'मम्मी मेरे मरने से शायद दोनों भाई नशा छोड़ दें', बहन ने फांसी लगाकर दी जान
Up News: गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक बहन ने अपने भाई की नशे की लत छुड़ाने के लिए आत्महत्या कर ली. बहन ने कमरे की दीवार पर सुसाइड नोट चिपका दिया था.
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Up News: गाजियाबाद (Ghaziabad) में एक बहन ने अपने भाई की नशे की लत छुड़ाने के लिए आत्महत्या (suicide) कर ली. बहन ने कमरे की दीवार पर सुसाइड नोट चिपका दिया था. जिस पर लिखा है- मम्मी मेरी बात सुनो. मेरी मौत में किसी का कोई हाथ नहीं है. दोनों भाई नशा करते हैं. शायद मेरे इस कदम से दोनों भाई अपनी लत छोड़ देंगे. पूरे परिवार को आपकी याद आती है."
पूरी घटना कौशाम्बी थाना क्षेत्र में हुई. आयकर विभाग के सरकारी क्वार्टर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गीता अपनी 16 वर्षीय बेटी और दो बेटों के साथ रहती है. दोनों बेटे नशे के आदी थे और तीसरा बेटा पॉक्सो एक्ट के तहत जेल में था. गीता दिल्ली में आयकर विभाग में कार्यरत थी. पति की मौत के बाद उसे आरक्षित कोटे से नौकरी मिली थी. शुक्रवार को मां काम पर गई थी. जब लौटी तो मिली. बेटी घर पर फांसी लगा रही है."
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस और रिश्तेदारों को दीवार पर एक सुसाइड नोट चिपका हुआ मिला. इसमें लिखा था, 'मैं तमन्ना, मम्मी मेरी बात सुनो, मेरे मरने में किसी का कोई हाथ नहीं है, मैंने इसलिए फांसी लगाई, क्योंकि साजन और काकू भाई नशा छोड़ देंगे. और मेरे लोली भाई भी आ जाएंगे। मेरी आखिरी इच्छा है. मैं तमन्ना हूं, मुझे आप सभी की याद आती है. मैं रोहित से बहुत प्यार करती हूं. अगर रोहित मुझसे मिलने आए तो उसे मत रोकना.' परिवार ने इस मामले में किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया है. पुलिस स्टेशन में कोई एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई है.''
लड़की की मां गीता ने खुलासा किया, "फोन के कारण मेरी बेटी न तो ठीक से खाना खा पाती थी और न ही सो पाती थी. जब भी हम फोन लेते थे, वह गुस्सा हो जाती थी. जिस दिन मेरी बेटी ने आत्महत्या की, वह देर रात तक जागती थी." फोन, जब मैं ऑफिस के लिए निकल रही थी तो मैंने उससे फोन ले लिया. फोन लेने के बाद मेरी बेटी ने कहा कि मां, जब आप आओगी तो पता चल जाएगा. उसके बाद मैं ऑफिस चली गई."
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डीसीपी शुभम पटेल ने कहा कि पुलिस को कमरे में एक सुसाइड नोट मिला. इसमें लिखा था कि वह अपने भाई की शराब और ड्रग्स की लत से परेशान थी. उसने कई बार अपने भाइयों से बात करने की कोशिश की थी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. उसने यह कदम उठाया. यह पूरे समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक लड़की को इस वजह से इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा. पुलिस मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ अभियान चलाती रहती है और इस अभियान को जारी रखने के लिए मजबूत प्रयास करेगी.''
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