्कूल में बम है, फटने वाला है, जल्दी चलो'...जब मुझसे मेरे बेटे ने ये कहा
01 May 2024 (अपडेटेड: May 1 2024 2:55 PM)
Delhi School Bomb Scare: दिल्ली-NCR में बुधवार सुबह करीब 100 स्कूलों में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब ये सूचना आई कि स्कूल में बम रखा हुआ है।
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बम की अफवाह ने डरा कर रख दिया
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खैर, तेज रफ्तार से कार चला कर स्कूल की ओर बढ़ चला। अंदर से बैचेनी थी। कि बस किसी तरह बच्चे को जल्द से जल्द स्कूल से बाहर निकाल लूं। स्कूल में एंट्री गेट से देखा तो सारे बच्चे स्कूल के ग्राउंड में इकट्ठा थे। मैं तुरंत अपने बेटे के पास गया। वो मेरे पास आया और बोला पापा - आज जल्दी छुट्टी हो गई। स्कूल में बम है, फटना वाला है, जल्दी चलो..। उसकी बातों में मासूमियत थी, लेकिन वो ऐसा शायद इसलिए कह रहा था, क्योंकि उसने किसी से ऐसा सुना था। मैंने उससे पूछा कि बम वाली बात तुम्हें किसने बताई? वो बोला कि मेरा एक दोस्त बता रहा था। मैंने पूछा उसको कैसे पता चला तो वो बोला - मुझे नहीं पता। खैर, किसी तरह बच्चों ने टीचर्स या किसी और के मुंह से ये बात सुनी और कह दी और बस फिर ये बात सभी बच्चों में फैल गई। शायद यही हुआ होगा।
हरेक अभिभावक था परेशान
खैर मैं उसे स्कूल से बाहर ले आया। लेकिन कुछ पलों के लिए मानो दिल्ली थम सी गई। हरेक अभिभावक परेशान था, हैरान था। जिसको जैसे ही पता चला वो अपने बच्चों को लेने स्कूल की ओर दौड़ पड़ा। पेरेंट्स को ये लग रहा था कि बस किसी तरह अपने बच्चों को स्कूल से जल्दी से जल्दी ले आएं। कहीं सच में बम तो नहीं है? बस यही बात सबके दिमाग में घूम रही थी। जैसे ही अभिभावक स्कूल के अंदर पहुंचे, उनका एक ही उद्देश्य था, अपने बच्चों को जल्द से जल्द स्कूल से बाहर निकाल लें। कई पेरेंट्स तो इसी बात से खुश थे कि चलो मैं पहुंच गया, अगर बम हुआ तो मैं कम-से-कम अपने बच्चे के साथ तो हूं।
जिस ई-मेल ने राजधानी के स्कूलों में हड़कंप मचा दिया अब उसकी जांच चल रही है। जिस ई-मेल ने राजधानी में डर का माहौल पैदा कर दिया, वो दरअसल रूस से आया था। शुरुआती जांच यही इशारा कर रही है। इसकी वजह से न सिर्फ अभिभावकों, बच्चों और स्कूल प्रबंधन के बीच डर का मौहाल पैदा हुआ, बल्कि इससे दिल्ली पुलिस के भी हाथ-पैर फूल गए। आनन-फानन में सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे। बम निरोधक दस्तों समेत खोजी कुत्तों ने स्कूलों की तलाशी ली और उसके बाद पुलिस ने इसे Hoax Call घोषित कर चैन की सांस ली। ऐसे में अब पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती है उस शख्स को पकड़ना, जिसने ये साजिश रची और ई-मेल किए। लेकिन कुछ पलों के लिए ही सही, सब को हैरान-परेशान तो कर ही दिया।
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