UP Crime Story: यूपी का जिला बिजनौर। ये 29/30 नवंबर की दरमियानी रात (Night) थी। अचानक थाने में रखा पुलिस (Police) का फोन घनघना उठा। किसी कॉलर ने पुलिस को खबर दी कि चांदपुर रोड पर गांव सिरधनी के पास एक कार धू-धू कर जल रही है और कार सवार भी कार की ड्राइविंग सीट पर मौजूद है। देखते ही देखते फायर ब्रिगेड व पुलिस की पीसीआर मौके पर पहुंच गईं। कार में बुरी तरह जल चुके युवक को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करा दिया।
UP Crime: दो करोड़ का कर्ज, गर्लफ्रेंड की चाहत और अधूरी मौत की खौफनाक साजिश
02 Dec 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:31 PM)
Crime Story: शातिर अपराधी ने क्राइम सीरियल देख कर अपने सिर पर चढ़े पौने दो करोड़ के कर्ज से बचने और प्रेमिका के साथ जिंदगी बिताने के लिए रची खौफनाक साजिश, एक अधूरी लाश ने साजिश की सभी परतें खोल दीं।
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चालक बुरी तरह घायल था कार में रखा एक पर्स और मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद कर लिया। शुरु में तो कार में अचानक लगी आग एक हादसा नजर आ रहा था लेकिन पुलिस तब हैरान रह गई जब जलने वाले ने बताया कि ना तो वो कार उसकी है और ना ही पर्स और मोबाइल उसके हैं। कार में सवार युवक ने पुलिस को बताया कि उसका नाम मदन सिंह है।
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नशे और बेहोशी की हालत में उसे कार में बैठाकर कार में आग लगा दी गई थी। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि ये कार बिजनौर के चांदपुर में रहने वाले कारोबारी सुशील कुमार की है। मदन सिंह के बयान के बाद पुलिस ने सुशील कुमार को हिरासत में ले लिया। हिरासत में सुशील कुमार से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने इस अधूरी साजिश का पूरा खुलासा कर दिया।
खुलासा ये हुआ कि सुशील कुमार ने ही कार में मदन सिंह को बैठाकर आग लगा दी थी और कार में अपनी मोबाइल व पर्स रख दिया था। सुशील मदन सिंह को मारकर ये जताना चाहता था कि वो खुद मर गया है। दरअसल सुशील गुप्ता एक बड़ा व्यापारी है। उसने बैंक से पौने दो करोड़ का लोन लिया हुआ था जिसे वो व्यापर में घाटे के चलते वक्त से अदा नहीं कर पा रहा था। इसी बीच सुशील के हरिद्वार की रहने वाली रानी नाम की महिला से अवैध सम्बन्ध हो गए थे। व्यापारिक और पारिवारिक उलझनों से बचने के लिये शातिर दिमाग़ सुशील ने एक योजना बनाई।
सुशील ने टीवी सीरियल देखकर प्लान किया कि अगर वो खुद को मारा हुआ घोषित कर दे तो बैंक के लोन से भी उसका पीछा छूट जायेगा और वो नाम बदलकर अपनी प्रेमिका के साथ अपनी बाकी की ज़िन्दगी भी गुज़ार सकेगा। इस योजना को अंजाम देने के लिए उसने अपने दोस्त लाल बहादुर सैनी की मदद से शराब की दुकान के सामने से मदन सिंह को शराब पिलाने का लालच देकर अपनी कार में बैठाया और उसे खूब शराब पिलाई।
मदन सिंह नामक यह व्यक्ति जो गांव बकैना का रहने वाला और नशे का आदि है। जब खूब नशे में हो गया तो सुशील गुप्ता उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर चांदपुर से बिजनौर लेकर आए और चांदपुर रोड पर गांव सिरधनी के पास उसे ड्राइवर सीट पर बैठाकर सीट बेल्ट से बांधकर उसे ज़िंदा जला दिया।
इस काम के लिए उसने कार के अंदर एक पेट्रोल की कैन भी भरकर रख दी थी। साथ ही अपना मोबाइल व पर्स भी कार के अंदर ही छोड़ दिये थे ताकि वो भी जल जाए। सुशील कार में आग लगाकर गाड़ी स्टार्ट छोड़कर फरार हो गया लेकिन सुशील की योजना तब फेल हो गई जब सड़क चलते लोगो ने पुलिस को कॉल करके बताया की सड़क किनारे खड़ी गाड़ी में एक व्यक्ति ज़िदा जल रहा है , पुलिस ने तुरंत मौके पहुंचकर मदन सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया और वो जिंदा बच गया।
इस खुलासे के बाद बिजनौर पुलिस ने हत्या की कोशिश और साजिश के मामले में सुशील, उसके दोस्त लाल बहादुर सैनी और प्रेमिका रानी को गिरफ्तार कर लिया है। हैरानी की बात ये है कि कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने यह पूरी योजना बनाई थी और इसके लिए उसने बाकायदा अपना फर्जी आधार कार्ड भी पप्पू खान के नाम से बनवाया ताकि बाद में वह रानी के साथ शादी कर सके क्योंकि रानी मुस्लिम समाज से है और अपना आगे का पूरा जीवन अच्छे से बिता सकें।
इसके लिए उसने बैंक से दो बार अलग अलग 13 लाख 50 हजार रुपये भी निकाले और साथ ही 35 बैंक के चेक भी अपने पास रख लिए और अपना पिस्टल भी साथ ले लिया और घर से भी बड़ी मात्रा में सोने के गहने पहले ले लिए उसके साथ दो अलग-अलग जो पैन कार्ड बने थे वह भी ले लिए थे। इसके अलावा इस पूरी घटना को अंजाम देने से पहले इस शातिर सुशील गुप्ता ने सात अलग-अलग नाम से आधार कार्ड भी बनवाए जिसमें इसका असली नाम सुशील गुप्ता का कार्ड भी शामिल है।
सुशील ने अपनी प्रेमिका का भी फर्जी कार्ड बनाया था जिसमें रानी पत्नी बबलू खान की नाम दर्ज था। तब इसने पूरी घटना को अंजाम दिया और वहां से फरार हो गया फिलहाल पुलिस ने इस शातिर दिमाग बदमाश को उसके सहयोगी और प्रेमिका सहित गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस कहानी में आरोपी सुशील एक योजना बनता है। योजना के अनुसार पहले वो अपना जीवन बीमा कराता है।
फिर खुद को मरा हुआ दिखाकर बीमे के पैसे हड़पने की कोशिश करता है। खुद को मरा दिखाने के पीछे उसकी योजना यह भी थी की वो नाम बदलकर अपनी प्रेमिका के साथ बाकी की ज़िन्दगी गुज़ार सके, लेकिन इस कहानी में बिजनौर के रहने वाले सुशील गुप्ता की किस्मत उसे दग़ा दे गई और वो प्रेमिका समेत सलाखों के पीछे पहुंच गया।
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