SIDHU MOOSE WALA DEATH CASE : सिद्धू मूसेवाला के क़त्ल को दो हफ़्ते से ज़्यादा का वक़्त गुज़र चुका है। पंजाब पुलिस ने तकरीबन दर्जन भर से ज़्यादा लोगों को हथकड़ियों में जकड़ा भी है। इनमें क़त्ल के लिए रेकी करने से लेकर शार्प शूटर्स तक को हथियार मुहैया कराने वाले लोग शामिल हैं और तो और इस केस के मास्टरमाइंड की भी पहचान हो गई।
SIDHU MOOSE WALA DEATH CASE : सिद्धू मूसेवाला केस में अब तक नहीं मिला असली शूटर!
15 Jun 2022 (अपडेटेड: Mar 6 2023 4:20 PM)
SIDHU MOOSE WALA DEATH CASE : सिद्धू मूसेवाला केस की जांच लगातार जारी है, लेकिन अभी तक किसने गोली चलाई और क्यों ? इसका पता नहीं चल सका है।
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इतने दिन गुज़रने और इतना सब कुछ हो जाने के बावजूद अभी तक ये केस पूरी तरह से सुलझा नहीं है। वारदात के 16 दिन के बाद पंजाब पुलिस इस केस के मास्टरमाइंड यानी लॉरेंस बिश्नोई तक पहुंच पाई, लेकिन इतनी दौड़ भाग और इतना पसीना बहाने के बावजूद अभी तक पंजाब पुलिस को वो असली शूटर नहीं मिला जिसने खुद अपने हाथों से सिद्धू मूसेवाला के सीने पर गोली उतारी हो। यानी इस केस की हालत कुछ ऐसी है, जैसे सब कुछ हो भी गया और कुछ हुआ भी नहीं।
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अब सवाल ये है कि आख़िर सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस की तफ्तीश का ऐसा हाल क्यों हुआ? दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल एक के बाद एक अलग-अलग मामलों में उसी लॉरेंस बिश्नोई को लगातार रिमांड पर लेती जा रही है, जिसका नाम पंजाब के सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में सबसे ऊपर है? हद तो ये रही कि ख़ुद लॉरेंस के वकील ने एक बार भी स्पेशल सेल के उसे रिमांड पर लिए जाने की अर्ज़ी का विरोध नहीं किया।
पंजाब पुलिस ने इस सिलसिले में पहले शूटर्स के तौर पर आठ लोगों के नाम बताए थे, जिनमें हरकमल सिंह, जगरूप सिंह रूपा, सुभाष बानूड़ा, संतोष जाधव, सौरभ महाकाल, प्रियव्रत फ़ौजी, अंकित सेरसा और मनजीत सिंह उर्फ़ भोलू शामिल हैं। लेकिन अब जबकि इन आठ में से तीन लोग पुणे, भुज और बठिंडा से पकड़े जा चुके हैं, मगर अब भी ये साफ़ नहीं हो सका है कि सिद्धू मूसेवाला पर गोली ठीक किसने चलाई?
पुणे पुलिस ने सौरभ महाकाल और संतोष जाधव का रोल सिद्धू मूसेवाला केस में होने की बात तो कही है, लेकिन अब तक की तफ्तीश में ये साफ़ नहीं हुआ है कि सिद्धू पर गोली इन दोनों में से किसी ने चलाई हो। ठीक यही हाल बठिंडा से पकड़े गए हरकमल सिंह का भी है। गोली उसने चलाई हो, ऐसी कोई पुष्टि पुलिस ने अब तक नहीं की है। अब सवाल ये है कि आख़िर इस मामले के असली शूटर कहां हैं और वो कब गिरफ़्तार होंगे?
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