UP News: नाबालिग बच्चे के प्राइवेट पार्ट में डाला स्टम्प ', UP पुलिस का थर्ड डिग्री टॉर्चर
पुलिस दावा कर रही है कि नाबालिग बच्चा चोरी की कई घटनाओं में शामिल था लेकिन नाबालिग पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने के सवाल पर पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है.
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UP News: बस्ती पुलिस (Basti Police) एक बार फिर अपने कारनामों को लेकर चर्चा में है, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है. बस्ती पुलिस ने भी कुछ ऐसा ही किया और पांचवीं कक्षा के एक नाबालिग बच्चे को गैंगस्टर बनाकर उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी. पुलिस दावा कर रही है कि नाबालिग बच्चा चोरी की कई घटनाओं में शामिल था लेकिन नाबालिग पर गैंगस्टर की कार्रवाई करने के सवाल पर पुलिस के पास कोई जवाब नहीं है.
दरअसल, मनहन डीह गांव के चाय व्यवसायी ने मुख्यमंत्री, डीजीपी, एसपी और मानवाधिकार आयोग को पत्र लिखकर अपने नाबालिग बेटे के खिलाफ पुलिस द्वारा चोरी के झूठे आरोप लगाकर उसे गैंगस्टर का मुल्जिम बना दिया गया है. इस घटना के बाद उनके पिता ने बताया कि पुलिस ने उनके बेटे के साथ बहुत बर्बरता की और इसके बाद रिश्वत की मांग की. पिता ने बताया कि उन्होंने 20 हजार रुपए रिश्वत दी लेकिन उनके बेटे को जेल में भेज दिया गया. इस मामले में मानवाधिकार आयोग ने जांच की मांग की है.
उनके बेटे के खिलाफ 9 नवंबर 2022 को कोतवाली पुलिस ने गैंगस्टर के आरोप लगाए. पिता ने बताया कि उनके बेटा का जेल से छूटने के बाद दिमागी संतुलन ख़राब हो गया है और वह अनोखी हरकतें करने लगा है. कोतवाली में उसे गिरफ़्तार किया गया था और उसके गुप्तांगों में स्टंप डाला गया था. पुलिस को देखते ही उसे डर लगता है.
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पिता कहते हैं कि उनके बेटे ने बस्ती पुलिस के अनुचित व्यवहार के कारण अपनी पढ़ाई छोड़ दी है. उसे घर से बाहर निकलने में भी डर लगता है कि कहीं पुलिस उसे फिर से पकड़ न ले जाए. जब वह सायरन की आवाज सुनता है तो वह घर के कोने में छिप जाता है.
पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने कहा सोनू नाम का एक लड़का चोरी के मामले में जेल गया था उस पर कई मुकदमा दर्ज किया गया हैं, रही बात गैंगस्टर लगाने की तो इस बात की जांच कराई जा रही है अगर सोनू नाबालिक है तो यह कार्रवाई रोक दी जाएगी और गैंगस्टर एक्ट हटाया दिया जाएगा.
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