Ukraine Russia News: रूस-यूक्रेन जंग के बीच इस बात की भी चर्चा खूब हुई कि आखिर इस पर भारत का रूख क्या है? भारत किसके पक्ष में है? रूस के हमला रोकने को लेकर भारत क्या कहा रहा है? क्या भारत ने भी रूस पर कोई प्रतिबंध लगाया है? साथ ही ये भी कि आखिर भारत और रूस के अच्छे रिश्तों का हवाला देकर क्या भारत जंग को रोकने की कोशिश कर रहा है?
India Russia News: रूस के विदेश मंत्री का भारत दौरा क्यों अहम? जानिए किन मुद्दों पर हो सकती है बातचीत
01 Apr 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:16 PM)
रूस के विदेश मंत्री के भारत दौरे पर तिकी दुनिया की निगाहे, हम मुद्दों पर हो सकती है वार्तालाप, Read more crime news Hindi, crime stories and video on CrimeTak.in
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Crime News in Hindi: दुनिया के निगाहें इस जंग पर भारत के रूख पर टिकी हैं और इन सबके बीच रूस के विदेश मंत्रई सर्गेई लावरोव गुरुवार को भारत पहुंचे. लावरोव का ये दो दिवसीय भारत का दौरा है. इससे पहले लावरोव चीन के दौरे पर थे.
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India Russia Ukraine: यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से रूस पर कई देशों ने कई प्रतिबंध लगाए. ऐसे में लावरोव का भारत दौरा प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने के साथ ही भारत के साथ कारोबार को एक कदम और आगे ले जाने को लेकर हो सकता है.
दिल्ली के हैदराबाद हाउस में आज रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात होनी है. इस मुलाकात में कुछ अहम बिंदुओं पर चर्चा होने की उम्मीद है. जिसमें...
1. सैन्य हार्डवेयर और S-400 मिसाइल के उपकरणों की डिलीवरी को लेकर बातचीत संभव.
2. द्विपक्षी व्यापार के लिए दोनों देशों की मुद्राएं यानि रुपया-रूबल भुगतान प्रणाली को लेकर चर्चा संभव.
3. रूस से कच्चे तेल की ख़रीद को लेकर भी आज बातचीत की संभावना है.
World News: दोनों देशों के रिश्तों और इस मुलाकात पर सभी देशों की निगाहें टिकी हैं. रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद पश्चिमी देश रूस को अलग-थलग करनें में जुटे हैं. जानकार मानते हैं कि बीते वर्षों में पश्चिमी देशों के साथ भारत के साथ संबंध बेहतर हुए हैं ऐसे में उनकी अपेक्षा है कि भारत उनका साथ दे. ना कि भारत का रूस के प्रति लगाव झलके. लेकिन भारत और रूस के संबंध अच्छे है. खासकर सैन्य उपकरणों के मामले में भारत रूस पर निर्भर है और 70 प्रतिशत सैन्य हार्डवेयर रूस से ही आयात किया जाता है. ऐसे में भारत रूस से दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहेगा. भारत ने इस पूरे घटनाक्रम में खुद को तटस्थ दिखाने की कोशिश की है लेकिन कहीं ना कहीं पश्चिमी देशों का दबाव भी भारत पर है. इन सभी पहलुओं को देखते हुए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव का ये दौरा बेहद खास माना जा रहा है.
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